Valentine Day 2023 : क्या आप भी मना रहे है वैलेंटाइन वीक, तो जरूर पढ़े इस दिन से जुडी ख़ास बातें, कब क्यों और कैसे हुई इस दिन की शुरुआत ?
Valentine Day 2023 : सर्दियों की वापसी में गुलाबी मौसम का फरवरी माह किसी का भी दिल जीत ले, ऐसे में प्यार की लाली के क्या कहने ! शायद इसी लिए इस माह को वैलेंटाइन वीक के लिए चुना गया है. इस वीक में प्रेमी जोड़े एक दूसरे को अपने प्यार का इजहार करते है. इसकी शुरुआत 7 फरवरी से रोज़ डे से होती है और 14 फरवरी को आखिरी दिन वैलैेंटाइन डे के तौर पर मनाया जाता है. यह वीक भारत ही नहीं पूरे विश्व भर में मनाया जाता है.
आज के समय में इस दिन को तकरीबन हर कोई मनाता ही है. लेकिन इस मौके पर उठने वाला सवाल यह है कि, आखिर हम इस दिन को क्यों मनाते है ? इसके पीछे का इतिहास क्या है? यदि आप भी वैलेंटाइन डे का इतिहास जानना चाहते है तो यह खबर आपके लिए बहुत ख़ास है. क्यों की आज हम आपको इस खबर में बताने जा रहे है कि हम इस दिन को मनाते क्यों है ? आइए जानते है……
क्या वैलेंटाइन डे का इतिहास ?
बताया जाता है कि, इस दिन की शुरुआत रोम के राजा क्लॉडियस के समय में की गई थी. वह काफी क्रूर और शक्तिशाली था. उनका मानना था कि,प्यार और शादी पुरुषों की शक्ति को खत्म कर देती है. इसी के चलते राजा ने ये आदेश तक पारित कर दिया था कि, राज्य के अधिकारी और सैनिक शादी नहीं कर सकते थे. इस आदेश के खिलाफ आवाज रोम के एक पादरी ने आवाज उठाई जिनका नाम सेंट वैलेंटाइन था. बताया जाता है वैलेंटाइन हमेशा प्रेम को बढ़ावा देने की बात करते थे.
…… तो इस वजह से मनाया जाता है वैलेंटाइन डे ?
राजा के फरमान का विरोध करते हुए पादरी ने राजा की सेना के कई अधिकारियों और सैनिकों की शादी कराई इस बात की जानकारी जब राजा को हुई तो राजा ने 14 फरवरी 269 को सेंट वैलेंटाइन को फांसी पर लटका दिया। तब से ही वैलेंटाइन द्वारा प्रेम को लेकर दिए गए इस बलिदान को प्रेम दिवस के तौर पर मनाया जाता है.
इस कहानी से जुड़ा एक रोचक किस्सा और समाने आता है जिसमें बताया जाता है कि, जिस शहर में सेंट वैलेंटाइन रहते थे, वहां के जेलर की बेटी नेत्रहीन थी। सेंट वैलेंटाइन ने अपनी मौत के समय अपने नेत्र जेलर की बेटी जैकोबस को दान में दे दिए। उन्होंने जैकोबस को एक लेटर लिखा। जिसपर लिखा था ‘तुम्हारा वैलेंटाइन’