• December 25, 2025

अंतरराष्ट्रीय हलचल: बांग्लादेश में सांस्कृतिक केंद्रों पर हमले, पाकिस्तान में इमरान खान को सजा और गाजा में गहराता मानवीय संकट

नई दिल्ली/ढाका/इस्लामाबाद: दक्षिण एशिया से लेकर मध्य पूर्व और यूरोप तक, वैश्विक पटल पर उथल-पुथल का दौर जारी है। एक तरफ जहां बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद भी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है, वहीं पाकिस्तान में राजनीतिक प्रतिशोध और आतंकी हमलों ने स्थिरता को चुनौती दी है। गाजा में जारी संघर्ष के बीच इस्राइली गोलीबारी ने निर्दोषों की जान ली है, तो दूसरी ओर यूक्रेन को यूरोपीय संघ से एक बड़े राहत पैकेज की मंजूरी मिली है। अंतरराष्ट्रीय राजनीति और सुरक्षा से जुड़ी इन तमाम बड़ी खबरों का विस्तृत विवरण निम्नलिखित है।

बांग्लादेश: सांस्कृतिक संगठन ‘उदिची’ के कार्यालय में आगजनी और अशांति का नया दौर

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार द्वारा शांति की बार-बार अपील के बावजूद राजधानी ढाका में हिंसा की नई लहर देखने को मिली है। ताजा अशांति उस समय भड़क उठी जब शरीफ उस्मान हादी का शव सिंगापुर से ढाका पहुंचा। इस घटना के तुरंत बाद, कट्टरपंथी दक्षिणपंथी समूहों ने ढाका स्थित देश के प्रमुख सांस्कृतिक संगठन ‘उदिची शिल्पीगोष्ठी’ के मुख्य कार्यालय को निशाना बनाया और उसमें आग लगा दी।

संगठन के महासचिव जमशेद अनवर ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए बताया कि आगजनी में कार्यालय के भीतर रखा सारा रिकॉर्ड, वाद्य यंत्र और महत्वपूर्ण दस्तावेज नष्ट हो गए हैं। ‘उदिची’ जिसकी स्थापना 1968 में हुई थी, बांग्लादेश के सांस्कृतिक और धर्मनिरपेक्ष आंदोलनों का एक मजबूत स्तंभ रहा है। दमकल विभाग ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तनाव को देखते हुए कार्यालय के बाहर सेना, सीमा सुरक्षा बल (BGB) और पुलिस की भारी तैनाती की गई है।

खालिदा जिया के स्वास्थ्य में सुधार और तरीक रहमान की वतन वापसी

इसी बीच, बांग्लादेश की राजनीति से एक राहत भरी खबर भी सामने आई है। पूर्व प्रधानमंत्री और बीएनपी प्रमुख खालिदा जिया की हालत अब स्थिर बताई जा रही है। उनके निजी चिकित्सक डॉ. एजेडएम जाहिद हुसैन के अनुसार, उनके फेफड़ों और अन्य महत्वपूर्ण अंगों की स्थिति में सुधार हुआ है, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट से हटाकर निगरानी में रखा गया है।

एक और बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम यह है कि खालिदा जिया के बेटे और बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तरीक रहमान 25 दिसंबर को लंदन से वापस लौट रहे हैं। तरीक पिछले 17 वर्षों से निर्वासन में थे। उनकी वापसी को बांग्लादेश की आगामी राजनीति और चुनावों के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

पाकिस्तान: इमरान खान और बुशरा बीबी को 17-17 साल की कड़ी सजा

पड़ोसी देश पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पाकिस्तान की एक विशेष अदालत ने भ्रष्टाचार के एक गंभीर मामले में फैसला सुनाते हुए इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को 17-17 साल के कारावास की सजा सुनाई है। अदालत ने लंबे समय से चले आ रहे इस मामले में दोनों को दोषी पाया। यह सजा इमरान खान की राजनीतिक विरासत और उनकी पार्टी ‘पीटीआई’ के भविष्य के लिए एक बड़ा कानूनी झटका मानी जा रही है। खान पहले ही कई अन्य मामलों में जेल में बंद हैं, और इस नई सजा ने उनकी रिहाई की संभावनाओं को और धुंधला कर दिया है।

खैबर पख्तूनख्वा में भीषण आतंकी हमला और राजनयिक तनाव

पाकिस्तान के सुरक्षा हालात भी नाजुक बने हुए हैं। अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के आतंकियों ने सेना के एक कैंप पर आत्मघाती हमला करने की कोशिश की। इस मुठभेड़ में चार पाकिस्तानी सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए, जबकि जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने चार आतंकवादियों को भी ढेर कर दिया। इस हमले की चपेट में आने से 15 आम नागरिक भी घायल हुए हैं।

इस घटना के बाद पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच राजनयिक तनाव चरम पर पहुंच गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अफगान तालिबान शासन के ‘डिप्टी हेड ऑफ मिशन’ को तलब कर अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। पाकिस्तान का आरोप है कि अफगान तालिबान लगातार टीटीपी आतंकियों को शरण और रसद प्रदान कर रहा है, जिससे वे सीमा पार से पाकिस्तान पर हमले करने में सक्षम हो रहे हैं। पाकिस्तान ने दोटूक शब्दों में कहा है कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल पड़ोसी देश के खिलाफ आतंक फैलाने के लिए नहीं होना चाहिए।

गाजा में इस्राइली गोलीबारी: एक नवजात सहित पांच की मौत

मध्य पूर्व में गाजा पट्टी के उत्तरी हिस्से से हृदयविदारक खबर सामने आई है। गाजा सिटी के तुफ्फाह इलाके में इस्राइली सेना की गोलीबारी में एक नवजात बच्चे सहित पांच फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई। शिफा अस्पताल के निदेशक ने पुष्टि की है कि मारे गए लोग आम नागरिक थे। हालांकि, इस्राइली सेना ने इसे एक ‘संदिग्ध गतिविधि’ पर की गई कार्रवाई बताया और निर्दोषों की मौत पर खेद व्यक्त किया है।

गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस युद्ध में अब तक मरने वालों की संख्या 70 हजार को पार कर गई है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ युद्धविराम के दूसरे और अधिक जटिल चरण को लेकर क्षेत्रीय नेताओं के साथ बैठक करने जा रहे हैं, ताकि इस मानवीय संकट को रोका जा सके।

यूक्रेन को यूरोपीय संघ से 90 अरब यूरो की ऐतिहासिक सहायता

यूरोप में जारी रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच, यूरोपीय संघ (EU) ने यूक्रेन के लिए अपने समर्थन को और मजबूत किया है। ईयू नेताओं ने 2026-27 के लिए यूक्रेन को 90 अरब यूरो (लगभग 9505 अरब रुपये) के विशाल वित्तीय सहायता पैकेज की मंजूरी दे दी है। इस पैकेज का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन की सैन्य ताकत को बढ़ाना और उसकी युद्धग्रस्त अर्थव्यवस्था को सहारा देना है। जहां यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस फैसले का स्वागत किया है, वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसे संघर्ष को और भड़काने वाला कदम बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है।

बर्लिन में राहुल गांधी: जलवायु परिवर्तन पर वैश्विक चर्चा

भारतीय राजनीति के प्रमुख चेहरे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इन दिनों जर्मनी के दौरे पर हैं। बर्लिन में उन्होंने जर्मनी के पर्यावरण और जलवायु संरक्षण मंत्री कार्स्टन श्नाइडर से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच वैश्विक जलवायु संकट और उसके समाधान पर लंबी चर्चा हुई। राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि पर्यावरण नीतियां ऐसी होनी चाहिए जो न केवल प्रकृति की रक्षा करें बल्कि आम लोगों, विशेषकर गरीबों और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के हितों को भी केंद्र में रखें।

नेपाल: रवि लामिछाने की रिहाई और चुनावी अध्यादेश

नेपाल की राजनीति में भी बड़े बदलाव देखे जा रहे हैं। ‘राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी’ के अध्यक्ष और पूर्व गृहमंत्री रवि लामिछाने को सहकारी संस्था से जुड़े ठगी के मामले में जमानत मिल गई है। उन्होंने 2.74 करोड़ रुपये की भारी-भरकम जमानत राशि जमा करने के बाद जेल से रिहाई पाई।

वहीं, नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने 5 मार्च 2026 को होने वाले प्रतिनिधि सभा के चुनावों के लिए एक नया अध्यादेश जारी किया है। इसके तहत अब सीटों का आवंटन 2021 की नवीनतम जनगणना के आधार पर किया जाएगा। यह कदम नेपाल की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और न्यायसंगत बनाने की दिशा में उठाया गया है।

पाकिस्तानियों का बड़े पैमाने पर निर्वासन और अन्य वैश्विक खबरें

एक चौंकाने वाली रिपोर्ट में सामने आया है कि इस वर्ष सऊदी अरब सहित विभिन्न देशों से लगभग 24,000 पाकिस्तानियों को भीख मांगने के आरोप में निर्वासित किया गया है। यह पाकिस्तान के लिए एक अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी का विषय बन गया है, जिस पर वहां की संसद में भी चिंता जताई गई है।

अन्य प्रमुख वैश्विक खबरों में, अमेरिका और कनाडा जनवरी के मध्य में अपने ‘मुक्त व्यापार समझौते’ (FTA) की समीक्षा के लिए औपचारिक वार्ता शुरू करने जा रहे हैं। वहीं, सीरिया के पलमायरा में हुए एक हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (IS) ने ली है, जिसमें अमेरिकी सैनिकों की मौत हुई थी। ब्राजील में भी एक बड़ा राजनीतिक उलटफेर हुआ है, जहां पूर्व राष्ट्रपति बोलसोनारो के बेटे एडुआर्डो को संसद सत्र से लगातार अनुपस्थित रहने के कारण सांसद पद से हटा दिया गया है।

ये घटनाएं दर्शाती हैं कि दुनिया भर में लोकतंत्र, सुरक्षा और आर्थिक नीतियां एक नए मोड़ पर खड़ी हैं, जहां हर देश अपनी आंतरिक और बाहरी चुनौतियों से निपटने के लिए संघर्ष कर रहा है।

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