उत्तर प्रदेश का 2025 बजट: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया ऐलान
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य का 2025 का बजट पेश करते हुए इसे भारत की सनातन संस्कृति, महिला, गरीब और युवा कल्याण को समर्पित बताया। इस बजट का केंद्रीय विषय “वंचित को वरीयता” है, जो समाज के अंतिम व्यक्ति तक कल्याणकारी योजनाओं को पहुंचाने पर जोर देता है।
सीएम योगी ने कहा, “यह बजट प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमारे लिए नौंवा बजट है और वर्ष 2025 संविधान की लागू होने की और उत्तर प्रदेश की स्थापना के अमृत महोत्सव वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इस बजट से राज्य के रोडमैप को मजबूती मिलेगी।”
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार लखनऊ में बाबा साहेब अंबेडकर के लिए स्मारक केंद्र बनाएगी, जो उनके योगदान को याद दिलाएगा।
मुख्यमंत्री ने पिछले बजटों का उल्लेख करते हुए बताया कि 2017 में पहला बजट अन्नदाता किसानों को समर्पित था, जबकि 2018-19 का बजट उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य से बाहर निकालने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर और औद्योगिक विकास को ध्यान में रखकर तैयार किया गया था। 2019 का बजट महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित था, वहीं 2020 में युवा और रोजगार को प्राथमिकता दी गई थी। 2021 का बजट स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता को लेकर था, जबकि 2022 और 2023 के बजट ने प्रदेश में आत्मनिर्भरता और अंत्योदय के लक्ष्य को मजबूती दी थी।
2024 का बजट रामराज्य की अवधारणा के साथ पेश किया गया, जिसमें 65 करोड़ पर्यटकों ने प्रदेश का दौरा किया। इस बार 2025 के बजट में प्रदेश की सनातन संस्कृति और समाज के विभिन्न वर्गों की भलाई पर जोर दिया गया।
सीएम ने इस बजट में 2 लाख 25 हजार 561 करोड़ 49 लाख रुपये के कैपिटल एक्सपेंडिचर का लक्ष्य निर्धारित किया। इसके साथ ही, उन्होंने 2017 में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था 27 लाख 51 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है, जिसमें कोरोना के तीन साल भी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंत में कहा, “आज प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और हमने रेवेन्यू लीकेज को रोकने के लिए भी कई कदम उठाए हैं।”
