दिल्ली में सिद्धार्थ ने मां-बाप और भाई की हत्या क्यों की? धारदार चाकू से गला रेता, ईंट से कुचला चेहरा, पुलिस जांच में जुटी
लखनऊ/ 21 अगस्त, 2025 :दिल्ली के खड़क रिवाड़ा गांव में 20 अगस्त 2025 को एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। 22 वर्षीय सिद्धार्थ ने अपने माता-पिता और छोटे भाई की बेरहमी से हत्या कर दी। उसने धारदार हथियार से उनके गले रेते और ईंट-पत्थर से चेहरों को कुचल दिया। ख़बरों के अनुसार इस जघन्य अपराध के बाद सिद्धार्थ ने अपने एक रिश्तेदार को फोन कर कहा, “मैंने परिवार निपटा दिया, अब नजर नहीं आऊंगा।” पुलिस ने सिद्धार्थ को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या के पीछे के कारणों की जांच कर रही है। आइए, इस घटना की पूरी जानकारी और अब तक सामने आए तथ्यों को जानते हैं।
घटना का विवरण
20 अगस्त 2025 की रात दिल्ली के खड़क रिवाड़ा गांव में सिद्धार्थ ने अपने घर में माता-पिता और छोटे भाई की हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार, उसने पहले धारदार हथियार (संभवतः चाकू) से तीनों के गले रेते और फिर ईंट-पत्थर से उनके चेहरों को बुरी तरह कुचल दिया, जिससे उनकी पहचान मुश्किल हो गई। हत्या के बाद सिद्धार्थ ने एक रिश्तेदार को फोन किया और अपने कृत्य को कबूल करते हुए कहा कि वह अब फरार हो रहा है। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे कुछ घंटों में ही गिरफ्तार कर लिया।घटनास्थल से पुलिस को खून से सना चाकू, ईंट, और अन्य हथियार बरामद हुए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि तीनों की मौत गले पर गहरे घाव और सिर पर भारी चोटों के कारण हुई।
हत्या के संभावित कारण
ख़बरों के अनुसार पुलिस की प्रारंभिक जांच और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, हत्या के पीछे निम्नलिखित संभावित कारण सामने आए हैं:पारिवारिक विवाद: पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने बताया कि सिद्धार्थ का अपने माता-पिता के साथ अक्सर झगड़ा होता था। वह नौकरी नहीं करता था और परिवार पर आर्थिक बोझ था। माता-पिता उसकी बेरोजगारी और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार से नाराज रहते थे। कुछ पड़ोसियों ने संकेत दिए कि सिद्धार्थ का व्यवहार असामान्य था और वह अक्सर गुस्से में रहता था। पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या वह किसी मानसिक बीमारी, जैसे सिजोफ्रेनिया, से पीड़ित था, जैसा कि कुछ अन्य हत्याकांडों (जैसे लखनऊ में अरशद केस) में देखा गया है। परिवार में आर्थिक तंगी की बात सामने आई है। सिद्धार्थ पर नौकरी करने और घर चलाने का दबाव था, जिसके कारण वह तनाव में रहता था। कुछ स्थानीय लोगों ने संदेह जताया कि सिद्धार्थ नशे का आदी हो सकता था, लेकिन पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। सिद्धार्थ ने पूछताछ में अभी तक हत्या का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया है। पुलिस उसकी कॉल डिटेल्स, सोशल मीडिया एक्टिविटी, और फोन की सर्च हिस्ट्री की जांच कर रही है ताकि हत्या के पीछे की मंशा का पता लगाया जा सके।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने सिद्धार्थ को हत्या के कुछ घंटों बाद ही गिरफ्तार कर लिया। वह फरार होने की कोशिश में था, लेकिन पुलिस ने उसे गांव के पास ही पकड़ लिया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू, ईंट, और अन्य सामान बरामद किए हैं। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से सबूत जुटाए हैं, और सिद्धार्थ के फोन की जांच चल रही है। सिद्धार्थ के खिलाफ IPC की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत मिटाने की कोशिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
निष्कर्ष
सिद्धार्थ द्वारा अपने माता-पिता और भाई की बर्बर हत्या दिल्ली में हाल के महीनों में पारिवारिक हिंसा की तीसरी बड़ी घटना है। पारिवारिक विवाद, आर्थिक तनाव, और संभावित मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं इस हत्याकांड के पीछे के कारण हो सकते हैं, लेकिन पुलिस की जांच अभी जारी है। सिद्धार्थ की गिरफ्तारी के बाद यह सवाल उठ रहा है कि समाज में बढ़ती हिंसा और तनाव को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे। क्या यह हत्या मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक दबावों की अनदेखी का नतीजा है? पुलिस की अंतिम रिपोर्ट और सिद्धार्थ की पूछताछ इस रहस्य को सुलझा सकती है।
