भारत विभाजन पर NCERT का नया कंटेंट: कांग्रेस, जिन्ना और माउंटबेटन को ठहराया जिम्मेदार; रेगुलर सिलेबस का हिस्सा नहीं
लखनऊ/ 16 अगस्त : राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने भारत के विभाजन से जुड़े घटनाक्रम पर नया कंटेंट जारी किया है। इसमें साफ तौर पर कहा गया है कि कांग्रेस नेतृत्व की गलतियां, मोहम्मद अली जिन्ना की जिद और लॉर्ड माउंटबेटन की भूमिका विभाजन के लिए जिम्मेदार थीं। इस कंटेंट में यह भी बताया गया है कि राजनीतिक मतभेदों और औपनिवेशिक शासन की जल्दबाजी ने देश को दो हिस्सों में बांट दिया।
रेगुलर सिलेबस का हिस्सा नहीं
NCERT अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह कंटेंट स्कूलों के रेगुलर सिलेबस का हिस्सा नहीं होगा। इसे केवल अतिरिक्त अध्ययन सामग्री (Supplementary Material) के रूप में तैयार किया गया है। इसका उद्देश्य छात्रों को इतिहास की जटिल परिस्थितियों और विभिन्न दृष्टिकोणों को समझाना है।
कांग्रेस की भूमिका पर सवाल
इस नए कंटेंट में यह दावा किया गया है कि विभाजन के समय कांग्रेस नेताओं ने कई बार जल्दबाजी में फैसले लिए, जिससे हालात और बिगड़े। जिन्ना की अलग पाकिस्तान की मांग और कांग्रेस का उससे समझौता न कर पाना, दोनों ने मिलकर माहौल को और गंभीर बना दिया।
जिन्ना और माउंटबेटन की भूमिका
कंटेंट में यह भी कहा गया है कि मोहम्मद अली जिन्ना की अड़ियल रवैया और ब्रिटिश वायसरॉय लॉर्ड माउंटबेटन की जल्दबाजी ने विभाजन की त्रासदी को और गहरा कर दिया। माउंटबेटन पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया को तेजी से निपटाने की कोशिश की, जिससे हिंसा और दंगे भड़क उठे।
इतिहास को नए नजरिए से देखने की कोशिश
NCERT का कहना है कि यह अतिरिक्त कंटेंट छात्रों को इतिहास को विभिन्न दृष्टिकोणों से देखने का अवसर देगा। साथ ही, यह भी समझने में मदद करेगा कि आजादी के समय राजनीतिक और सामाजिक हालात कितने जटिल थे और विभाजन क्यों हुआ।
राजनीतिक और शैक्षिक हलचल
नए कंटेंट को लेकर राजनीतिक हलचल भी तेज हो सकती है। विपक्षी दल पहले से ही NCERT पर इतिहास में बदलाव और नई व्याख्या का आरोप लगाते रहे हैं। वहीं, NCERT का तर्क है कि इतिहास को समग्र रूप से पढ़ाना ज़रूरी है, ताकि विद्यार्थी केवल एकपक्षीय जानकारी तक सीमित न रहें।