उत्तर प्रदेश: कानपुर में पुलिस ने जलती चिता को बुझाकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा, युवक की संदिग्ध मौत पर पत्नी ने लगाया हत्या का आरोप
कानपुर, 11 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने जलती हुई चिता को बुझाकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। यह घटना जाजमऊ के सिद्धनाथ घाट पर हुई, जहां एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद उसका अंतिम संस्कार किया जा रहा था। मृतक की पत्नी ने हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। इस घटना ने स्थानीय लोगों में चर्चा और आक्रोश पैदा कर दिया है।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, जाजमऊ क्षेत्र के एक युवक की गुरुवार देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों ने बिना पुलिस को सूचित किए शव का अंतिम संस्कार शुरू कर दिया। सिद्धनाथ घाट पर चिता जलने लगी थी, तभी मृतक की पत्नी ने पुलिस को फोन कर बताया कि उसके पति की हत्या की गई है। उसने अपने ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए, जिसमें संपत्ति विवाद और घरेलू हिंसा का जिक्र शामिल था।
पुलिस को सूचना मिलते ही जाजमऊ थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक टीम तुरंत घाट पर पहुंची। पुलिस ने स्थानीय लोगों और अग्निशमन विभाग की मदद से जलती चिता को पानी डालकर बुझाया और अधजले शव को कब्जे में लिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, ताकि मौत के सही कारणों का पता लगाया जा सके।
पत्नी के आरोप
मृतक की पत्नी ने पुलिस को बताया कि उसके पति की मौत स्वाभाविक नहीं थी। उसने दावा किया कि पति को परिवार के कुछ सदस्यों ने संपत्ति विवाद को लेकर मार डाला। उसने कहा, “मेरे पति को बार-बार धमकियां मिल रही थीं। मुझे शक है कि उनकी हत्या की गई और इसे छिपाने के लिए जल्दबाजी में अंतिम संस्कार किया जा रहा था।” उसने यह भी आरोप लगाया कि उसे पति की मौत की सूचना देर से दी गई और जब तक वह घाट पहुंची, चिता जलाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी।

पुलिस की कार्रवाई
जाजमऊ थाना प्रभारी ने बताया कि पत्नी की शिकायत के आधार पर तत्काल कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा, “हमें रात में सूचना मिली कि एक संदिग्ध मौत के बाद शव को जलाया जा रहा है। हमारी टीम ने मौके पर पहुंचकर चिता को बुझाया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। प्रारंभिक जांच में कुछ संदिग्ध तथ्य सामने आए हैं, जिनकी गहराई से जांच की जा रही है।” पुलिस ने मृतक के परिवार के कुछ सदस्यों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ शुरू कर दी है।
पुलिस ने यह भी कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सटीक कारणों का पता चलेगा। अगर हत्या की पुष्टि होती है, तो भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
इस घटना ने सिद्धनाथ घाट और आसपास के इलाकों में हड़कंप मचा दिया। स्थानीय लोगों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की, लेकिन कुछ ने सवाल उठाया कि परिजनों ने बिना पुलिस को सूचित किए अंतिम संस्कार क्यों शुरू किया। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “ऐसी घटनाएं संदेह पैदा करती हैं। अगर मौत सामान्य थी, तो इतनी जल्दबाजी क्यों? पुलिस को इस मामले की तह तक जाना चाहिए।”
कुछ लोगों ने यह भी कहा कि कानपुर में इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, जहां संदिग्ध मौतों को छिपाने के लिए शव को जलाने की कोशिश की गई। इस घटना ने एक बार फिर प्रशासन की सतर्कता और कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
कानपुर में पहले भी हुईं ऐसी घटनाएं
कानपुर में यह पहला मामला नहीं है जब पुलिस को जलती चिता से शव निकालना पड़ा हो। पिछले कुछ वर्षों में कई बार ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जहां हत्या के संदेह में पुलिस ने अंतिम संस्कार को रोककर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाएं समाज में जागरूकता की कमी और पुलिस की प्रारंभिक जांच में देरी के कारण होती हैं।
सामाजिक और कानूनी पहलू
यह घटना एक बार फिर उन सामाजिक और कानूनी पहलुओं को उजागर करती है, जो संदिग्ध मौतों के मामलों में सामने आते हैं। उत्तर प्रदेश में कई बार संपत्ति विवाद, घरेलू हिंसा, और पारिवारिक कलह के कारण हत्याएं हुई हैं, और कुछ मामलों में सबूत मिटाने के लिए शव को जलाने की कोशिश की गई। कानून के जानकारों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस को और सतर्क रहने की जरूरत है, खासकर तब जब कोई संदिग्ध मौत की सूचना मिले।
भविष्य की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए जांच शुरू कर दी है। मृतक के परिवार और पत्नी के बयानों को दर्ज किया जा रहा है, और आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या मृतक को पहले से कोई धमकी मिल रही थी या परिवार में कोई पुराना विवाद चल रहा था।
जाजमऊ पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि अगर उनके पास इस मामले से जुड़ी कोई जानकारी हो, तो वे तुरंत पुलिस से संपर्क करें। पुलिस ने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए भविष्य में और सख्ती बरती जाएगी।
