IND vs ENG 1st Test 2025: ध्रुव जुरेल या ऋषभ पंत, या दोनों? कप्तान शुभमन गिल के सामने चुनौतियां
IND vs ENG 1st Test 2025: 20 जून 2025 से शुरू होने वाली भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम नए कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व में तैयार है। इस सीरीज के लिए सबसे बड़ा सवाल यह है कि प्लेइंग इलेवन में विकेटकीपर के तौर पर ऋषभ पंत को चुना जाएगा, ध्रुव जुरेल को मौका मिलेगा, या फिर दोनों को शामिल किया जा सकता है। पंत को उप-कप्तान बनाया गया है और वह प्राथमिक विकेटकीपर हैं, लेकिन जुरेल की हालिया शानदार फॉर्म ने चयनकर्ताओं और कप्तान गिल के सामने एक मुश्किल स्थिति पैदा कर दी है। यह लेख इस दुविधा और गिल की चुनौतियों का विश्लेषण करता है।
ऋषभ पंत की स्थिति
ऋषभ पंत भारतीय टेस्ट टीम के प्रमुख विकेटकीपर और उप-कप्तान हैं। पिछले पांच वर्षों में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है, खासकर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे देशों में। उनका टेस्ट औसत 43.67 है, जो मौजूदा भारतीय बल्लेबाजों में सर्वश्रेष्ठ है। पंत की आक्रामक बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग कौशल उन्हें प्लेइंग इलेवन में पहली पसंद बनाते हैं। इंग्लैंड की पिचों पर उनकी तेजी से रन बनाने की क्षमता और दबाव में खेलने का अनुभव टीम के लिए महत्वपूर्ण है। हालांकि, उनकी हालिया चोट और फिटनेस के बाद वापसी ने कुछ सवाल उठाए हैं, लेकिन चयनकर्ता अजीत अगरकर ने पंत को उप-कप्तान बनाकर उनके ऊपर भरोसा जताया है।
ध्रुव जुरेल की फॉर्म
ध्रुव जुरेल ने हाल ही में इंडिया A और इंग्लैंड लायंस के खिलाफ अन-ऑफिशियल टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने तीन पारियों में लगातार तीन अर्धशतक (94, 53*, और 52) बनाए, जिससे उनका औसत 75 से ऊपर रहा। कैंटरबरी में 94 रन की पारी और नॉर्थम्प्टन में 52 रन की पारी ने उनकी तकनीक और इंग्लिश परिस्थितियों में अनुकूलन को दर्शाया। जुरेल ने न केवल रन बनाए, बल्कि मुश्किल परिस्थितियों में तेजी से रन बनाने की क्षमता दिखाई। उनकी स्ट्राइक रेट 75.67 रही, जो इस दौरे पर 200+ रन बनाने वाले बल्लेबाजों में सबसे बेहतर है। यह फॉर्म उन्हें पंत के लिए एक मजबूत विकल्प बनाती है।
क्या दोनों को शामिल करना संभव है?
टीम प्रबंधन के सामने एक विकल्प यह है कि जुरेल को विशुद्ध बल्लेबाज के तौर पर प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाए। भारत के पास यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, और करुण नायर जैसे बल्लेबाज हैं, लेकिन जुरेल की फॉर्म उन्हें मध्य क्रम में एक मजबूत दावेदार बनाती है। हालांकि, पंत का विकेटकीपर के रूप में स्थान लगभग पक्का है, जिसका मतलब है कि जुरेल को बल्लेबाज के तौर पर नंबर 6 या 7 पर खेलना होगा। इससे नीतीश कुमार रेड्डी या शार्दुल ठाकुर जैसे ऑलराउंडरों में से किसी एक को बाहर करना पड़ सकता है, जो गेंदबाजी में गहराई प्रदान करते हैं। यह निर्णय इंग्लैंड की पिचों पर गेंदबाजी संतुलन को प्रभावित कर सकता है।
कप्तान गिल की चुनौतियां
नए कप्तान शुभमन गिल के सामने पहली चुनौती प्लेइंग इलेवन का संतुलन बनाना है। रोहित शर्मा और विराट कोहली की अनुपस्थिति में बल्लेबाजी क्रम में अनुभव की कमी है। गिल, जो स्वयं नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने के प्रबल दावेदार हैं, को यह तय करना होगा कि क्या जुरेल की फॉर्म को प्राथमिकता दी जाए या पंत की अनुभव और उप-कप्तानी को। दूसरी चुनौती है गेंदबाजी संयोजन। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, और आकाश दीप जैसे तेज गेंदबाजों के साथ, गिल को यह तय करना होगा कि क्या एक अतिरिक्त बल्लेबाज (जुरेल) को शामिल करना गेंदबाजी की गहराई को कमजोर करेगा।
इंग्लैंड की परिस्थितियां और रणनीति
इंग्लैंड की पिचें, खासकर हेडिंग्ले में, जहां पहला टेस्ट 20 जून से शुरू होगा, तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल होती हैं। इस स्थिति में भारत को चार तेज गेंदबाजों (बुमराह, सिराज, कृष्णा, और अर्शदीप सिंह) के साथ उतरने की संभावना है, जिसमें रवींद्र जडेजा एकमात्र स्पिनर के रूप में खेल सकते हैं। जुरेल को विशुद्ध बल्लेबाज के रूप में शामिल करने से बल्लेबाजी मजबूत होगी, लेकिन एक ऑलराउंडर या अतिरिक्त गेंदबाज को बाहर करना पड़ सकता है। गिल को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि पंत की विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी का बोझ उनकी फिटनेस पर असर न डाले, क्योंकि इंग्लैंड में कीपिंग चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
सामाजिक और विशेषज्ञों की राय
सोशल मीडिया पर जुरेल की फॉर्म को लेकर उत्साह है। एक एक्स पोस्ट में लिखा गया, “3 पारियों में 3 अर्धशतक, ध्रुव जुरेल ने पंत की टेंशन बढ़ा दी!” दूसरी ओर, पूर्व भारतीय कोच भरत अरुण ने गिल और पंत के नेतृत्व पर भरोसा जताया, लेकिन जुरेल की फॉर्म को नजरअंदाज करना मुश्किल बताया। विशेषज्ञों का मानना है कि जुरेल को मध्य क्रम में शामिल करना एक साहसिक निर्णय हो सकता है, लेकिन यह गिल की रणनीति पर निर्भर करता है कि वह फॉर्म को प्राथमिकता देते हैं या अनुभव को। कुछ पूर्व खिलाड़ियों जैसे संजय बांगर ने सुझाव दिया कि करुण नायर नंबर 4 पर खेल सकते हैं, जिससे जुरेल के लिए जगह बनाना और चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
संभावित प्लेइंग इलेवन
पहले टेस्ट के लिए भारत की संभावित प्लेइंग इलेवन इस प्रकार हो सकती है:
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यशस्वी जायसवाल
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केएल राहुल
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साई सुदर्शन
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शुभमन गिल (कप्तान)
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करुण नायर
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ऋषभ पंत (विकेटकीपर)
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रवींद्र जडेजा
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नीतीश कुमार रेड्डी/शार्दुल ठाकुर
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जसप्रीत बुमराह
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मोहम्मद सिराज
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प्रसिद्ध कृष्णा/आकाश दीप
इसमें जुरेल को शामिल करने के लिए नायर या रेड्डी/ठाकुर में से किसी एक को बाहर करना होगा, जो गिल के लिए कठिन निर्णय होगा।
शुभमन गिल के सामने पहला टेस्ट एक बड़ी चुनौती है, जहां उन्हें पंत और जुरेल के बीच संतुलन बनाना होगा। पंत का अनुभव और उप-कप्तानी उन्हें प्राथमिक विकेटकीपर बनाती है, लेकिन जुरेल की फॉर्म को नजरअंदाज करना मुश्किल है। जुरेल को विशुद्ध बल्लेबाज के रूप में शामिल करना एक विकल्प है, लेकिन यह गेंदबाजी संयोजन को प्रभावित कर सकता है। गिल को न केवल प्लेइंग इलेवन चुननी होगी, बल्कि एक नए युग में भारतीय टेस्ट क्रिकेट को नेतृत्व भी देना होगा। यह सीरीज न केवल उनकी कप्तानी की परीक्षा होगी, बल्कि यह भी तय करेगी कि क्या जुरेल जैसे युवा खिलाड़ी भविष्य में नियमित स्थान पा सकते हैं।
