• December 28, 2025

श्रीराम गौधाम सेवा समिति की 15 दिवसीय गोरक्षा जन जागरण यात्रा 23 अक्टूबर से मध्य प्रदेश होगी शुरू : भट्ट

 श्रीराम गौधाम सेवा समिति की 15 दिवसीय गोरक्षा जन जागरण यात्रा 23 अक्टूबर से मध्य प्रदेश होगी शुरू : भट्ट

श्रीराम गौधाम सेवा समिति की 15 दिवसीय गोरक्षा जन जागरण यात्रा 23 अक्टूबर से मध्य प्रदेश होगी शुरू : भट्ट

-यात्रा का उद्देश्य गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिये जाने के साथ गोरक्षा कानून पूरे भारत में लागू किया जाना
ऋषिकेश, 21 अक्टूबर (हि.स.)। श्री राम गौधाम सेवा समिति गोरक्षा जन जागरण के लिए 23 अक्टूबर को मध्यप्रदेश से 15 दिवसीय गौ यात्रा का शुभारंभ करेगी। उसकी सफलता के लिए ऋषिकेश से मध्यप्रदेश के लिए 35 सदस्यों का दल रवाना हो गया है। जिसका ऋषिकेश में गौ भक्तों द्वारा माल्यार्पण कर दल को रवाना किया गया।

श्रीराम गौ धाम के संस्थापक और गौ भक्त जगदीश प्रसाद भट्ट ने ऋषिकेश में पत्रकार वार्ता में बताया कि समिति की 23 अक्टूबर को मध्यप्रदेश से 15 दिवसीय आयोजित की जाने वाली गौ यात्रा देश के कई राज्यों से होकर गुजरेगी। यात्रा के लिए समिति के सदस्य ऋषिकेश से मध्यप्रदेश के लिए रवाना हो गए हैं। उन्होंने इस यात्रा का उद्देश्य गांव से लेकर शहर की सड़कों पर निराश्रित घूम रही गौमाता एवं गौ वंशों की दशा सुधारने के लिए एक जन जागरण अभियान करना है। उन्होंने कहा कि यात्रा के माध्यम से गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिये जाने के साथ गोरक्षा कानून पूरे भारत में लागू किया जाना भी है।

समिति संस्थापक जगदीश ने कहा कि श्रीराम गौधाम सेवा समिति निराश्रित गौमाता और गौ वंशों की दशा और दिशा सुधारने के लिए एक ऐतिहासिक गोरखा जनजागरण भारत यात्रा का शुभारंभ विश्वविख्यात, अनंत विभूषित संत शिरोमणी पद्मविभूषण तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानन्दाचार्या स्वामी रामभद्राचार्य महाराज के आशीर्वाद एवं सान्निध्य में 23 अक्टूबर 2023 से मध्य प्रदेश के शियोपुर जनपद के वन क्षेत्र से प्रारंभ की जायेगी, जो मध्यप्रदेश प्रदेश से चलकर उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल तथा उत्तराखण्ड के हरिद्वार में पहुंचेगी, जहाँ इसका दिव्य एवं भव्य समापन महामण्डलेश्वरी सती के सानिध्य में होगा । इस एतिहासिक गौरक्षा जनजागरण भारत यात्रा को देशभर के संत समाज एवं प्रबद्धजनों का आशीर्वाद मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि गौ माता हमारे हिन्दू सनातन की माता है। गौमाता की शास्त्रों में बहुत बड़ी महिमा है और वह सभी प्रकार से पूज्य है फिर भी गौमाता की इतनी बुरी दुर्दशा क्यों हो रही है। गौमाता से बढ़कर कोई दूसरा बड़ा धर्म एवं महान पुण्य कार्य नहीं है। गौमाता को कभी भूलकर भी अन्य पशुओं से तुलना ना करें एवं अन्य पशुओं की भांति साधारण नहीं समझना चाहिए। गौमाता के शरीर में 13 कोटि देवी देवताओं का वास होता है।

पत्रकार वार्ता में जगदीश भट्ट,रामावल्लभ भट्ट, महंत मनोज प्रपन्नाचार्य, यात्रा संयोजक डा, जगत राम भट्ट, देवी प्रसाद , शांति प्रसाद भट्ट, प्रवक्ता गौरव यात्रा अनिल कुमार गुप्ता, सुमन डोभाल, सचिन सुदेश भट्ट ,उपाध्यक्ष योगी दिलीप बिष्ट, गौ सेवक नीरज चौधरी ,मदन सिंह बिष्ट , उषा देवी,राकेश चतुर्वेदी, सतीश भट्ट, वीरेंद्र प्रसाद जोशी, कार्यक्रम अधिकारी हर्ष मनी उनियाल, मनीष व्यास, आदि भी उपस्थित थे।

Digiqole Ad

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *