राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गोरखपुर में गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का किया उद्घाटन, सीएम योगी ने बताया ड्रीम प्रोजेक्ट
गोरखपुर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार, 1 जुलाई 2025 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं। यह विश्वविद्यालय 52 एकड़ क्षेत्र में स्थापित किया गया है और इसे सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। इसका शिलान्यास 28 अगस्त 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था।
सीएम योगी बोले: ‘आरोग्यधाम-ज्ञानधाम’ बनेगा यह विश्वविद्यालय
उद्घाटन से पहले सीएम योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में संस्कारबद्ध नवाचार, कौशल-केंद्रित अनुसंधान और व्यक्तित्व-निर्माण का सशक्त केंद्र बनेगा। गोरखधाम की पावन धरा अब ‘आरोग्यधाम-ज्ञानधाम’ के रूप में ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश’ के निर्माण की दिशा में अविराम अग्रसर है।” यह विश्वविद्यालय आयुष (आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध, और होम्योपैथी) के क्षेत्र में शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देगा।
उद्घाटन से पहले सीएम योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में संस्कारबद्ध नवाचार, कौशल-केंद्रित अनुसंधान और व्यक्तित्व-निर्माण का सशक्त केंद्र बनेगा। गोरखधाम की पावन धरा अब ‘आरोग्यधाम-ज्ञानधाम’ के रूप में ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश’ के निर्माण की दिशा में अविराम अग्रसर है।” यह विश्वविद्यालय आयुष (आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध, और होम्योपैथी) के क्षेत्र में शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देगा।
जनता दर्शन: सीएम योगी ने सुनीं फरियादियों की समस्याएं
विश्वविद्यालय के उद्घाटन से पहले सीएम योगी ने मंगलवार सुबह गोरखनाथ मंदिर परिसर में जनता दर्शन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने एक-एक फरियादी से मुलाकात की, उनके शिकायती पत्र पढ़े, उनकी समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को त्वरित समाधान के निर्देश दिए। गोरखपुर प्रवास के दौरान सीएम योगी नियमित रूप से जनता दर्शन के जरिए लोगों की शिकायतों का निवारण करते हैं। इस बार भी उन्होंने फरियादियों के साथ आत्मीयता से बात की और उनकी समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाया।
विश्वविद्यालय के उद्घाटन से पहले सीएम योगी ने मंगलवार सुबह गोरखनाथ मंदिर परिसर में जनता दर्शन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने एक-एक फरियादी से मुलाकात की, उनके शिकायती पत्र पढ़े, उनकी समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को त्वरित समाधान के निर्देश दिए। गोरखपुर प्रवास के दौरान सीएम योगी नियमित रूप से जनता दर्शन के जरिए लोगों की शिकायतों का निवारण करते हैं। इस बार भी उन्होंने फरियादियों के साथ आत्मीयता से बात की और उनकी समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाया।
विश्वविद्यालय का महत्व
गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश में आयुष शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होने की उम्मीद है। यह विश्वविद्यालय पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को आधुनिक अनुसंधान के साथ जोड़कर स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा। उद्घाटन समारोह में मौजूद गणमान्य व्यक्तियों ने इसे ‘विकसित भारत’ के विजन के अनुरूप एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश में आयुष शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होने की उम्मीद है। यह विश्वविद्यालय पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को आधुनिक अनुसंधान के साथ जोड़कर स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा। उद्घाटन समारोह में मौजूद गणमान्य व्यक्तियों ने इसे ‘विकसित भारत’ के विजन के अनुरूप एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
यह आयोजन गोरखपुर और उत्तर प्रदेश के लिए गौरव का क्षण है, जो क्षेत्र के शैक्षिक और स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।