यूपी कांग्रेस का ‘टैलेंट हंट’: नए प्रवक्ता और रिसर्चर तलाशने की अनोखी मुहिम, 6 शहरों में इंटरव्यू
लखनऊ/नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में 1989 के बाद से सत्ता से बाहर चल रही कांग्रेस पार्टी ने अपनी खोई जमीन वापस पाने के लिए एक नया और अनोखा प्रयोग शुरू किया है। पार्टी ने प्रदेश भर में ‘टैलेंट हंट अभियान’ चलाया है, जिसके जरिए नए, युवा और प्रभावी प्रवक्ता (स्पोक्सपर्सन) तथा रिसर्च कॉर्डिनेटर ढूंढे जा रहे हैं।आज मंगलवार को लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, गोरखपुर, आगरा और मेरठ समेत छह प्रमुख शहरों के कांग्रेस कार्यालयों में सुबह से इंटरव्यू का दौर चल रहा है। माहौल किसी बड़े कॉर्पोरेट जॉब इंटरव्यू से कम नहीं है। हर शहर में तीन सदस्यीय पैनल बनाया गया है, जिसमें दो वरिष्ठ कांग्रेस नेता और एक स्वतंत्र पत्रकार शामिल हैं।क्या पूछे जा रहे हैं सवाल?इंटरव्यू में उम्मीदवारों से सीधे-सीधे सवाल किए जा रहे हैं:
- कांग्रेस उत्तर प्रदेश में लगातार क्यों हार रही है?
- आप कांग्रेस से कब और क्यों जुड़े?
- पार्टी को फिर से खड़ा करने के लिए आप क्या करेंगे?
कई उम्मीदवार पार्टी नेतृत्व और रणनीति को ही हार का जिम्मेदार बता रहे हैं, तो कुछ शेर-ओ-शायरी सुनाकर अपना पक्ष रख रहे हैं।चयन प्रक्रिया कैसे होगी?
- प्रदेश भर से करीब 600 लोगों ने आवेदन किया है।
- आज के प्रारंभिक इंटरव्यू के बाद शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को अंतिम दौर में बुलाया जाएगा।
- फाइनल राउंड में पैनल डिस्कशन और लिखित परीक्षा होगी।
- इसके बाद अंतिम चयन सूची जारी की जाएगी।
वर्तमान में उत्तर प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के सिर्फ 2 विधायक हैं। पार्टी को उम्मीद है कि नए और आक्रामक प्रवक्ताओं की फौज से वह मीडिया और सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिति मजबूत कर सकेगी और जनता से फिर से जुड़ सकेगी।अब सबसे बड़ा सवाल यही है – क्या यह ‘टैलेंट हंट’ 36 साल से सत्ता से बाहर कांग्रेस को यूपी में नई जान फूंक पाएगा? इसका जवाब तो वक्त ही बताएगा।