बरेली में चोर समझकर ग्रामीणों ने की व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या: रात में निकलना पड़ा भारी, पुलिस ने 4 आरोपियों को दबोचा
लखनऊ / 1 अगस्त : उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में 31 जुलाई 2025 की रात एक दिल दहलाने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। भोजीपुरा थाना क्षेत्र के मैमोर गांव में ग्रामीणों ने एक अज्ञात व्यक्ति को चोर समझकर बेरहमी से पीट दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में चार नामजद और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है और चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है। आइए, इस सनसनीखेज घटना की पूरी कहानी और इसके पीछे के तथ्यों को जानते हैं।
घटना का विवरण
31 जुलाई 2025 की रात करीब 9:30 बजे, मैमोर गांव के ग्रामीणों ने एक संदिग्ध व्यक्ति को गांव में घूमते देखा। रात का समय और उसका अजनबी चेहरा देखकर ग्रामीणों ने उसे चोर समझ लिया। संदिग्ध युवक को ग्रामीणों ने चोर समझकर पीटा। इलाज के दौरान अस्पताल में व्यक्ति की हुई मौत।” ग्रामीणों ने उस पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। पिटाई इतनी बेरहम थी कि व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी, और भोजीपुरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। घायल व्यक्ति को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। भोजीपुरा थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है, क्योंकि उसके पास कोई पहचान पत्र या अन्य दस्तावेज नहीं मिला। पुलिस ने ग्रामीणों की शिकायत और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के आधार पर चार नामजद आरोपियों—जिनके नाम अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं—और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ IPC की धारा 302 (हत्या) और 147 (दंगा) के तहत मुकदमा दर्ज किया। चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो अन्य की तलाश जारी है। मृतक की पहचान का रहस्यमृतक की पहचान न हो पाना इस मामले को और रहस्यमयी बना रहा है। पुलिस का कहना है कि व्यक्ति की उम्र करीब 30-35 साल थी, और वह स्थानीय नहीं लगता। पुलिस आसपास के थानों और अन्य जिलों में मृतक की पहचान के लिए संपर्क कर रही है। साथ ही, सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों से पूछताछ के जरिए यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि वह व्यक्ति गांव में क्यों और कैसे पहुंचा था।
सामाजिक और कानूनी पहलू
यह घटना बरेली में चोर समझकर पिटाई का दूसरा बड़ा मामला है। इससे पहले 2021 में इज्जतनगर इलाके में भी दो लोगों को चोर समझकर पीटा गया था, जिसमें एक की मौत हो गई थी। उस मामले में भी पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इस तरह की घटनाएं भीड़ द्वारा कानून को अपने हाथ में लेने की बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता और सख्त कानूनी कार्रवाई जरूरी है।
