• October 14, 2025

स्नानार्थियों की संख्या 63 करोड़ पार, महाशिवरात्रि के चलते आज से मेला क्षेत्र नो व्हीकल जोन

25 फ़रवरी प्रयागराज : महाशिवरात्रि के अवसर पर हर साल होने वाला कुम्भ मेला और संगम के तट पर श्रद्धालुओं का उत्साह इस बार भी चरम पर है। विशेष रूप से इस वर्ष स्नानार्थियों की संख्या 63 करोड़ को पार कर गई है, जो इस धार्मिक आयोजन की महत्ता और श्रद्धालुओं की आस्था को दर्शाता है। महाशिवरात्रि के चलते प्रशासन ने मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े और सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित किया जा सके।

स्नानार्थियों का अभूतपूर्व उत्साह

प्रयागराज में आयोजित महाशिवरात्रि पर्व में लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम के पवित्र जल में डुबकी लगाने के लिए पहुंचे हैं। संगम में स्नान करने का महत्त्व भगवान शिव के प्रति श्रद्धा और भक्ति को प्रकट करने का तरीका है, जो इस दिन के विशेष महत्व को और बढ़ाता है। इस दौरान स्नानार्थियों की संख्या का आंकड़ा 63 करोड़ से अधिक हो चुका है, जो दर्शाता है कि महाशिवरात्रि का पर्व श्रद्धालुओं के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है।

प्रयागराज प्रशासन ने इस बार विशेष इंतजाम किए हैं ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। संगम तट पर स्वच्छता, चिकित्सा सुविधाएं, सुरक्षा व्यवस्था, और जनसुविधाओं के इंतजाम किए गए हैं। इसके साथ ही, प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी कई विशेष उपाय किए हैं।

नो व्हीकल जोन का एलान

महाशिवरात्रि के मद्देनज़र, प्रशासन ने मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित किया है। यह निर्णय श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। नो व्हीकल जोन के अंतर्गत मेला क्षेत्र में वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा, जिससे ट्रैफिक की समस्या कम हो सके और ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु बिना किसी बाधा के मेला क्षेत्र में आ-जा सकें।

इस फैसले के बाद, प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग की अलग-अलग व्यवस्था की है, ताकि श्रद्धालु अपने वाहनों को सुरक्षित स्थान पर पार्क कर सकें और मेला क्षेत्र में बिना किसी परेशानी के जा सकें। अधिकारियों का कहना है कि नो व्हीकल जोन से न केवल यातायात की समस्या हल होगी, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था भी बेहतर होगी और अधिक श्रद्धालु आराम से पूजा अर्चना और स्नान कर सकेंगे।

सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाएं

इस साल के महाशिवरात्रि पर्व के दौरान, प्रशासन ने सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया है और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से निपटा जा सके। इसके अलावा, स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं को भी मजबूत किया गया है। अस्पतालों और मेडिकल टीमों को तैनात किया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित उपचार उपलब्ध कराया जा सके।

महाशिवरात्रि के धार्मिक महत्व को लेकर विशेष आयोजन

महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव के प्रति भक्तों की श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। इस दिन विशेष रूप से रात्रि भर जागरण, मंत्र जाप और पूजा-अर्चना की जाती है। संगम में स्नान करने के बाद श्रद्धालु बाबा शिव की विशेष पूजा करते हैं, और महाशिवरात्रि की रात भगवान शिव के ध्यान में रत रहते हैं।

मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए विशेष पूजा आयोजन किए गए हैं। इसके अलावा, पूरे मेला क्षेत्र में भव्य महाशिवरात्रि की आरती और भजन-कीर्तन का आयोजन भी किया जाएगा, जिससे भक्तों को एक दिव्य अनुभव प्राप्त हो सके।

निष्कर्ष

महाशिवरात्रि के दिन संगम में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या 63 करोड़ को पार कर चुकी है, और मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है। इससे न केवल श्रद्धालुओं को आराम मिलेगा, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था भी सुनिश्चित होगी। प्रयागराज प्रशासन द्वारा की गई सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था श्रद्धालुओं को सुरक्षित और आरामदायक अनुभव प्रदान करेगी। महाशिवरात्रि के इस पवित्र अवसर पर, देशभर से लाखों भक्तों के संगम तट पर पहुंचने का सिलसिला जारी रहेगा और भगवान शिव के प्रति उनकी श्रद्धा और आस्था को और भी गहरा करेगा।

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Rama Niwash Pandey

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