राज्यसभा सदस्य ने सूजा गांव को लिया गोद, बदलेगी तस्वीर
गांव सूजा की दशा व दिशा को बदलने के लिए राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा ने उसे गोद ले लिया है।
बेगूसराय में बुधवार को उन्होंने पत्रकारों को यह जानकारी दी। राकेश सिन्हा ने बताया कि 15 अगस्त 2019 को उन्होंने मेघालय में सीटी बजाने वाले गांव के नाम से चर्चित कोंगथोंन गांव को गोद लिया था।
आज चार साल में वह अंतरराष्ट्रीय स्तर का गांव बन गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में दो बार उस गांव का उल्लेख किया। यहां पर बड़े पैमाने पर पर्यटक आ रहे हैं, गांव विकसित हुआ, लोगों का जीवन स्तर बदल गया। विकास के सभी पैमाने उपलब्ध हो गए। अब मेघालय के कोंगथोंन गांव की तरह बिहार के बेगूसराय जिला में स्थित सूजा गांव की भी दिशा और दशा में अब बदलाव हो जाएगा। वहां के विकास का सभी पैमाने उपलब्ध कराने के बाद अब उन्होंने बेगूसराय के सूजा को गोद लिया है। झंडोत्तोलन के लिए वे सूजा के महादलित बस्ती में पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि 2020 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आए थे। बड़ी-बड़ी बातें हुई थी, घोषणाएं की गई थी लेकिन आज तक यहां पर एक तिनका काम नहीं हुआ। यह मानवीयता और विकास पर धब्बा है।
राकेश सिन्हा ने कहा कि गांव तस्वीर बदल देंगे तो तकदीर बदल जाएगी। सबसे पहले वहां रहने वाले परिवार, बच्चे, स्कूल, सड़क, पानी निकासी, सामुदायिक भवन, चिकित्सा सेवा का सर्वेक्षण करेंगे। इसके अलावा और क्या सुविधा के दी जा सकती है, इसका आकलन करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सभी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है तो वह लाभ दिलाएंगे। स्वास्थ्य केंद्र शुरू किया जाएगा। कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने से महिलाओं को रोजगार मिलेगा। स्वच्छता तथा घर के बाहर पानी नहीं लगे, इसका उपाय करेंगे। स्कूल, सड़क, सौंदर्यीकरण और मंदिर का उद्धार करने के साथ-साथ रोजगार के बंदोबस्त किए जाएंगे। लोगों के संसाधन से, सरकार के संसाधन से और अपनी पहल से वह गांव को विकसित बनाएंगे। महादलित बस्ती को प्राथमिकता दी जाएगी। खेती की सुविधा को बढ़ावा देने के साथ-साथ युवाओं के लिए खेल को भी बढ़ावा देंगे।