मोहनलालगंज में पुलिस को बड़ी सफलता: 25-25 हजार के इनामी दो डकैत मुठभेड़ में गिरफ्तार
लखनऊ, 14 अप्रैल 2025: लखनऊ के मोहनलालगंज थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए 25-25 हजार रुपये के इनामी दो शातिर डकैतों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। ये डकैत किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे और पुरनपुर जंगल में छिपे हुए थे। मुठभेड़ के दौरान दोनों डकैत घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इनके कब्जे से एक मोटरसाइकिल, दो तमंचे, दो खोखा कारतूस और दो मिस कारतूस बरामद किए हैं।
मुठभेड़ की पूरी कहानी
पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ दिन पहले भदेसुवा गांव में डकैती की योजना बनाने वाले एक गैंग के सदस्य पुरनपुर जंगल में छिपे हुए हैं। इस सूचना के आधार पर मोहनलालगंज पुलिस ने रविवार देर रात एक विशेष अभियान शुरू किया। पुलिस टीम ने जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया, जहां संदिग्ध गतिविधियां देखी गईं। जैसे ही पुलिस ने दो व्यक्तियों को रुकने का इशारा किया, उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दोनों डकैतों के पैर में गोली लगी और वे घायल हो गए। घायलों की पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन पुलिस सूत्रों के अनुसार, ये दोनों डकैत लंबे समय से फरार थे और कई आपराधिक मामलों में वांछित थे। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने दोनों को तुरंत हिरासत में लिया और इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर भेजा।
बरामद सामान और जांच
पुलिस ने मौके से एक मोटरसाइकिल, दो तमंचे, दो खोखा कारतूस और दो मिस कारतूस बरामद किए हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ये डकैत 20 दिन पहले भदेसुवा गांव में डकैती की योजना बना रहे थे, लेकिन पुलिस की सतर्कता के कारण उनकी योजना विफल हो गई थी। इसके बाद से ये फरार थे और जंगल में छिपकर अपनी अगली वारदात की तैयारी कर रहे थे।
लखनऊ पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “यह मुठभेड़ हमारी टीम की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई का परिणाम है। दोनों डकैतों के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, और इनकी गिरफ्तारी से क्षेत्र में अपराध पर अंकुश लगेगा। हम इनके गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में भी जुटे हैं।”

क्षेत्र में अपराध पर नकेल
मोहनलालगंज और आसपास के क्षेत्रों में हाल के महीनों में डकैती और लूट की घटनाओं में वृद्धि देखी गई थी, जिसके चलते पुलिस पर अपराधियों को पकड़ने का दबाव था। इस मुठभेड़ को पुलिस की एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। स्थानीय निवासियों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है। एक स्थानीय निवासी, राम प्रसाद, ने कहा, “पिछले कुछ समय से जंगल के आसपास संदिग्ध गतिविधियां देखी जा रही थीं। पुलिस की इस कार्रवाई से हम सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।”
डॉ. आंबेडकर जयंती के साथ कानून-व्यवस्था पर जोर
यह मुठभेड़ ऐसे समय में हुई है, जब पूरे उत्तर प्रदेश में डॉ. बी.आर. आंबेडकर जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में एक समारोह में कहा कि उनकी सरकार कानून-व्यवस्था को मजबूत करने और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। मोहनलालगंज की इस मुठभेड़ को भी इसी दिशा में एक कदम माना जा रहा है।
आगे की जांच और संभावित खुलासे
पुलिस अब गिरफ्तार डकैतों से पूछताछ कर रही है ताकि उनके गैंग के अन्य सदस्यों और उनकी योजनाओं का पता लगाया जा सके। सूत्रों के अनुसार, यह गैंग लखनऊ और आसपास के जिलों में कई डकैतियों में शामिल रहा है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इन डकैतों का कोई स्थानीय सहयोगी था, जिसने उन्हें छिपने में मदद की।
लखनऊ पुलिस आयुक्त ध्रुव कांत ठाकुर ने कहा, “हमारी टीमें लगातार अपराधियों पर नजर रख रही हैं। इस मुठभेड़ से यह साफ है कि अपराधी कितना भी छिपने की कोशिश करें, कानून के हाथ उन तक पहुंच ही जाएंगे।”
सामाजिक और प्रशासनिक प्रभाव
यह मुठभेड़ न केवल कानून-व्यवस्था के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ेगा। डॉ. आंबेडकर जयंती के अवसर पर, जब पूरे देश में समानता और न्याय की बात हो रही है, पुलिस की यह कार्रवाई समाज में सुरक्षा और विश्वास को मजबूत करने का संदेश देती है। साथ ही, यह अपराधियों के लिए एक चेतावनी भी है कि उत्तर प्रदेश में अब अपराध को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि अगर किसी को संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी हो, तो वे तुरंत नजदीकी थाने में सूचना दें। मोहनलालगंज पुलिस इस मामले में और जानकारी जुटाने के लिए स्थानीय लोगों से भी संपर्क कर रही है।
