मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब देखकर बदला गया ट्रैफिक प्लान, जानें कहां रहेगा रूट डायवर्जन

 मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब देखकर बदला गया ट्रैफिक प्लान, जानें कहां रहेगा रूट डायवर्जन

लखनऊ: गंगा की धरा पर विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ के दूसरे दिन मकर संक्रांति के दिन संगम में अमृत स्नान करने के लिए साढ़े तीन करोड़ श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा।श्रध्दालुओं के उमड़े सैलाब से मेला पुलिस को रणनीति में बदलाव करना पड़ा।श्रद्धालुओं का सैलाब सुरक्षित प्रवेश और निकासी को लेकर आननफानन में रूट डायवर्जन किया गया।अब मौनी अमावस्या पर रूट डायवर्जन और सुरक्षा व्यवस्था में भी बदला रहेगा।डीआईजी वैभव कृष्ण ने सभी पुलिस अधिकारियों को इस रणनीति के तहत काम करने का निर्देश दिया है।

बता दें कि महाकुंभ में अब तक तीन दिन में 5.35 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई है।मकर संक्रांति के दिन सबसे अधिक साढ़े तीन करोड़,पौष पूर्णिमा पर 1.65 करोड़ और दिन बुधवार को 20 लाख श्रध्दालुओं ने संगम में आस्था डुबकी लगाई।पुलिस प्रशासन की उम्मीद से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने से अब रणनीति में थोड़ा बदलाव किया गया है। खासकर 29 जनवरी को मौनी अमावस्या, 3 फरवरी को बसंत पंचमी, 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन सुरक्षा और यातायात को लेकर नई योजना के तहत काम किया जाएगा।

बढ़ेगी अखाड़ों के मार्ग पर सुरक्षा

महाकुंभ में मकर संक्रांति पर पहले अमृत स्नान के दिन भक्ति और आस्था से सराबोर श्रद्धालुओं की भीड़ अखाड़ों के मार्ग पर आ गई थी।अखाड़ा मार्ग पर चरण रज लेने की होड़ में कई जगह बैरिकेडिंग तक टूट गई थी।श्रद्धालुओं के उत्साह से अखाड़ों को संगम नोज तक पहुंचने का रास्ता काफी देर से मिला।इस विकट परिस्थिति को देखते हुए मेला पुलिस ने मौनी अमावस्या के स्नान के दिन सुरक्षा के कड़े इंतजाम का फैसला लिया है।पुलिस के अलावा पैरामिलट्री के जवान मोर्चा संभालेंगे।साथ ही बैरेकेडिंग को और मजबूत बनाया जाएगा। किसी भी अखाड़ों के मार्ग पर आने नहीं दिया जाएगा।

इस तरह लागू होगा रूट डायवर्जन

विशेष पर्व पर यदि दशाश्वमेध मंदिर की तरफ श्रध्दालुओं के भीड़ का दबाव अधिक होने पर दारागंज,अलोपीबाग, बाघम्बरी,अल्लापुर से ओल्ड जीटी दारागंज मार्ग होकर आने वाले श्रद्धालु और बक्शी बांध से बक्शी बांध पुलिस चौकी होकर निराला मार्ग व कच्ची सड़क से ओल्ड जीटी दारागंज मार्ग पर आने वाले श्रद्धालु को गंगापूर्ति तिराहे पर बैरियर लगाकर बाएं मोड़ा जाएगा। दशाश्वमेध मंदिर की तरफ नहीं भेजकर पीपा पुल संख्या 13, गंगोली शिवालय के माध्यम से झूसी क्षेत्र के सेक्टर 5 में बने स्नान घाटों पर स्नान कराया जाएगा।

संगम क्षेत्र में श्रध्दालुओं के भीड़ का अत्यधिक दबाव बढ़ने पर सेक्टर नंबर 6 से 10 होकर संगम की तरफ आने वाले श्रद्धालुओं को गंगेश्वर बजरंगदास चौराहा, अनंतमाधव बजरंगदास चौराहा, नागवासुकि बजरंगदास चौराहा व विंदू माधव बजरंगदास चौराहा पर बैरियर लगाकर बाएं मोड़कर क्षेत्र में बने स्नानघाटों पर स्नान कराया जाएगा। वहीं यदि गंगेश्वर, अनंतमायव व नागवामुकि क्षेत्र में भी श्रध्दालुओं की भीड़ को पीपापुल संख्या 22 मंगेश्वर, पीपापुल संख्या 20 अनंतमायव व पीपापुल संख्या 17 नागवासुकि से इसी क्षेत्र में श्रद्धालुओं को स्नान को भेजा जाएगा।

जवाहरलाल नेहरू मार्ग से आने वाले सभी पैदल श्रध्दालुओं को बालसन चौराहे से आगे इंदू स्कैनिंग तिराहे से बाएं कर्नलगंज इंटर कॉलेज की ओर मोड़ा जाएगा। इससे आगे तमन्ना हॉस्पिटल चौराहे से बाएं बक्शी बांध आरओबी की ओर मोड़ दिया जाएगा। बक्शी बांध से बाएं नगवासुकि रैंप से उतारकार नागवासुकि मंदिर के पीछे बने हुए पांटून पुल या नागवासुकि रैंप व नागवासुकि रोड पर अत्यधिक श्रद्धालुओं की भीड़ हो जाने की स्थिति में फूलवरिया लेन व कच्ची सड़क, निराला लेन, दशसुमेध घाट से झूसी की ओर जाएंगे। एमजी मार्ग से सीएमपी होकर संगम में जाने वाली श्रध्दालुओं की भीड़ को स्वरूपरानी हास्पिटल से पूर्व बाएं पन्नालाल रोड पर डायवर्ट कर कंपनी बाग गेट नंबर पांच के सामने से सीवाई चिंतामणि रोड से सरस्वती हार्ट केयर से थाना जार्जटाउन चौराहे से दाहिने सीएमपी होकर संगम मेला क्षेत्र भेजा जाएगा।

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