राजस्थान: श्रीमाधोपुर में बड़ा ट्रेन हादसा, मालगाड़ी के तीन दर्जन से अधिक डिब्बे रेलवे ट्रैक से उतरे, मचा हड़कंप
श्रीमाधोपुर, 8 अक्टूबर 2025: राजस्थान के श्रीमाधोपुर में एक भयानक रेल हादसे ने सुबह की शांति भंग कर दी। फुलेरा से रेवाड़ी जा रही मालगाड़ी के 36 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे ट्रैक पर हाहाकार मच गया। एक नंदी को बचाने की कोशिश में लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाई, लेकिन डिब्बे एक-दूसरे पर चढ़ गए। रेल यातायात ठप हो गया, कई ट्रेनें प्रभावित। लेकिन सवाल उठ रहे हैं—क्या यह जानवरों की सुरक्षा के नाम पर लापरवाही थी या ट्रैक की खराबी? रेलवे टीम जांच में जुटी, वीडियो वायरल। कोई हताहत नहीं, लेकिन बहाली में देरी। पूरी घटना की परतें आगे जानें।
सुबह का सन्नाटा टूटा: नंदी को बचाने की कोशिश बनी हादसे का सबब
बुधवार सुबह करीब 6:30 बजे सीकर जिले के श्रीमाधोपुर के न्यू रेलवे स्टेशन के पास दिल्ली-मुंबई मेन लाइन पर फुलेरा से रेवाड़ी जा रही मालगाड़ी (ट्रेन नंबर 0972) पटरी से उतर गई। लोको पायलट ने ट्रैक पर अचानक दिखी एक नंदी को बचाने के लिए इमरजेंसी ब्रेक थमा दिया। तेज रफ्तार में ब्रेक लगते ही चेन रिएक्शन शुरू हो गया—पहले इंजन डिरेल हुआ, फिर 36 डिब्बे (सीमेंट लदे) एक-दूसरे पर चढ़ते हुए बिखर गए। डिब्बों के टकराने की आवाज मीलों दूर सुनाई दी। स्थानीय निवासियों ने धमाके जैसी गूंज सुनी और दौड़ पड़े। वीडियो में पटरी से 20 फीट दूर लटके डिब्बे और बिखरी मालगाड़ी का म光 नजर आ रहा है। रेलवे के सीपीआरओ शशि किरण ने बताया, ‘लोको पायलट ने जानवर बचाया, लेकिन स्पीड ज्यादा होने से नियंत्रण खो गया।’ हादसे में कोई हताहत नहीं, लेकिन ड्राइवर-गार्ड हल्के झटके से घायल। जीआरपी और रेलवे कर्मी तुरंत पहुंचे, राहत कार्य शुरू।
ट्रैक ठप, ट्रेनें डायवर्ट: यात्रियों में अफरा-तफरी
हादसे से दिल्ली-मुंबई रूट पूरी तरह बाधित हो गया। नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे ने 12 ट्रेनों को डायवर्ट किया, जबकि 5 को टर्मिनेट कर दिया। उदाहरण के लिए, 12955 जयपुर-मम्मागुड़म एक्सप्रेस को आगरा रूट से भेजा गया। यात्रियों को बसों से वैकल्पिक व्यवस्था की गई, लेकिन श्रीमाधोपुर स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। एक यात्री ने बताया, ‘हमारी ट्रेन 4 घंटे लेट हो गई, कोई जानकारी नहीं।’ रेलवे ने क्रेन मंगवाई, जो डिब्बे हटाने में जुटी। बहाली में 12-15 घंटे लग सकते हैं। तकनीकी टीम ने प्रारंभिक जांच में ब्रेक सिस्टम और ट्रैक की मजबूती चेक की। जिलाधिकारी ने एसडीआरएफ को अलर्ट किया। स्थानीय लोग राहत महसूस कर रहे, लेकिन नंदी को बचाने की बहस छिड़ गई—कुछ कह रहे, जानवरों के लिए सेंसर क्यों नहीं? वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल, जहां लोग रेलवे की सुरक्षा पर सवाल उठा रहे।
जांच तेज, भविष्य की चिंता: जानवरों से बचाव कैसे?
रेलवे बोर्ड ने उच्च स्तरीय जांच टीम भेजी, जो दो दिनों में रिपोर्ट देगी। संभावित कारण: अचानक ब्रेकिंग से चेन रिएक्शन या ट्रैक पर लोहे का टुकड़ा। सीएम भजनलाल शर्मा ने जिला प्रशासन से अपडेट मांगा। कोई जनहानि न होने से राहत, लेकिन यह हादसा रेलवे की 2025 में बढ़ती दुर्घटनाओं की याद दिलाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि एलिवेटेड ट्रैक या एनिमल सेंसर्स लगाने की जरूरत। श्रीमाधोपुर, जो वन्य क्षेत्र के पास है, में ऐसी घटनाएं आम हैं। रेलवे ने हेल्पलाइन 139 जारी की। यह हादसा यात्रियों की सुरक्षा पर बहस छेड़ रहा—क्या जानवर बचाने के चक्कर में इंसानी जानें जोखिम में? बहाली पूरी होने तक रूट डायवर्ट रहेगा।