विद्यालय में व्याप्त कुव्यवस्था को लेकर छात्र उतरे सड़क पर, किया प्रदर्शन
जिले के गोराडीह प्रखंड मुख्यालय के निकट स्थित मध्य विद्यालय गोराडीह में व्याप्त कुव्यवस्था को लेकर विद्यालय के छात्र छात्राएं बुधवार को हंगामा करते हुए कोतवाली भागलपुर मुख्य मार्ग पर पहुंच गए और इस मार्ग को जाम करने लगे। जैसे ही इस बात की सूचना गोराडीह थाना अध्यक्ष संजय कुमार सत्यार्थी को मिली, तो थाना अध्यक्ष मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझा बूझा कर वहां से हटाया। फिर छात्रों ने विद्यालय पहुंचकर हंगामा जारी रखा।
छात्रों का कहना था कि विद्यालय में कोई सुविधा नहीं है। विद्यालय में शौचालय जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। विद्यालय परिसर में एक गड्ढा बना दिया गया है। उसमें ही सभी छात्र शौच करते हैं। जिसकी बदबू से क्लास रूम में बैठने में परेशानी होती है। वहीं छात्रों का कहना था कि क्लास रूम में बैठने के लिए बेंच डैस्क भी नहीं है। घर से बोरा लेकर आते हैं। उसी पर बैठते हैं। पंखा का भी समुचित व्यवस्था नहीं है। उससे भी बड़ी समस्या विद्यालय में पानी का है। एक चापाकल था जो खराब पड़ा हुआ है। जल नल योजना से पानी सप्लाई के लिए एक टोटी लगा हुआ है। परंतु वह समय पर कुछ देर के लिए खुलता है बांकी समय तो बंद ही रहता है। मध्याह्न भोजन को लेकर भी छात्रों में आक्रोश था।
छात्रों का कहना था कि मिनू के हिसाब से मध्याह्न भोजन नहीं मिलता है। साथ ही थाली की बहुत कमी है। जिससे छात्रों को बारी-बारी से खिलाया जाता है। छात्रों को खाना खाने के लिए बहुत देर इंतजार करना पड़ता है। इस मामले में विद्यालय के प्रधानाध्यापक सदानंद प्रसाद ने बताया कि विद्यालय में पानी का थोड़ा आभाव है। चापाकल बहुत दिनों से खराब पड़ा है। मैंने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से पीएचडी के जेई को इसकी शिकायत की थी। विभाग द्वारा एक दिन मिस्त्री भेजा गया लेकिन वह देखकर गया फिर कभी वापस नहीं आया। रही बात शौचालय की तो एक शौचालय है। जिसे विद्यालय की छात्राएं उपयोग करती है। विद्यालय में 650 छात्र छात्राएं नामांकित है। उस हिसाब से शौचालय की व्यवस्था और होनी चाहिए। विद्यालय के साफ सफाई का मै हमेशा प्रयास करता हूं।
विद्यालय में जहां पर छात्र टॉयलेट करते हैं। वहां पर हमेशा ब्लीचिंग पाउडर छिड़व किया जाता है। विद्यालय में कुल सात कमरा है। 12 शिक्षकों की नियुक्ति है। रही कमी की बात तो हमेशा निरीक्षण पर अधिकारी आते रहते हैं। सभी अधिकारी को हर चीज की जानकारी दी गई है। उधर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि छात्रों का हंगामा वहां के कुछ ग्रामीणों द्वारा राजनीति के कारण कराया गया है।
