बर्फीले तूफान में फंसे सैकड़ों हाइकर्स की बची जान, माउंट एवरेस्ट से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए पर्वतारोही
बीजिंग, 8 अक्टूबर 2025: माउंट एवरेस्ट के चीन वाले हिस्से में अचानक आए बर्फीले तूफान ने सैकड़ों पर्वतारोहियों की सांसें थाम दीं। लगभग 900 लोग—हाइकर्स, गाइड और कर्मचारी—4,900 मीटर की ऊंचाई पर फंस गए, जहां तापमान माइनस 20 डिग्री तक गिर गया। रेस्क्यू टीमों ने जान जोखिम में डालकर सभी को सुरक्षित उतारा, लेकिन हाइपोथर्मिया के केस सामने आए। अक्टूबर को सुरक्षित माना जाने वाला मौसम इस बार क्यों बदला? क्या गोल्डन वीक की भीड़ ने खतरा बढ़ाया? एक हाइकर की मौत ने सवाल खड़े कर दिए। पूरी रेस्क्यू स्टोरी और सबक आगे पढ़ें।
गोल्डन वीक का उत्साह बना खतरा: तूफान ने कैसे फंसाया सबको
चीन का गोल्डन वीक—8 दिन की छुट्टियां—हजारों पर्यटकों को तिब्बत के कर्मा वैली की ओर खींच लाया। माउंट एवरेस्ट (चीन में कोमोलांगमा) के पूर्वी ढलान पर 4,900 मीटर ऊंचाई के कैंपसाइट्स में 580 हाइकर्स और 300 से ज्यादा गाइड-याक चालक ठहरे। शनिवार रात अचानक बर्फीला तूफान आया—विजिबिलिटी जीरो, बर्फ की परत 1 मीटर मोटी। तंबू दब गए, रास्ते बंद। एस्ट्रोफोटोग्राफर चेन गेशुआंग ने बताया, ‘रात काटना मुश्किल था, बर्फ जांघों तक।’ बीबीसी के अनुसार, कम से कम एक हाइकर की मौत हुई, जबकि 200 से ज्यादा अभी भी फंसे थे। स्थानीय प्रशासन ने तुरंत अलर्ट जारी किया, लेकिन ऊंचाई और बर्फ ने पहुंच मुश्किल कर दी। यह इलाका एवरेस्ट बेस कैंप का वैकल्पिक रूट है, जहां साफ मौसम में शिखर का नजारा मिलता है। लेकिन इस बार जलवायु परिवर्तन का असर साफ दिखा—अक्टूबर में बर्फीले तूफान दुर्लभ। रेस्क्यू में सैकड़ों ग्रामीणों ने बैलों-घोड़ों से मदद की।
रेस्क्यू का साहसिक अभियान: हाइपोथर्मिया से जूझते हाइकर्स
सोमवार सुबह से रेस्क्यू शुरू—स्थानीय villagers, आर्मी और प्रोफेशनल टीमें बर्फ हटाती रहीं। शिन्हुआ न्यूज के मुताबिक, 350 हाइकर्स को तिंगरी काउंटी के मीटिंग पॉइंट तक पहुंचाया गया, बाकी मंगलवार तक सुरक्षित। रॉयटर्स की रिपोर्ट में वीडियो दिखा—हाइकर्स बर्फ में लाइन बनाकर उतरते, गाइड हाथ पकड़े। लेकिन चुनौतियां भयानक: हाइपोथर्मिया से 50 से ज्यादा प्रभावित, शरीर का तापमान 35 डिग्री से नीचे। एक हाइकर डोंग शूचांग ने बीबीसी को बताया, ’20 बार हिमालय आया, लेकिन कभी ऐसा नहीं।’ टीमों ने इमरजेंसी हीटिंग पैक, ऑक्सीजन और हॉट ड्रिंक्स बांटे। नेपाल साइड पर भी प्रभाव—मेरा पीक पर एक साउथ कोरियन हाइकर की मौत। चीन सरकार ने एवरेस्ट व्यू एरिया बंद कर दिया, पर्वतारोहण सस्पेंड। गार्जियन के अनुसार, रेस्क्यू में बैल-घोड़े इस्तेमाल हुए, क्योंकि हेलीकॉप्टर बर्फ में संभव न था। सभी 900 को कांटा गया, कोई बड़ा हादसा नहीं।
अक्टूबर का सुरक्षित मौसम क्यों बिगड़ा? भविष्य की चेतावनी
माउंट एवरेस्ट—8,849 मीटर ऊंची दुनिया की सबसे ऊंची चोटी—अक्टूबर में हाइकर्स के लिए स्वर्ग मानी जाती। साफ आसमान, माइल्ड तापमान (-10 से 5 डिग्री), कम हवा। लेकिन 2025 में जलवायु परिवर्तन ने खेल बिगाड़ दिया—असामान्य बर्फबारी, भारी बारिश। एनपीआर की रिपोर्ट में कहा गया कि गोल्डन वीक की भीड़ ने खतरे को बढ़ाया। वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, तिब्बत में 350 रेस्क्यू हो चुके, 200 संपर्क में। अब प्रशासन ने सेफ्टी प्रोटोकॉल सख्त किए—वेदर चेक अनिवार्य, ग्रुप साइज लिमिट। हाइकर्स ने साझा किया: ‘हम लकी थे, लेकिन अगली बार तैयारी जरूरी।’ नेपाल में 47 मौतें बाढ़ से। यह घटना पर्यटन और पर्यावरण पर सवाल खड़ी कर रही—क्या हिमालय को बचाना होगा? सभी सुरक्षित, लेकिन सबक गहरा।