लखनऊ डिफेंस नोड पर डिफेंस टेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने के लिए यूपीडा और मिधानि समूह के मध्य एमओयू

जुलाई । मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के समक्ष गुरुवार को यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल
कॉरिडोर (यूपीडीआईसी) के लखनऊ डिफेंस नोड पर डिफेंस टेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने के
लिए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) और मिधानि समूह
के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस डिफेंस टेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को एडवांस
मैटेरियल (डिफेंस) टेस्टिंग फाउंडेशन नाम दिया गया।
मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश रक्षा
विनिर्माण और नवाचार का वैश्विक हब बनने के साथ ही देश के रक्षा विनिर्माण
अवसंरचना को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। लखनऊ डिफेंस कॉरिडोर
का महत्वपूर्ण नोड है। इस पर
मैटेरियल टेस्टिंग फैसिलिटी स्थापित करने के लिए यूपीडा और मिधानि समूह के मध्य एक
महत्वपूर्ण एमओयू हुआ है। प्रदेश में प्रथम तथा देश में दूसरी बार डिफेंस टेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर
के निर्माण से आत्मनिर्भर भारत अभियान को गति मिलेगी। मैकेनिकल और सामग्री परीक्षण
सुविधा न केवल भारत के रक्षा विनिर्माण बुनियादी ढांचे के निर्माण और नवाचार को
मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, बल्कि उत्तर प्रदेश को रक्षा के केंद्र
के रूप में भी आगे बढ़ाएगा।
मनोज कुमार सिंह ने कहा कि
इसका सीधा फायदा डिफेंस कॉरिडोर के अंतर्गत स्थापित हो रही इंडस्ट्रीज को अपने
प्रोडेक्ट को बेहतर बनाने और सटिर्फिकेटकेशन के बाद प्रोडेक्ट की मार्केटिंग में
मिलेगा। इसके अलावा मेटल के क्षेत्र में कार्य कर रहीं अलीगढ़ और मुरादाबाद
की इंडस्ट्रीज व एमएसएमई इंडस्ट्रीज को भी इसका फायदा मिलेगा।
उल्लेखनीय
है कि डिफेंस टेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का उद्देश्य एएंडडी क्षेत्र में
मैन्युफैक्चरिंग, रिसर्च
एंड डेवलपमेंट और टेक्नोलॉजी के लिए एक कॉमन फैसिलिटी के रूप में ग्रीनफील्ड
डिफेंस टेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर (एएंडडी संबंधित उत्पादन के लिए आवश्यक) का
निर्माण करना है। डिफेंस टेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को समय पर पूरा कराने और
प्रभावी संचालन सुनिश्चित कराने के लिए इस योजना के तहत यूपीडा को इंप्लीमेंटेशन
अथॉरिटी के रूप में नामित किया गया है।
भारत 2025 तक 250 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की
आवश्यकताओं के साथ दुनिया में एक प्रमुख एयरोस्पेस और रक्षा बाजार के रूप में उभर
रहा है। एयरोस्पेस और डिफेंस विनिर्माण क्षेत्र को “मेक इन
इंडिया” पहल के तहत फोकस के प्रमुख क्षेत्र के रूप में पहचाना गया है। इसी के
तहत रक्षा मंत्रालय ने यूपीडीआईसी और टीएनडीआईसी में रक्षा औद्योगिक गलियारे (डीआईसी) की स्थापना की। उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारा (यूपीडीआईसी) सरकार द्वारा स्थापित किया गया है। इस
गलियारे का प्रमुख उद्देश्य रक्षा विनिर्माण में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देना, घरेलू आपूर्ति शृंखला विकसित करना और
देश में रक्षा विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना है। इस अवसर पर मिधानि समूह के सीएमडी एसके झा तथा एसीईओ यूपीडा हरिप्रताप शाही सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
