यूपी में फिर चली तबादला एक्सप्रेस: 9 IAS अधिकारियों का तबादला, जानें किसे कहां मिली तैनाती
लखनऊ, 15 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बार फिर प्रशासनिक स्तर पर बड़ा फेरबदल करते हुए 9 वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारियों का तबादला किया है। यह तबादले देर रात जारी किए गए, जिसमें विभिन्न विभागों और महत्वपूर्ण पदों पर नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इस तबादला सूची में कुछ अधिकारियों को दोहरी जिम्मेदारी दी गई है, जबकि कुछ को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है। आइए, जानते हैं कि किसे कहां तैनाती मिली है।
तबादला सूची: नई तैनातियां और जिम्मेदारियां
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समीर वर्मा
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नई तैनाती: महानिरीक्षक निबंधन
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पिछला पद: विशेष सचिव, नियोजन विभाग
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समीर वर्मा को अब निबंधन विभाग में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो प्रदेश में संपत्ति रजिस्ट्री से जुड़े कार्यों को देखेगा।
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भूपेंद्र एस. चौधरी
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नई तैनाती: आयुक्त, खाद्य एवं रसद
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पिछला पद: विशेष सचिव, खाद्य एवं रसद विभाग
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भूपेंद्र चौधरी को खाद्य एवं रसद विभाग में आयुक्त की जिम्मेदारी दी गई है, जो सार्वजनिक वितरण प्रणाली और खाद्य आपूर्ति की निगरानी करेंगे।
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हीरा लाल
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नई तैनाती: आयुक्त एवं निबंधक, सहकारी समितियां
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पिछला पद: विशेष सचिव, सहकारिता विभाग
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हीरा लाल को सहकारी समितियों के संचालन और नियमन की जिम्मेदारी दी गई है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में सहकारी आंदोलन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
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नवीन कुमार जी.एस.
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नई तैनाती: स्टेट नोडल ऑफिसर, प्रधानमंत्री आवास योजना
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पिछला पद: विशेष सचिव, आवास एवं शहरी नियोजन विभाग
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नवीन कुमार को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश में आवास परियोजनाओं की निगरानी और कार्यान्वयन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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बी. चंद्रकला
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नई तैनाती: विशेष सचिव, ग्राम्य विकास विभाग (दोहरी जिम्मेदारी के साथ)
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पिछला पद: विशेष सचिव, बेसिक शिक्षा विभाग
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बी. चंद्रकला को ग्राम्य विकास विभाग में विशेष सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही, उन्हें बेसिक शिक्षा विभाग में उनकी मौजूदा भूमिका भी जारी रखने का निर्देश दिया गया है।
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पी.एन. सिंह
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नई तैनाती: प्रतीक्षा सूची (वेटिंग)
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पिछला पद: आयुक्त, गन्ना विभाग
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गन्ना आयुक्त के रूप में कार्यरत पी.एन. सिंह को फिलहाल प्रतीक्षा सूची में रखा गया है। उनके लिए जल्द ही नई जिम्मेदारी तय की जा सकती है।
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रमेश मिश्रा
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नई तैनाती: विशेष सचिव, लोक निर्माण विभाग
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पिछला पद: विशेष सचिव, सिंचाई विभाग
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रमेश मिश्रा को अब लोक निर्माण विभाग में विशेष सचिव के रूप में तैनात किया गया है, जहां वे सड़क और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की देखरेख करेंगे।
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अनिता सिंह
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नई तैनाती: विशेष सचिव, उच्च शिक्षा विभाग
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पिछला पद: विशेष सचिव, माध्यमिक शिक्षा विभाग
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अनिता सिंह को उच्च शिक्षा विभाग में विशेष सचिव के रूप में स्थानांतरित किया गया है, जहां वे कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से संबंधित नीतियों पर काम करेंगी।
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विजय कुमार
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नई तैनाती: विशेष सचिव, परिवहन विभाग
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पिछला पद: विशेष सचिव, राजस्व विभाग
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विजय कुमार को परिवहन विभाग में विशेष सचिव की जिम्मेदारी दी गई है, जहां वे सार्वजनिक परिवहन और सड़क सुरक्षा से जुड़े कार्यों की निगरानी करेंगे।
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तबादलों का उद्देश्य
इन तबादलों को प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने और विभिन्न विभागों में सुशासन को मजबूत करने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश में हाल के महीनों में कई बार बड़े पैमाने पर IAS और IPS अधिकारियों के तबादले हुए हैं, जो योगी आदित्यनाथ सरकार की सक्रिय प्रशासनिक नीति को दर्शाते हैं। सूत्रों के मुताबिक, यह तबादले आगामी महाकुंभ 2025 की तैयारियों और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को गति देने के लिए भी किए गए हैं।
बी. चंद्रकला को दोहरी जिम्मेदारी
तबादला सूची में बी. चंद्रकला का नाम विशेष रूप से चर्चा में है, क्योंकि उन्हें ग्राम्य विकास विभाग में नई जिम्मेदारी के साथ-साथ बेसिक शिक्षा विभाग में भी काम करने का निर्देश दिया गया है। यह दोहरी जिम्मेदारी उनके प्रशासनिक कौशल और अनुभव को दर्शाती है। चंद्रकला पहले भी कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी कार्यकुशलता के लिए जानी जाती रही हैं।
पी.एन. सिंह को प्रतीक्षा सूची में क्यों?
गन्ना आयुक्त पी.एन. सिंह को प्रतीक्षा सूची में रखे जाने से कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। कुछ सूत्रों का कहना है कि यह फैसला गन्ना विभाग में नई रणनीति और नेतृत्व परिवर्तन का हिस्सा हो सकता है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है। माना जा रहा है कि सिंह को जल्द ही किसी अन्य महत्वपूर्ण पद पर तैनात किया जा सकता है।
राजनीतिक और प्रशासनिक प्रतिक्रियाएं
इन तबादलों को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर सवाल उठाए हैं। समाजवादी पार्टी के एक नेता ने कहा, “बार-बार तबादले से प्रशासनिक अस्थिरता बढ़ती है। सरकार को स्थायी नीति अपनानी चाहिए।” वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता ने इसे सुशासन की दिशा में कदम बताया और कहा कि योगी सरकार प्रशासन को और चुस्त-दुरुस्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।
संदर्भ और महत्व
यह तबादले ऐसे समय में हुए हैं, जब उत्तर प्रदेश में महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। इसके अलावा, प्रदेश में बुनियादी ढांचा परियोजनाएं, जैसे एक्सप्रेसवे और औद्योगिक गलियारे, भी तेजी से चल रही हैं। इन तबादलों को इन परियोजनाओं को गति देने और प्रशासनिक समन्वय को बेहतर करने की दिशा में देखा जा रहा है।
पिछले कुछ महीनों में उत्तर प्रदेश में कई बड़े पैमाने पर तबादले हुए हैं। जनवरी 2025 में 46 IAS अधिकारियों का तबादला किया गया था, जिसमें कई प्रमुख सचिव और आयुक्त स्तर के अधिकारी शामिल थे। इसके बाद भी छोटे-बड़े स्तर पर तबादले जारी रहे हैं, जो सरकार की सक्रिय प्रशासनिक रणनीति को दर्शाते हैं।
