अब श्रीअन्न पोषक तत्वों से भरपूर करेगा स्कूली बच्चों का मध्यान्ह भोजन, सुधरेगी सेहत

विंध्याचल मंडल के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे भी अब श्रीअन्न (मोटा अनाज) का स्वाद ले सकेंगे। इससे श्रीअन्न को बढ़ावा मिलेगा ही, मानव स्वास्थ्य भी सुधरेगा। इसके लिए मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण ने नया मेन्यू जारी किया है। मेन्यू के अनुसार सप्ताह में एक दिन शुक्रवार को मौसमी सब्जी युक्त बाजरे की खिचड़ी खाने को मिलेगी।
मध्यान्ह भोजन योजना के तहत अब सोमवार को रोटी सोयाबीन की बड़ी युक्त मौसमी सब्जी और मौसमी फल, मंगलवार को चावल सब्जी युक्त दाल, बुधवार को मौसमी सब्जी एवं सोयाबीन की बड़ीयुक्त तहरी तथा दूध, गुरुवार को रोटी एवं सब्जी युक्त दाल, शुक्रवार को मूंग की दाल एवं मौसमी सब्जी युक्त बाजरे की खिचड़ी और मौसमी सब्जी एवं सोयाबीन की बड़ी युक्त तहरी दी जाएगी। वहीं शनिवार को चावल सब्जी युक्त दाल बच्चों को खाने के लिए मिलेगी। विंध्याचल मंडल के जनपद मीरजापुर में 1806, भदोही में 891 और सोनभद्र में 2061 सहित कुल 4758 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इसमें लगभग 786876 बच्चे अध्ययनरत हैं। विंध्याचल मंडल के सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक शेष बाला वर्मा ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों में सप्ताह में एक दिन शुक्रवार को मौसमी सब्जी युक्त बाजरे की खिचड़ी खाने को दिया जाएगा। सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस बाबत दिशा निर्देश दिया जा चुका है।
श्रीअन्न के खाद्य पदार्थों में पोषक तत्वों का भंडार।
बरकछां स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डा. श्रीराम सिंह ने बताया कि बाजरा कम पानी में आसानी से हो सकता है। फाइबर अधिक पाया जाता है। इसमें प्रति 100 ग्राम में 11.6 ग्राम प्रोटीन, 67.5 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 08 मिलीग्राम लौह तत्व, 132 ग्राम कैरोटीन आंखों की सुरक्षा करता है। श्रीअन्न के खाद्य पदार्थों में पोषक तत्वों का भंडार है। इसमें विटामिन बी3, बी6, फास्फोरस, मैग्नीशियम, फाइबर आदि प्रचुर मात्रा में मिलता है। शरीर को स्वस्थ और ऊर्जा बनाए रखने में मददगार है। ज्वार, बाजरा बच्चों के लिए लाभप्रद है।
