• March 12, 2025

सुंदरबनी में भारतीय सेना की गाड़ी पर आतंकी हमला, कोई हताहत नहीं; सुरक्षाबलों ने इलाके को घेरा

जम्मू कश्मीर, 26 फरवरी 2025: जम्मू कश्मीर के सुंदरबनी इलाके में रविवार को भारतीय सेना की गाड़ी पर आतंकवादियों ने हमला किया। यह घटना उस समय घटी जब सेना की गाड़ी एक नियमित गश्त पर थी। हालांकि, इस हमले में कोई सैनिक हताहत नहीं हुआ, लेकिन घटना के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। इस हमले को लेकर आतंकवादी संगठन अभी तक कोई जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन सुरक्षा बलों का मानना ​​है कि यह हमला पाकिस्तान से प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा किया गया हो सकता है।

हमला कैसे हुआ:

सुंदरबनी क्षेत्र जो कि जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले के अंतर्गत आता है, एक संवेदनशील और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र है। रविवार की सुबह, भारतीय सेना की एक गश्ती वाहन सुंदरबनी के निकट स्थित एक गांव से गुजर रही थी। उसी समय आतंकवादियों ने घात लगाकर सेना की गाड़ी पर गोलीबारी शुरू कर दी। गाड़ी में सवार सैनिकों ने तत्परता दिखाते हुए जवाबी कार्रवाई की और आतंकवादियों को भागने पर मजबूर कर दिया। हालांकि, हमले में किसी भी सैनिक के घायल या शहीद होने की कोई रिपोर्ट नहीं आई है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमले के बाद आतंकवादियों ने मौके से तेजी से भागने की कोशिश की, लेकिन सेना और सुरक्षा बलों ने त्वरित प्रतिक्रिया करते हुए पूरे इलाके को घेर लिया। सेना के विशेष बलों ने स्थानीय पुलिस और CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) के साथ मिलकर तलाशी अभियान शुरू किया। क्षेत्र में घेराबंदी के कारण आतंकवादी किसी भी प्रकार की बड़ी कार्रवाई नहीं कर पाए और मौके से भागने में सफल रहे।

सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया:

जैसे ही आतंकवादी हमले की जानकारी मिली, भारतीय सेना और पुलिस के उच्च अधिकारियों ने घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह हमला आतंकवादियों की एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा था, जो इलाके में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि आतंकवादियों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन क्षेत्र में तलाशी अभियान जारी है।

सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और आतंकवादियों की तलाश के लिए क्षेत्र में हर संभावित ठिकाने की जांच की जा रही है। अतिरिक्त बलों को भी मौके पर भेजा गया है ताकि आतंकवादियों के भागने के प्रयास को विफल किया जा सके।

कश्मीर में आतंकवाद की बढ़ती गतिविधियां:

पिछले कुछ वर्षों में जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों की गतिविधियों में कुछ वृद्धि देखी गई है, खासकर उन इलाकों में जो नियंत्रण रेखा (LoC) के नजदीक हैं। सुंदरबनी और इसके आसपास के क्षेत्र लगातार आतंकवादियों के लिए सुरक्षित ठिकाने रहे हैं, जहां से वे आतंकवादी हमलों को अंजाम देते हैं और फिर नियंत्रण रेखा के पार चले जाते हैं।

यह हमला उस समय हुआ जब जम्मू कश्मीर में पंचायत चुनावों की प्रक्रिया जारी थी और सुरक्षाबल राज्य में शांति बनाए रखने के लिए पूरी तरह से सक्रिय थे। आतंकवादी संगठनों की कोशिश रहती है कि वे राज्य में अस्थिरता पैदा करें, खासकर चुनावों और अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं के दौरान।

सुरक्षा हालात पर सवाल:

हमले के बाद, क्षेत्र के नागरिकों में चिंता का माहौल है। सुंदरबनी के आसपास के गांवों में आतंकवादी गतिविधियों के डर से लोग डरे हुए हैं। स्थानीय निवासी अपने घरों से बाहर निकलने में हिचकिचा रहे हैं। हालांकि, सुरक्षा बलों ने उन्हें आश्वस्त किया है कि इलाके में स्थिति नियंत्रण में है और आतंकवादियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।

इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन ने गांवों के नजदीकी इलाकों में धारा 144 लागू कर दी है और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर पुलिस की तैनाती बढ़ा दी है। प्रशासन का कहना है कि उनकी प्राथमिकता इलाके में सुरक्षा बनाए रखना है और नागरिकों को किसी भी प्रकार की घबराहट से बचने के लिए लगातार सूचनाएं दी जा रही हैं।

आतंकवादियों के मंसूबे:

विश्लेषकों का मानना है कि यह हमला आतंकवादियों की एक बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है, जिसका उद्देश्य राज्य में माहौल को गर्माना है। वे यह मानते हैं कि आतंकवादी कश्मीर घाटी में बड़े हमलों की योजना बना रहे हैं और सुंदरबनी जैसे इलाकों में आतंक फैलाने के लिए यह हमला किया गया।

कश्मीर में पिछले कुछ वर्षों में आतंकवाद की घटनाओं में कमी आई थी, लेकिन इस प्रकार के हमले इस बात का संकेत हो सकते हैं कि आतंकवादी संगठन फिर से सक्रिय हो रहे हैं। भारतीय सेना और सुरक्षाबलों ने इन घटनाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने का दावा किया है।

समर्थन और आतंकवाद पर काबू पाने के प्रयास:

भारत सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी कड़ी नीतियों को जारी रखा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में बयान दिया था कि सरकार कश्मीर में आतंकवादियों को किसी भी कीमत पर खत्म करने का संकल्प ले चुकी है। उन्होंने यह भी कहा था कि जम्मू कश्मीर में शांति की बहाली के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।

सुरक्षाबलों की कड़ी मेहनत और क्षेत्र में बढ़ते सैन्य अभियानों ने हाल के वर्षों में आतंकवादियों की गतिविधियों में काफी कमी की थी। हालांकि, इस हमले ने यह साफ कर दिया कि आतंकवाद का खतरा अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। सुरक्षाबल अब और अधिक सशक्त तरीके से इन आतंकवादी समूहों का सफाया करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

निष्कर्ष:

सुंदरबनी में भारतीय सेना की गाड़ी पर हुए आतंकी हमले ने जम्मू कश्मीर में आतंकवाद की फिर से सक्रियता को उजागर किया है। हालांकि हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन इससे यह साफ हो गया है कि आतंकवादियों का नेटवर्क अब भी सक्रिय है और सुरक्षा बलों को उनके खिलाफ अपनी लड़ाई को और तेज करने की आवश्यकता है। सेना और सुरक्षाबल इस हमले का कड़ा जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, और यह सुनिश्चित करेंगे कि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा कायम रहे।

Digiqole Ad

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *