यूपी मौसम पूर्वानुमान: पारा तोड़ रहा रिकॉर्ड, आगरा में 40 डिग्री पार, कब मिलेगी राहत?
लखनऊ, 21 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश में अप्रैल का महीना अपने साथ भीषण गर्मी लेकर आया है। आगरा, प्रयागराज, कानपुर और वाराणसी जैसे शहरों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक गर्मी और लू का प्रकोप जारी रहेगा, लेकिन सप्ताह के अंत में कुछ राहत की उम्मीद है। आइए, उत्तर प्रदेश के मौसम और आगरा की स्थिति पर विस्तार से नजर डालते हैं।
आगरा में गर्मी का कहर: पारा 40 डिग्री पार
आगरा, जो अपनी ऐतिहासिक धरोहर ताजमहल के लिए विश्वविख्यात है, इन दिनों चिलचिलाती गर्मी की चपेट में है। सोमवार को शहर का अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.3 डिग्री अधिक है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और स्थानीय समाचारों के अनुसार, आगरा में तापमान 42 डिग्री तक पहुंचने की भी खबरें हैं। न्यूनतम तापमान भी 25 डिग्री से ऊपर बना हुआ है, जिससे रात में भी गर्मी से राहत नहीं मिल रही।
स्थानीय लोगों का कहना है कि दोपहर के समय सड़कों पर निकलना मुश्किल हो गया है। स्कूली बच्चे और दैनिक मजदूर विशेष रूप से इस गर्मी से परेशान हैं। आगरा में हीटवेव अलर्ट जारी किया गया है, और मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक तापमान के 43 डिग्री तक पहुंचने की चेतावनी दी है।
यूपी के अन्य शहरों का हाल
न केवल आगरा, बल्कि उत्तर प्रदेश के कई अन्य शहर भी गर्मी की मार झेल रहे हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार:
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प्रयागराज: 40.7 डिग्री सेल्सियस, प्रदेश का सबसे गर्म शहर।
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कानपुर: 44.7 डिग्री सेल्सियस (पिछले रिकॉर्ड के अनुसार)।
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वाराणसी: 45.2 डिग्री सेल्सियस, जो 2022 में देश का सबसे गर्म शहर रहा था।
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लखनऊ: अधिकतम तापमान 35.9 डिग्री सेल्सियस, लेकिन अगले दो दिनों में 42 डिग्री तक पहुंचने की संभावना
बरेली, झांसी, और सुल्तानपुर जैसे शहरों में भी तापमान 38-44 डिग्री के बीच दर्ज किया गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि थार मरुस्थल से आने वाली शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएं और नमी की कमी इस गर्मी को और तीव्र कर रही हैं।
क्यों बढ़ रही है गर्मी?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस साल अप्रैल में गर्मी के रिकॉर्ड तोड़ने के कई कारण हैं:
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पश्चिमी विक्षोभ की कमी: आमतौर पर अप्रैल में पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में बारिश और ठंडक लाते हैं, लेकिन इस बार इनकी गतिविधि कमजोर रही है।
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एल नीनो प्रभाव: ग्लोबल वार्मिंग और एल नीनो जैसे मौसमी पैटर्न ने तापमान को असामान्य रूप से बढ़ा दिया है।
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शुष्क हवाएं: पूर्वी हवाओं के बंद होने और थार मरुस्थल से शुष्क हवाओं के आने से नमी का स्तर कम हो गया है, जिससे लू की स्थिति बनी है।
लू का अलर्ट और सावधानियां
मौसम विभाग ने आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरेया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, और ललितपुर जैसे जिलों में लू का रेड अलर्ट जारी किया है। लोगों को सलाह दी गई है कि:
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दोपहर 12 से 3 बजे के बीच घर से बाहर निकलने से बचें।
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हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें और सिर को ढककर रखें।
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पर्याप्त मात्रा में पानी और ओआरएस का सेवन करें।
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बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि वे हीटस्ट्रोक के प्रति अधिक संवेदनशील हैं।
कब मिलेगी राहत?
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 3-4 दिन (21-24 अप्रैल) तक उत्तर प्रदेश में गर्मी और लू की स्थिति बनी रहेगी। हालांकि, 25 अप्रैल से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है, जिससे कुछ राहत मिल सकती है।
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आगरा: 25-26 अप्रैल को हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना है, जिससे तापमान में 2-3 डिग्री की कमी आ सकती है।
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लखनऊ और पूर्वी यूपी: 25 अप्रैल से धूल भरी आंधी और हल्की बारिश के आसार हैं।
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पश्चिमी यूपी: मेरठ, मुजफ्फरनगर, और सहारनपुर जैसे इलाकों में 24 अप्रैल से मौसम बदल सकता है
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, “25 अप्रैल के बाद बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती गतिविधियां बढ़ सकती हैं, जिससे बारिश और आंधी की संभावना बनेगी।”
किसानों और स्कूलों पर प्रभाव
गर्मी का असर किसानों पर भी पड़ रहा है। गेहूं की फसल को नुकसान होने की खबरें हैं, और आम-लीची जैसे फलों की पैदावार पर भी असर पड़ सकता है। कई जिलों में स्कूलों का समय बदल दिया गया है, और कुछ स्थानों पर छुट्टियां भी घोषित की गई हैं।
