UP: 50 किमी की रफ्तार से चलीं पछुआ हवाओं से गिरा पारा, कई जगह चला धूल का अंधड़; फिर से पलटेगा मौसम
6 मार्च 2025 उत्तर प्रदेश में पछुआ हवाओं (west winds) के प्रभाव से मौसम में बदलाव देखा गया है। 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली इन हवाओं ने राज्य के कई हिस्सों में पारा गिरा दिया है, जिससे तापमान में अचानक कमी आई है। इसके साथ ही कई इलाकों में धूल का अंधड़ भी चला, जिससे दृश्यता कम हो गई और नागरिकों को असुविधा का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने भी इस बदलाव के बारे में चेतावनी दी है, और इसके साथ ही मौसम के पलटने का भी अनुमान जताया है।
पछुआ हवाओं का प्रभाव
पछुआ हवाएं, जो मुख्य रूप से उत्तर-पश्चिमी दिशा से आती हैं, उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में प्रभावी हो रही हैं। इन हवाओं की गति 50 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई, जो सामान्य से अधिक है। इन तेज हवाओं ने न केवल तापमान में गिरावट लाई है, बल्कि हवा में धूल और सूक्ष्म कणों को भी घुमा दिया, जिससे कई इलाकों में धूल का अंधड़ उत्पन्न हुआ। इससे न केवल मौसम ठंडा हुआ बल्कि कई स्थानों पर हवा की गुणवत्ता भी प्रभावित हुई है, और धूल के कारण सांस लेने में परेशानी हो रही है।
धूल भरे आंधी-तूफान के कारण सड़क और रेलवे यातायात में भी रुकावट आई, खासकर उन इलाकों में जहां दृश्यता बेहद कम हो गई थी। इसके अलावा, फसलों को भी नुकसान हो सकता है, क्योंकि धूल और तेज हवाएं खासकर गेहूं और सरसों जैसी फसलों के लिए नुकसानदेह हो सकती हैं।
तापमान में गिरावट
पछुआ हवाओं के प्रभाव से उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान में 4-5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई। राज्य की राजधानी लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, और वाराणसी जैसे शहरों में तापमान अचानक गिरा और ठंडक बढ़ी। लखनऊ में 15 डिग्री सेल्सियस तक तापमान गिरा, जबकि कई अन्य शहरों में 20-22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। यह बदलाव खासतौर पर उन इलाकों के लिए राहत का कारण बना है, जहां पिछले कुछ दिनों से गर्मी का प्रभाव बढ़ गया था।
धूल का अंधड़ और इसका असर
उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और मध्य हिस्सों में, जैसे कि मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, मुरादाबाद, और आसपास के इलाकों में तेज पछुआ हवाओं के कारण धूल का अंधड़ चला। धूल के कणों के कारण दृश्यता कम हो गई और लोगों को बाहर निकलने में परेशानी हुई। खासतौर पर दिन के समय, जब सूरज की रोशनी कमजोर हो गई, तब इस धूल भरे तूफान ने नागरिकों को असुविधा का सामना कराया।
इसके अलावा, ये हवाएं वायु प्रदूषण को भी बढ़ा सकती हैं, क्योंकि हवा में मिक्स होने वाली धूल और सूक्ष्म कणों से सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। विशेष रूप से उन लोगों को परेशानी हो सकती है जो अस्थमा या श्वसन रोगों से पीड़ित हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने नागरिकों से अपील की है कि वे घर के अंदर रहें और मास्क का उपयोग करें ताकि धूल से बचा जा सके।
मौसम के पलटने की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, हालांकि फिलहाल तापमान में गिरावट आई है और हवाओं का असर देखा जा रहा है, लेकिन आगामी दिनों में मौसम फिर से बदल सकता है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश में मौसम एक बार फिर से गरम हो सकता है, क्योंकि पछुआ हवाओं के प्रभाव के बाद कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना है, जो तापमान को फिर से बढ़ा सकती है।
इसके अलावा, मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि अगले कुछ दिनों में कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है, जिससे गर्मी का असर थोड़ी देर के लिए कम होगा। हालांकि, इस दौरान मौसम में उतार-चढ़ाव रहेगा, और नागरिकों को मौसम के बदलाव के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता होगी।
राहत की उम्मीद
पछुआ हवाओं के असर से प्रदेश में तापमान में जो गिरावट आई है, वह गर्मी के मौसम में राहत का कारण बनी है। हालांकि, यह राहत ज्यादा दिन नहीं रहेगी, क्योंकि मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में फिर से गर्मी बढ़ सकती है।
राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम के बदलाव के प्रति सतर्क रहें और जरूरत पड़ने पर ठंडे स्थानों पर रहें। इसके अलावा, विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है, क्योंकि धूल के कारण उनकी सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश में 50 किमी की रफ्तार से चली पछुआ हवाओं ने मौसम में अचानक बदलाव लाया है। इन हवाओं के चलते तापमान में गिरावट आई और कई इलाकों में धूल का अंधड़ चला। हालांकि इसने कुछ राहत दी है, लेकिन धूल और हवा की गुणवत्ता में गिरावट से समस्याएँ भी उत्पन्न हुई हैं। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि आने वाले दिनों में मौसम में फिर से बदलाव हो सकता है, जिससे तापमान में वृद्धि हो सकती है। ऐसे में नागरिकों को सतर्क रहने और मौसम के बदलाव के अनुसार सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
