वाराणसी: पासपोर्ट वेरिफिकेशन में अब एआई का उपयोग, 15 दिन में घर पहुंचेगा पासपोर्ट
वाराणसी, 2 मई 2025: वाराणसी में पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया अब और तेज व सुगम होने जा रही है। विदेश मंत्रालय के पासपोर्ट विभाग ने पुलिस वेरिफिकेशन और दस्तावेजों की जांच में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक के उपयोग को लागू करने का फैसला किया है। इस नई व्यवस्था के तहत पासपोर्ट आवेदन की प्रक्रिया में समय की बचत होगी, और पासपोर्ट 15 दिन के भीतर आवेदकों के घर पहुंच जाएगा।
एआई से कैसे होगा वेरिफिकेशन?
नई प्रणाली के तहत ऑटोमेटिक दस्तावेज सत्यापन के लिए एआई टूल्स का उपयोग किया जाएगा। ये टूल्स आवेदन पत्र और जमा किए गए दस्तावेजों, जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, और जन्म प्रमाण पत्र, की स्कैनिंग करेंगे। एआई तकनीक के जरिए दस्तावेजों की प्रामाणिकता और आवेदक की पृष्ठभूमि की जांच तेजी से हो सकेगी। इसके अलावा, बायोमेट्रिक डेटा, एडवांस डेटा एनालिटिक्स, और चैटबॉट जैसी तकनीकों का भी उपयोग होगा, जिससे वेरिफिकेशन प्रक्रिया और सुरक्षित होगी।
पासपोर्ट कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “एआई के उपयोग से मानवीय त्रुटियों की संभावना कम होगी, और पुलिस वेरिफिकेशन में लगने वाला समय काफी हद तक कम हो जाएगा। पहले जहां वेरिफिकेशन में 30-45 दिन तक लग जाते थे, अब यह प्रक्रिया 10-15 दिन में पूरी हो जाएगी।”
पुलिस वेरिफिकेशन में बदलाव
पारंपरिक रूप से, पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए आवेदकों को पुलिस स्टेशन जाना पड़ता था, जहां दस्तावेजों की जांच और पृष्ठभूमि सत्यापन में समय लगता था। कुछ मामलों में, अनियमितताओं और रिश्वतखोरी की शिकायतें भी सामने आती थीं। नई व्यवस्था में, वाराणसी पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के निर्देश पर स्थानीय पुलिस भी इस प्रक्रिया को तेज करने में सहयोग करेगी। हाल ही में, गाजियाबाद में लागू की गई एक समान व्यवस्था के तहत पुलिस अब आवेदकों के घर जाकर वेरिफिकेशन करती है, और वाराणसी में भी इस मॉडल को अपनाने की योजना है।

लाभ और प्रभाव
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समय की बचत: एआई और डिजिटल तकनीकों के उपयोग से पासपोर्ट प्रक्रिया में 50% तक समय की बचत होगी।
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पारदर्शिता: एआई आधारित सत्यापन से रिश्वतखोरी और अनियमितताओं पर अंकुश लगेगा।
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सुविधा: आवेदकों को बार-बार पासपोर्ट कार्यालय या पुलिस स्टेशन के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
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तत्काल पासपोर्ट में आसानी: तत्काल पासपोर्ट के लिए भी यह प्रणाली तेजी से काम करेगी, जिससे आपातकालीन यात्रा की जरूरतों को पूरा करना आसान होगा।
वाराणसी में पासपोर्ट सेवाओं का महत्व
वाराणसी, जो धार्मिक और पर्यटन केंद्र होने के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र भी है, में हर साल हजारों लोग पासपोर्ट के लिए आवेदन करते हैं। कुंभ मेला और गंगा आरती जैसे आयोजनों के कारण यहां विदेशी पर्यटकों की आवाजाही भी बढ़ी है, जिससे पासपोर्ट सेवाओं की मांग में इजाफा हुआ है। नई एआई आधारित व्यवस्था से न केवल स्थानीय निवासियों को लाभ होगा, बल्कि यह क्षेत्र की प्रशासनिक क्षमता को भी मजबूत करेगा।
आवेदकों के लिए सुझाव
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ऑनलाइन आवेदन: पासपोर्ट सेवा पोर्टल (www.passportindia.gov.in) के माध्यम से आवेदन करें और तत्काल विकल्प चुनें, यदि जरूरी हो।
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दस्तावेजों की जांच: आधार, पैन, और पता प्रमाण जैसे दस्तावेजों को स्कैन करने से पहले उनकी सटीकता जांच लें।
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स्थानीय पुलिस से संपर्क: यदि वेरिफिकेशन में देरी हो, तो स्थानीय पुलिस स्टेशन या पासपोर्ट कार्यालय से संपर्क करें।
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शिकायत निवारण: रिश्वतखोरी या अनियमितता की स्थिति में उत्तर प्रदेश पुलिस की हेल्पलाइन (112) पर शिकायत दर्ज करें
प्रशासन की प्रतिक्रिया
वाराणसी पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा, “एआई आधारित वेरिफिकेशन से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और सुरक्षित होगी। हमारी पुलिस टीमें इस नई व्यवस्था को लागू करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”
