ग्रामीण क्षेत्र के खेल मेधाओं का अतिशीघ्र पूरा होगा खेल मैदानों का सपना

ग्रामीण मेधाओं का सपना अब बहुत शीघ्र पूरा हो सकता है। खेलो इंडिया मिनी स्टेडियम बनाने के लिए केन्द्र और राज्य सरकार तेजी से कार्य कर रही है। कानपुर नगर के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक ब्लाक में तीन खेल मैदान बनाने की योजना है। यह जानकारी शनिवार को श्रम रोजगार मनरेगा उपायुक्त पीडीएस रमेश चन्द्र ने दी।
उन्होंने बताया कि निर्माणाधीन खेल मैदानों को पूरा कराने के लिए मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार ने कड़ा निर्देश दिया कि सभी खेल मैदानों का कार्य अतिशीघ्र पूरा कराया जाय।
प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में 62 मिनी स्टेडियम का निर्माण होना था। इसमें मकसूदाबाद के बाद सरसौल, भीतरगांव, बिधनू व पतारा में लगभग 35 करोड़ की लागत से चार स्टेडियम को स्वीकृति मिली थी।
पिछले वर्ष इसकी शुरुआत बिठूर के मकसूदाबाद नसेनिया रोड पर बने रहे मिनी स्टेडियम से हो चुकी थी, जिसकी लागत लगभग आठ करोड़ तय की गई थी। जिसे केडीए ने मास्टर प्लान में वन आरक्षित भूमि बताकर पिछले दिनों बंद कराया था। इसके बाद कोविड संक्रमण के कारण कई दिनों काम बंद रहा, जिसके कारण ग्रामीण मेधाएं लंबे समय से इसका इंतजार कर रही हैं। हालांकि यह भी दावा किया था कि खेल मैदानों का कार्य 2022 में पूरा करा लिया जाएगा। लेकिन अब तक सभी खेल मैदानों का कार्य पूरा नहीं किया जा सका।
खेल मैदानों के निर्माण कार्यों को लेकर सीडीओ ने कड़ा निर्देश जारी किया है कि निर्माणाधीन खेल मैदानों के कार्यों को पूरा कराया जाय। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के नौनिहालों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।
