यूपी में मौसम का बदला मिजाज: शनिवार को गरज-चमक के साथ बारिश, वज्रपात और ओले गिरने की संभावना
लखनऊ, 2 मई 2025: उत्तर प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। शुक्रवार को तराई, बुंदेलखंड, और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश ने दस्तक दी, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शनिवार (3 मई) के लिए पूर्वानुमान जारी करते हुए प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश की तीव्रता और दायरे में बढ़ोतरी की चेतावनी दी है। इस दौरान कहीं-कहीं वज्रपात और ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है, जिससे जनजीवन और कृषि पर असर पड़ सकता है।
शनिवार को मौसम का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाओं के प्रभाव से उत्तर प्रदेश में बारिश का सिलसिला तेज होगा। शनिवार को पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लगभग 50 जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। खासकर तराई क्षेत्र (लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर), बुंदेलखंड (झांसी, ललितपुर, महोबा, जालौन), और पश्चिमी यूपी (सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद) में बारिश का अधिक असर देखने को मिलेगा।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह ने बताया, “40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चल सकती हैं। कुछ स्थानों पर बिजली गिरने और ओले पड़ने की भी आशंका है।” लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, आजमगढ़, गोरखपुर, और गाजियाबाद जैसे प्रमुख शहरों में भी बारिश और वज्रपात का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
शुक्रवार को बारिश का असर
शुक्रवार को प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश और तेज हवाओं ने मौसम को सुहाना बना दिया। मुरादाबाद, झांसी, लखनऊ, और उन्नाव में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई, जबकि कुछ इलाकों में ओले भी गिरे। बारिश के कारण तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई, जिससे गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिली। हालांकि, आंधी और बारिश के कारण कुछ जिलों में पेड़ गिरने और बिजली आपूर्ति बाधित होने की खबरें भी सामने आईं।
किसानों के लिए चेतावनी
मौसम विभाग ने किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी है, क्योंकि ओलावृष्टि और तेज हवाएं फसलों, खासकर गेहूं, सरसों, और दलहन की कटाई और भंडारण को नुकसान पहुंचा सकती हैं। किसानों को सुझाव दिया गया है कि वे अपनी फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रखें और खुले में कटाई से बचें।
प्रभावित जिले
मौसम विभाग ने निम्नलिखित जिलों में बारिश, वज्रपात, और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है:
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पश्चिमी यूपी: सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, और बिजनौर।
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पूर्वी यूपी: सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, और बस्ती।
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तराई क्षेत्र: बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, श्रावस्ती, और बलरामपुर।
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बुंदेलखंड: झांसी, ललितपुर, महोबा, जालौन, और हमीरपुर।
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मध्य यूपी: लखनऊ, कानपुर, कौशांबी, फतेहपुर, प्रयागराज, और बाराबंकी।
जनजीवन पर असर
तेज हवाओं और बारिश के कारण सड़कों पर जलजमाव और ट्रैफिक जाम की स्थिति बन सकती है। लखनऊ में शुक्रवार को बूंदाबांदी के बाद कई इलाकों में यातायात प्रभावित हुआ। मौसम विभाग ने लोगों से सलाह दी है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें, बिजली गिरने की स्थिति में पेड़ों या खंभों के नीचे न रुकें, और खुले में आयोजनों को स्थगित करें।
आगे का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, यह मौसमी बदलाव 2 से 4 मई तक प्रभावी रहेगा। 5 मई तक बारिश की तीव्रता कम हो सकती है, लेकिन तापमान में गिरावट के कारण ठंडक बढ़ने की संभावना है। न्यूनतम तापमान 20-24 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 32-36 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है।
सतर्कता और सुझाव
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खुले में बिजली उपकरणों का उपयोग न करें।
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बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें।
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किसान अपनी फसलों को तिरपाल से ढकें।
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ट्रैफिक अलर्ट पर नजर रखें और अतिरिक्त समय लेकर यात्रा करें।
उत्तर प्रदेश में मौसम का यह बदला मिजाज गर्मी से राहत तो दे रहा है, लेकिन वज्रपात और ओलावृष्टि के खतरे को देखते हुए सतर्कता बरतना जरूरी है। मौसम विभाग की ताजा जानकारी पर नजर रखें और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
