UP News: ‘सुशासन की पहली शर्त है रूल ऑफ लॉ…’, सीएम योगी बोले- यह समयबद्ध, सहज और सरल भी हो
लखनऊ, 15 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुशासन को लेकर एक बार फिर अपने विचार रखे और कहा कि सुशासन की पहली शर्त है ‘रूल ऑफ लॉ’ (कानून का राज)। उन्होंने जोर देकर कहा कि कानून का राज न केवल स्थापित होना चाहिए, बल्कि यह समयबद्ध, सहज और सरल भी होना चाहिए ताकि आम नागरिक को इसका लाभ मिल सके। यह बयान उन्होंने लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान दिया, जहां उन्होंने प्रदेश में कानून-व्यवस्था और सुशासन के मुद्दों पर चर्चा की।
योगी का बयान: सुशासन का आधार है कानून का राज
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “आज उत्तर प्रदेश में न तो गंदगी दिखती है, न अव्यवस्था, न अराजकता और न ही दंगे। ‘रूल ऑफ लॉ’ आज जमीनी धरातल पर दिखाई देता है। सुशासन की पहली शर्त है कि कानून का राज हो, और यह राज ऐसा हो जो समय के साथ हो, सहज हो और हर व्यक्ति के लिए सरल हो।” उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने अपराध और अपराधियों के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई है, जिसके चलते संगठित अपराध पर लगाम लगी है।
योगी ने यह भी दावा किया कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति अब देश के लिए एक मिसाल बन चुकी है। उन्होंने कहा, “प्रदेश में कानून का डर अपराधियों में और विश्वास आम जनता में पैदा हुआ है। यह सुशासन का असली पैमाना है।”
समयबद्ध और सहज न्याय पर जोर
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि न्याय प्रक्रिया को समयबद्ध करना सुशासन की असली पहचान है। उन्होंने कहा, “न्याय में देरी, न्याय से वंचित होने के समान है। हमारी सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि अपराधी को सजा मिले और पीड़ित को जल्द से जल्द न्याय मिले।” उन्होंने पुलिस और प्रशासन को निर्देश दिए कि वे हर मामले को गंभीरता से लें और जनता की शिकायतों का त्वरित निपटारा करें।
योगी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने तकनीक का उपयोग करके प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल बनाया है। ऑनलाइन शिकायत निवारण तंत्र और डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए जनता की समस्याओं का समाधान तेजी से हो रहा है।

अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था
योगी ने अपनी सरकार के सात साल के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में अराजकता और अपराध का बोलबाला था। उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने संगठित अपराध, माफिया और गुंडागर्दी को जड़ से खत्म करने का काम किया है। “आज अपराधी या तो जेल में हैं या प्रदेश छोड़कर भाग गए हैं। यह ‘रूल ऑफ लॉ’ का परिणाम है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि प्रदेश में निवेश और विकास के लिए कानून-व्यवस्था की मजबूत स्थिति जरूरी है। “जब कानून का राज होता है, तभी निवेशक भरोसा करते हैं और रोजगार के अवसर बढ़ते हैं। उत्तर प्रदेश आज इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है,” योगी ने कहा।
विपक्ष पर निशाना
मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों पर भी अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा। उन्होंने कहा, “कुछ लोग अराजकता और अव्यवस्था फैलाकर अपनी राजनीति चमकाना चाहते थे, लेकिन जनता ने उन्हें नकार दिया। आज उत्तर प्रदेश की जनता सुशासन चाहती है, और हम उसे देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
हालांकि, उन्होंने किसी दल का नाम नहीं लिया, लेकिन माना जा रहा है कि उनका इशारा समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों की ओर था, जिन्हें वह अक्सर अराजकता फैलाने का आरोप लगाते रहे हैं।
जनता और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
योगी के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज है। कुछ लोगों ने इसे उत्तर प्रदेश में सुशासन के दावे के रूप में देखा है, जबकि विपक्षी दलों ने इसे “खोखला दावा” करार दिया। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने कहा, “मुख्यमंत्री के दावे हकीकत से कोसों दूर हैं।
