लकी अली का तंज: जावेद अख्तर पर ‘राक्षसों की फीलिंग्स’ वाली टिप्पणी से मचा हंगामा!
बॉलीवुड के दिग्गज गीतकार जावेद अख्तर और सिंगर लकी अली के बीच का विवाद अब सॉफ्ट स्पोकन इमेज से बाहर निकल आया है। एक पुराने वीडियो के वायरल होने से भड़की आग में लकी ने पहले ही तीखे शब्दों से हमला बोला, और अब माफी के नाम पर एक और तीर चला दिया है। सोशल मीडिया पर यह जंग तेज हो रही है, जहां फैंस दो गुटों में बंट चुके हैं। क्या यह सिर्फ व्यक्तिगत रोष है या गहरी वैचारिक टकराहट? लकी की ‘बदसूरत’ वाली टिप्पणी से शुरू हुआ मामला अब ‘राक्षसों’ तक पहुंच गया है, और जावेद की चुप्पी ने कयासों को हवा दी है। क्या बेबाक जावेद अब जवाब देंगे? आइए, जानते हैं पूरी खबर क्या है।
विवाद की शुरुआत – पुराने वीडियो ने मचाया बवाल
गायक-गीतकार लकी अली और गीतकार जावेद अख्तर के बीच विवाद गहराता जा रहा है। सिंगर लकी अली एक के बाद एक तंज कसने से बाज नहीं आ रहे हैं। बीते दिन उन्होंने जावेद अख्तर को उनके एक बयान के चलते घेरा था। यह विवाद जावेद अख्तर के एक पुराने वीडियो क्लिप के ऑनलाइन वायरल होने के बाद शुरू हुआ था। इसी वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए, लकी अली ने पहले टिप्पणी की थी, ‘जावेद अख्तर जैसे मत बनो, कभी भी रियल नहीं रहे और बदसूरत, ऐसा मत बनो…।’ व्यक्तिगत और तीखे लहजे वाली इस टिप्पणी ने तुरंत ध्यान आकर्षित किया था। फिलहाल जिस विवाद को लकी अली ने जन्म दिया है, इस पर जावेद अख्तर की ओर से कोई रिएक्शन सामने नहीं आया है। हमेशा बेबाक और वोकल रहने वाले गीतकार की टिप्पणी का लोग इंतजार कर रहे हैं। वीडियो में जावेद बदलती सांस्कृतिक संवेदनशीलता पर बोल रहे थे, जिसने बहस छेड़ दी।
लकी का तंज – ‘बदसूरत’ से ‘राक्षस’ तक का सफर
जावेद अख्तर को ‘बदसूरत और नकली’ बोलने के बाद भी लकी अली बाज नहीं आ रहे हैं। अब एक बार फिर उन्होंने जावेद अख्तर पर तंज कसा है। उन्होंने कहा, ‘राक्षसों की भी फीलिंग्स होती है।’ पहले जावेद अख्तर के एक पुराने वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें ‘बदसूरत’ कहने के बाद ‘ओ सनम’ हिटमेकर ने एक नई पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके शब्दों को गलत समझा गया और उनका इरादा किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था। एक्स पर लकी अली ने लिखा, ‘मेरा मतलब था कि अहंकार बदसूरत होता है… यह मेरी ओर से एक गलत संदेश था… राक्षसों की भी भावनाएं हो सकती हैं और अगर मैंने किसी की राक्षसी प्रकृति को ठेस पहुंचाई है तो मैं माफी मांगता हूं।’ ये माफी कम व्यंग्य ज्यादा है। लकी अली का हालिया बयान भी वायरल हो गया है और लोग उनकी टिप्पणी पर अपने रिएक्शन साझा कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर यह पोस्ट तहलका मचा रही है।
जावेद अख्तर की मूल टिप्पणी – शोले से जुड़ी बहस
अब आपको उस क्लिप के बारे में बताते हैं जिसने अली की प्रतिक्रिया को जन्म दिया। उसमें जावेद अख्तर बदलती सांस्कृतिक संवेदनशीलता के बारे में बात कर रहे थे और उन्होंने ‘शोले’ (जिसे उन्होंने सलीम खान के साथ मिलकर लिखा था) के एक दृश्य का जिक्र किया था। अख्तर ने कहा था, ‘शोले में एक दृश्य था जहां धर्मेंद्र शिव जी की मूर्ति के पीछे छिपकर बोलते हैं और हेमा मालिनी सोचती हैं कि शिव जी उनसे बात कर रहे हैं। क्या आज ऐसा दृश्य संभव है? नहीं, मैं आज ऐसा कोई दृश्य नहीं लिखूंगा।’ क्या 1975 में कोई हिंदू नहीं थे? क्या कोई धार्मिक लोग नहीं थे? थे।’ जावेद ने आगे कहा कि हिंदुओं को मुसलमानों जैसा न बनना चाहिए, बल्कि उन्हें अपने जैसा बनाना चाहिए। यह टिप्पणी धार्मिक संवेदनशीलता पर केंद्रित थी, जहां जावेद ने कहा, ‘यह एक त्रासदी है।’ वीडियो का यह हिस्सा वायरल होते ही बहस छिड़ गई, और लकी अली ने इसे व्यक्तिगत रूप से लिया। जावेद की यह पुरानी बात अब नई विवाद की चिंगारी बन गई।
सोशल मीडिया पर रिएक्शन और आगे क्या?
लकी अली ने कसा तंज, जिससे सोशल मीडिया पर फैंस बंट गए। कुछ ने लकी की बेबाकी की तारीफ की, तो कुछ ने इसे अनावश्यक बताया। जावेद अख्तर की चुप्पी ने कयासों को जन्म दिया – क्या वे जवाब देंगे? विवाद जावेद के ‘हिंदू-मुस्लिम’ वाले बयान से भड़का, जहां उन्होंने कहा, ‘हिंदू मुसलमानों जैसा न बनें।’ लकी की ‘राक्षसों की भी फीलिंग्स’ वाली माफी ने आग में घी डाल दिया। एक्स पर #LuckyVsJaved ट्रेंड कर रहा है, और लोग रिएक्शन दे रहे हैं। जावेद, जो हमेशा वोकल रहते हैं, अभी खामोश हैं। यह विवाद बॉलीवुड की पुरानी पीढ़ी और नई आवाजों के बीच टकराव दिखा रहा है। क्या यह खत्म होगा या और गहराएगा? फैंस का इंतजार जारी है, क्योंकि जावेद का कोई रिएक्शन न आने से सस्पेंस बढ़ रहा है। लकी का यह तंज न सिर्फ व्यक्तिगत, बल्कि वैचारिक बहस का रूप ले चुका है।