यूपी: ‘ये लोग जिन्ना का महिमामंडन करते हैं’, सीएम योगी ने राणा सांगा को लेकर सपा पर बोला करारा हमला
गोरखपुर, 19 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) पर तीखा हमला बोला। गोरखपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने सपा पर राणा सांगा जैसे वीर योद्धाओं का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सपा के लोग देश तोड़ने वाले मुहम्मद अली जिन्ना का महिमामंडन करते हैं, लेकिन राणा सांगा जैसे योद्धाओं की वीरता और देशभक्ति को नहीं समझते। यह बयान सपा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच चल रहे तीखे राजनीतिक टकराव को और तेज करता है।
सीएम योगी का बयान
गोरखपुर में एक जनसभा के दौरान सीएम योगी ने कहा, “जिस देश-तोड़क जिन्ना के कारण पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू मारे-काटे जा रहे हैं, जिसके कारण आज भी दलित हिंदुओं पर निर्मम अत्याचार हो रहा है, उस जिन्ना का महिमामंडन समाजवादी पार्टी कर रही है। ये लोग जिन्ना और औरंगजेब की पूजा करते हैं, लेकिन राणा सांगा जैसे वीर योद्धा के बारे में क्या जानते हैं?” उन्होंने आगे कहा कि राणा सांगा ने देश, धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, लेकिन सपा जैसे दलों ने इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश किया।
सीएम योगी ने राणा सांगा को एक प्रतीक के रूप में पेश करते हुए कहा कि उनकी वीरता और बलिदान को हर भारतीय को याद रखना चाहिए। उन्होंने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे लोग देश की एकता और अखंडता को कमजोर करने की कोशिश करते हैं। यह बयान हाल ही में राणा सांगा को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद आया है, जिसमें सपा पर उनकी वीरता को कमतर आंकने का आरोप लगाया गया था।

राणा सांगा विवाद का पृष्ठभूमि
राणा सांगा, जिन्हें महाराणा संग्राम सिंह के नाम से भी जाना जाता है, मेवाड़ के एक प्रसिद्ध राजपूत शासक थे। उन्होंने 16वीं सदी में दिल्ली सल्तनत और मुगल शासक बाबर के खिलाफ कई युद्ध लड़े। उनकी वीरता और बलिदान को राजस्थान और भारत के इतिहास में गर्व के साथ याद किया जाता है। हाल ही में, सपा के कुछ नेताओं ने राणा सांगा के योगदान को लेकर कथित तौर पर विवादास्पद बयान दिए थे, जिसके बाद भाजपा ने इसे मुद्दा बनाया।
12 अप्रैल 2025 को सीएम योगी ने राणा सांगा को श्रद्धांजलि दी थी और इशारों में सपा पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि राणा सांगा ने वीरता, देशभक्ति और धर्म की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया, लेकिन कुछ लोग उनके योगदान को भुलाने की कोशिश कर रहे हैं। 26 मार्च 2025 को भी योगी ने एक बयान में कहा था कि “जिन्ना और औरंगजेब की पूजा करने वाले राणा सांगा के बारे में क्या जानते हैं।” इस बार गोरखपुर की सभा में उन्होंने इस मुद्दे को और जोरदार तरीके से उठाया।
सपा का जवाब
सपा ने सीएम योगी के बयान पर पलटवार किया है। सपा के एक प्रवक्ता ने कहा, “सीएम योगी हर बार इतिहास को तोड़-मरोड़कर लोगों को भड़काने की कोशिश करते हैं। सपा हमेशा से देश के वीर सपूतों का सम्मान करती है। यह भाजपा की रणनीति है कि वह धर्म और इतिहास के नाम पर लोगों को बांटने का काम करती है।” सपा ने यह भी आरोप लगाया कि योगी सरकार विकास के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के बयान देती है।
राजनीतिक संदर्भ
यह विवाद उत्तर प्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक तापमान को बढ़ाने वाला है। सपा और भाजपा के बीच पहले से ही कई मुद्दों पर तनातनी चल रही है। सपा जहां योगी सरकार पर विकास, बेरोजगारी और कानून-व्यवस्था को लेकर हमला बोलती है, वहीं भाजपा राष्ट्रीयता और सांस्कृतिक गौरव के मुद्दों को उठाकर सपा को घेरने की कोशिश करती है। राणा सांगा और जिन्ना को लेकर यह ताजा बयानबाजी दोनों दलों के बीच वैचारिक टकराव को और गहरा कर सकती है।
