• March 13, 2025

महाकुंभ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने डिप्टी सीएम और मंत्रियों के साथ चलाया सफाई अभियान, गंगा पूजन किया

प्रयागराज, 27 फरवरी 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के समापन के मौके पर एक विशेष सफाई अभियान चलाया और गंगा पूजन कर धार्मिक आस्था और स्वच्छता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। मुख्यमंत्री ने अपने साथ डिप्टी सीएम, मंत्री और प्रशासनिक अधिकारियों को भी इस अभियान में शामिल किया और श्रद्धालुओं के लिए बेहतर वातावरण सुनिश्चित करने के लिए सफाई के कार्यों में भाग लिया।

महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालुओं का आगमन हुआ और इस धार्मिक अवसर ने पूरे प्रदेश को एक साथ जोड़ा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने न केवल इस अवसर को धार्मिक महत्व का बताया, बल्कि उन्होंने साफ-सफाई और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को भी रेखांकित किया। महाकुंभ के आयोजन में शामिल होने वाले लाखों श्रद्धालुओं के बावजूद स्वच्छता को बनाए रखना एक बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य था, और मुख्यमंत्री ने इस कार्य के लिए स्वयं आगे बढ़कर एक उदाहरण प्रस्तुत किया।

सफाई अभियान का शुभारंभ

सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने सहयोगियों के साथ सोमवार को सुबह-सुबह सफाई अभियान का शुभारंभ किया। इस अभियान का उद्देश्य महाकुंभ क्षेत्र को पूरी तरह से स्वच्छ बनाए रखना था, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और साथ ही पर्यावरण की रक्षा की जा सके। मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री रघुराज सिंह, नगर निगम के अधिकारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी सफाई कार्य में जुटे रहे।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस अभियान के दौरान स्वच्छता की महत्ता पर जोर दिया और कहा, “हमारी सरकार महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों के दौरान यह सुनिश्चित करती है कि हमारे धार्मिक स्थल पूरी तरह से स्वच्छ और साफ-सुथरे हों। यह हमारी संस्कृति और परंपरा के अनुरूप है, जहां हम अपनी आस्था के साथ-साथ स्वच्छता का भी सम्मान करते हैं।”

मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से गंगा नदी के किनारे सफाई की। उन्होंने गंगा तट पर फैली कचरे की सफाई की और श्रद्धालुओं से भी अपील की कि वे गंगा की पवित्रता को बनाए रखने में मदद करें। सीएम ने यह भी कहा कि गंगा नदी की स्वच्छता हमारे देश की संस्कृति और सभ्यता का हिस्सा है, और यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम इसे साफ और प्रदूषण मुक्त रखें।

गंगा पूजन और श्रद्धालुओं से संवाद

सफाई अभियान के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने गंगा पूजन भी किया। उन्होंने पवित्र गंगा नदी में आचमन कर विधिपूर्वक पूजा अर्चना की और देशवासियों के सुख, समृद्धि और शांति की कामना की। गंगा पूजन के दौरान मुख्यमंत्री ने मंत्रियों और अधिकारियों के साथ गंगा नदी के महत्व पर चर्चा की और इसके संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा, “गंगा हमारे जीवन की धारा है, यह न केवल हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक जीवन का हिस्सा है, बल्कि यह हमारे जीवनदायिनी भी है। इसकी सफाई और संरक्षण की जिम्मेदारी हम सभी की है। आज इस महाकुंभ के समापन के मौके पर हम गंगा नदी के प्रति अपनी श्रद्धा और आस्था को और भी मजबूत करेंगे।”

गंगा पूजन के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की योजनाओं और गंगा नदी की सफाई से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने गंगा के प्रदूषण को कम करने के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी दी और कहा कि आने वाले समय में और अधिक ठोस कदम उठाए जाएंगे।

स्वच्छता के प्रति कड़ी चेतावनी

सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के दौरान स्वच्छता को लेकर एक कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने साफ किया कि महाकुंभ के आयोजन के बाद, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि श्रद्धालुओं द्वारा छोड़ा गया कचरा तुरंत साफ किया जाए और महाकुंभ के क्षेत्र में किसी भी तरह का गंदगी न हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सफाई का काम महाकुंभ के समाप्ति के बाद भी जारी रहेगा ताकि किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

उन्होंने कहा, “यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम हर दिन सफाई का काम लगातार जारी रखें। महाकुंभ के आयोजनों के बाद हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि गंगा तट और आसपास के क्षेत्रों में कोई कचरा या गंदगी न हो। हमें गंगा नदी की सफाई के लिए प्रभावी उपायों को और तेज़ी से लागू करना होगा।”

महाकुंभ में जुटी लाखों की भीड़

महाकुंभ के आयोजन में हर दिन लाखों श्रद्धालु शामिल हो रहे थे, और यह एक ऐतिहासिक अवसर था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर श्रद्धालुओं से अपील की थी कि वे महाकुंभ के दौरान स्वच्छता का पालन करें और गंगा नदी के किनारे कचरा न छोड़ें। प्रशासन ने भी इस दौरान कड़े कदम उठाए और गंगा नदी में नहाने आए श्रद्धालुओं के लिए विशेष सफाई अभियान चलाया।

महाकुंभ के दौरान प्रशासन ने विशेष रूप से कचरा प्रबंधन के लिए इंतजाम किए थे। पॉलिथीन का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया था, और साथ ही गंगा के किनारे प्लास्टिक कचरे को रोकने के लिए व्यापक अभियान चलाया गया था। राज्य सरकार ने सुनिश्चित किया कि महाकुंभ के आयोजन के दौरान हर समय सफाई और स्वच्छता का ध्यान रखा जाए।

मुख्यमंत्री की भूमिका और प्रभाव

सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के आयोजन के दौरान अपनी सक्रिय भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने महाकुंभ के आयोजन में स्वच्छता, सुरक्षा, और श्रद्धालुओं की सुविधा को सर्वोपरि रखा। मुख्यमंत्री ने ना केवल अपनी नीतियों के तहत महाकुंभ को सफल बनाया, बल्कि इस दौरान स्वच्छता, पर्यावरण और धार्मिक आस्था के महत्व को भी जन-जन तक पहुंचाया।

सीएम ने इस मौके पर यह भी स्पष्ट किया कि धार्मिक आयोजनों के दौरान केवल आस्था की पूजा नहीं होती, बल्कि हमें हमारे पर्यावरण और स्वच्छता के प्रति भी जागरूक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाकुंभ की सफलता केवल धार्मिक आयोजन के रूप में नहीं, बल्कि उसके पर्यावरणीय और सामाजिक प्रभावों के दृष्टिकोण से भी देखी जानी चाहिए।

निष्कर्ष

महाकुंभ का समापन उत्तर प्रदेश सरकार के लिए एक बड़ी सफलता के रूप में दर्ज हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में, प्रदेश सरकार ने न केवल इस धार्मिक आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न किया, बल्कि स्वच्छता और गंगा नदी के संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी साबित की। सफाई अभियान और गंगा पूजन से यह संदेश गया कि हमारी संस्कृति में धार्मिक आस्था के साथ-साथ स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण भी महत्वपूर्ण हैं।

महाकुंभ की तरह बड़े आयोजनों के दौरान स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता को समझते हुए, सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक सकारात्मक कदम उठाया है, जो न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा बन सकता है।

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