सीमा हैदर को भी छोड़ना होगा भारत?: पाकिस्तानियों को 48 घंटे का अल्टीमेटम, पहलगाम हमले के बाद सरकार का कड़ा कदम
नई दिल्ली, 24 अप्रैल 2025: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले ने भारत-पाकिस्तान संबंधों को एक नए तनावपूर्ण मोड़ पर ला दिया है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई, जिनमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक शामिल थे। हमले की जिम्मेदारी द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF), लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े एक आतंकी संगठन ने ली। इसके जवाब में भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए, जिनमें देश में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश शामिल है। इस फैसले ने एक बार फिर सीमा हैदर को सुर्खियों में ला दिया है, जो पाकिस्तान से अवैध रूप से भारत आई थीं और अब ग्रेटर नोएडा में अपने भारतीय पति सचिन मीणा के साथ रह रही हैं। सवाल यह उठ रहा है कि क्या सीमा हैदर को भी भारत छोड़ना होगा?
पहलगाम हमले और भारत का जवाब
पहलगाम के बैसारन घाटी में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। हमलावरों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें नवविवाहित जोड़े, बच्चे और परिवार शामिल थे। हमले की क्रूरता ने भारत को त्वरित और कठोर कार्रवाई के लिए प्रेरित किया। 23 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में पांच बड़े फैसले लिए गए:
-
इंडस वाटर ट्रीटी का निलंबन: भारत ने 1960 के सिंधु जल समझौते को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया, जब तक कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद का समर्थन बंद नहीं करता। यह कदम पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।
-
अटारी-वाघा सीमा बंद: अटारी-वाघा चेकपोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार और आवाजाही प्रभावित होगी।
-
पाकिस्तानी राजनयिकों का निष्कासन: नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को “पर्सोना नॉन ग्राटा” घोषित किया गया और उन्हें एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया।
-
SAARC वीजा छूट योजना रद्द: पाकिस्तानी नागरिकों के लिए SAARC वीजा छूट योजना (SVES) को रद्द कर दिया गया, और भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया।
-
आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई: भारत ने हमले के अपराधियों और उनके प्रायोजकों को न्याय के कटघरे में लाने का संकल्प लिया।
इन कदमों की घोषणा विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने की, जिन्होंने कहा कि हमले के पीछे “सीमा पार संबंध” के सबूत मिले हैं।

सीमा हैदर का मामला
सीमा हैदर, जो पाकिस्तान की नागरिक हैं, मई 2023 में नेपाल के रास्ते अवैध रूप से भारत आई थीं। उनकी मुलाकात ग्रेटर नोएडा के सचिन मीणा से पबजी गेम के जरिए हुई थी, जो बाद में प्रेम और शादी में बदल गई। सीमा अपने चार बच्चों (पाकिस्तान में पहले पति गुलाम हैदर से) के साथ भारत आईं और सचिन के साथ रहने लगीं। उन्होंने हिंदू धर्म अपना लिया और दोनों का एक बच्चा भी हुआ, जो भारत में जन्मा है।
सीमा का मामला पहले से ही विवादास्पद रहा है। जुलाई 2023 में उन्हें और सचिन को अवैध प्रवेश और शरण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया। सीमा की नागरिकता का मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है, और उनके वकील एपी सिंह ने दावा किया है कि उन्होंने भारत सरकार के समक्ष मर्सी पिटिशन दाखिल की है।
क्या सीमा हैदर को भारत छोड़ना होगा?
भारत सरकार के 48 घंटे के अल्टीमेटम ने सीमा हैदर की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोशल मीडिया पर लोग यह मांग कर रहे हैं कि सीमा को भी पाकिस्तान भेजा जाए, क्योंकि वह अवैध रूप से भारत में प्रवेश की थीं। हालांकि, विशेषज्ञों और कानूनी जानकारों के बीच इस मामले पर अलग-अलग राय हैं:
-
कानूनी स्थिति: दिल्ली हाईकोर्ट के वकील अबू बकर सब्बाक का कहना है कि सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ना होगा, और इसमें सीमा हैदर भी शामिल हो सकती हैं। हालांकि, सरकारी सूत्रों के अनुसार, चूंकि सीमा का मामला कोर्ट में विचाराधीन है, और वह हाल ही में भारत में एक बच्चे की मां बनी हैं, इसलिए उन पर तत्काल प्रभाव से यह आदेश लागू नहीं हो सकता।
-
संवेदनशीलता: सीमा के वकील एपी सिंह ने कहा कि सीमा अब “भारत की बहू” हैं और उनकी नागरिकता की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने यह भी दावा किया कि सीमा की नवजात बेटी अस्पताल में है, जिससे उनका मामला और संवेदनशील हो गया है।
-
सुरक्षा चिंताएं: सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही सीमा की गतिविधियों पर नजर रख रही हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि भारत-पाकिस्तान तनाव और राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर सीमा का मामला और जटिल हो सकता है।
-
कोर्ट और गृह मंत्रालय का फैसला: सीमा पर सरकार का आदेश लागू होगा या नहीं, यह कोर्ट और गृह मंत्रालय के अंतिम निर्णय पर निर्भर करेगा। अगर राज्य सरकार इस मामले में रिपोर्ट दायर करती है, तो सीमा को अवैध प्रवेश के लिए सजा या निर्वासन का सामना करना पड़ सकता है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और गुलाम हैदर का वीडियो
पाकिस्तान ने हमले में अपनी किसी भी भूमिका से इनकार किया है। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इसे “घरेलू हिंसा” करार दिया और चेतावनी दी कि भारत की किसी भी कार्रवाई का जवाब दिया जाएगा। इस बीच, सीमा के पहले पति गुलाम हैदर का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने सीमा और उनके वकील एपी सिंह पर निशाना साधा और भारत सरकार से सीमा को वापस भेजने की मांग की।
सोशल मीडिया पर बहस
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर सीमा हैदर ट्रेंड कर रही हैं, जहां लोग उनकी स्थिति को लेकर सवाल उठा रहे हैं। कुछ यूजर्स का कहना है कि नियमों का पालन करना सभी के लिए जरूरी है, और सीमा को भी देश छोड़ना चाहिए। वहीं, कुछ लोग उनकी शादी और भारत में जन्मे बच्चे के आधार पर उनके लिए सहानुभूति जता रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
पहलगाम हमले की निंदा वैश्विक स्तर पर हुई है। अमेरिका ने जम्मू-कश्मीर के लिए “यात्रा न करें” की एडवाइजरी जारी की, और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत को अपराधियों को सजा देने के लिए समर्थन का आश्वासन दिया। पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने भी हमले की निंदा की।
विरोध प्रदर्शन
24 अप्रैल को दिल्ली के चाणक्यपुरी में पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर सैकड़ों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। बीजेपी और अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए और आतंकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाया। प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों ने बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी।
