Weather In UP: प्रदेश में लू की चेतावनी, कई जिलों में पारा 40 पार; सरकार ने जारी किया अलर्ट…बनेंगे कोल्ड रूम
लखनऊ, 7 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश में अप्रैल की शुरुआत के साथ ही गर्मी ने अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में लू (हीटवेव) की चेतावनी जारी की है, जहां तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है। बढ़ती गर्मी को देखते हुए राज्य सरकार ने भी अलर्ट जारी किया है और लोगों की सुरक्षा के लिए कोल्ड रूम बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। यह कदम खास तौर पर उन इलाकों में उठाया जा रहा है, जहां तापमान में लगातार इजाफा देखा जा रहा है।
तापमान में उछाल, कई जिलों में हालात गंभीर
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में दिन का तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री सेल्सियस ऊपर दर्ज किया जा रहा है। प्रयागराज, आगरा, झांसी, कानपुर, और बांदा जैसे जिलों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है, जबकि कुछ स्थानों पर यह 43 डिग्री तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों जैसे वाराणसी, गोरखपुर और मिर्जापुर में भी गर्मी का असर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक लू की स्थिति बने रहने की चेतावनी दी है, खासकर पश्चिमी और मध्य यूपी में।
आईएमडी के एक अधिकारी ने बताया, “अप्रैल से जून तक उत्तर भारत में गर्मी का प्रकोप बढ़ने की संभावना है। उत्तर प्रदेश में दिन का तापमान लगातार 40 डिग्री से ऊपर बना रहेगा, और रातें भी अपेक्षाकृत गर्म रहेंगी। बारिश की संभावना कम होने से स्थिति और चुनौतीपूर्ण हो सकती है।”
लू की चेतावनी वाले जिले
मौसम विभाग ने गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, आगरा, अलीगढ़, हापुड़, मथुरा, झांसी, ललितपुर, महोबा, और हमीरपुर सहित कई जिलों में लू की चेतावनी जारी की है। इन इलाकों में तापमान के 42 से 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की आशंका है। इसके अलावा, लखनऊ, कानपुर, और प्रयागराज बड़े शहरों में भी गर्म हवाएं चलने की संभावना है, जिससे लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो सकता है।

सरकार का अलर्ट और कोल्ड रूम की तैयारी
बढ़ते तापमान और लू के खतरे को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने त्वरित कदम उठाए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सभी जिला प्रशासनों को सतर्क रहने और गर्मी से बचाव के उपाय करने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर कोल्ड रूम (शीत कक्ष) बनाने की घोषणा की है, जहां लोग गर्मी से राहत पा सकें। ये कोल्ड रूम खास तौर पर बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, और भीड़भाड़ वाले बाजारों में स्थापित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गर्मी से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन, से निपटने के लिए अस्पतालों में पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा, “लोगों को गर्मी से बचाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं। पानी की उपलब्धता, छाया की व्यवस्था और जागरूकता अभियान चलाया जाए।”
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह
डॉक्टरों ने लोगों को दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है, क्योंकि इस दौरान गर्मी अपने चरम पर होती है। लखनऊ के डॉ. शांतनु मिश्रा ने कहा, “लू से बचने के लिए खूब पानी पिएं, हल्के और ढीले कपड़े पहनें, और ओआरएस या नींबू पानी का सेवन करें। बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखें, क्योंकि वे गर्मी से ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।”
जलवायु परिवर्तन का असर
विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर प्रदेश में इस बार गर्मी का असर जलवायु परिवर्तन के कारण और तीव्र हो सकता है। पिछले कुछ वर्षों में गर्मी की तीव्रता और अवधि दोनों में वृद्धि देखी गई है। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया, “एल नीनो का प्रभाव खत्म होने के बावजूद, अप्रैल से जून तक तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। यह चिंता का विषय है, क्योंकि इससे न केवल स्वास्थ्य पर असर पड़ता है, बल्कि फसल और बिजली की मांग पर भी दबाव बढ़ता है।”
जनजीवन पर प्रभाव
गर्मी बढ़ने से लोगों का रोजमर्रा का जीवन प्रभावित हो रहा है। मजदूरों, रिक्शा चालकों और बाहर काम करने वालों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लखनऊ के एक रिक्शा चालक रामू ने कहा, “दोपहर में सड़क पर निकलना मुश्किल हो गया है। धूप इतनी तेज है कि सिरदर्द होने लगता है।” वहीं, बिजली की मांग बढ़ने से कई इलाकों में बिजली कटौती की शिकायतें भी सामने आ रही हैं।
आगे की संभावनाएं
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में तापमान में और बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि, मई के मध्य तक हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है, जो थोड़ी राहत दे सकती है। तब तक लोगों से सावधानी बरतने और सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील की जा रही है।
