मोदी सरकार से 10 वर्ष पूर्व भारत ने कमजोर नेतृत्व का दंश झेला : डा. केके मिश्रा
मोदी सरकार से 10 वर्ष पूर्व भारत ने कमजोर नेतृत्व का दंश झेला है। वर्ष 2004 से 2014 के बीच रिमोट कंट्रोल वाली सरकार देश में चल रही थी। सरकार और एक परिवार के चक्कर में देश के बेशकीमती 10 साल बर्बाद हो गए। इस दशक में भारत को फ्रागाइल फाइव (नाजुक पांच) अर्थव्यवस्था कहा जाने लगा।
यह बातें शुक्रवार को एक पत्रकार वार्ता के दौरान मुरादाबाद देहात विधानसभा के विधानसभा प्रत्याशी डा. केके मिश्रा ने कही।
डा. केके मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर देश की 130 करोड़ जनता ने भरोसा किया है। इस भरोसे ने वर्ष 2014 मई से वर्ष 2023 मई तक के 9 वर्षों के कार्यकाल में देश में शांति, समृद्धि और विकास की स्पीड भी दिखाई दी एवं स्केल भी दिखाई दिया।
डा. केके मिश्रा ने आगे कहा कि मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के कार्य धरातल पर दिखाई दे रहे हैं। सेवा, सुशासन, सुरक्षा और गरीब कल्याण के लक्ष्य को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चल रहे हैं। पिछले नौ वर्षों में केंद्रीय योजनाओं का लाभ देश भर की करोड़ो जनता को बिना किसी भेदभाव और पक्षपात के मिला है। नरेन्द्र मोदी की सोच और काम से पूरे विश्व में भारत और 140 करोड़ भारतवासियों का सम्मान बढ़ा है।
इस पत्रकार वार्ता में भाजपा महानगर अध्यक्ष धर्मेन्द्रनाथ मिश्रा, क्षेत्रीय सह मीडिया प्रभारी निमित्त, महानगर मीडिया प्रभारी राजीव गुप्ता, मंडल अध्यक्ष विपिन प्रजापति, महानगर मंत्री सुनीता शर्मा व अजय वर्मा, उप नेता सदन सुरेंद्र विश्नोई, मंडल महामंत्री तुषार विश्वास व योगेश गुप्ता, पार्षद पंकज शर्मा, दिनेश गोला, टीटू सैनी, विजय वर्मा आदि उपस्थित रहे।




