संगम में पीएम मोदी ने किया पवित्र स्नान
आज पीएम मोदी प्रयागराज के दौरे पर गए थे। जहाँ पर उन्होंने पवित्र त्रिवेणी में स्नान किया और साथ ही साथ गंगा मैया की पूजा अर्चना के साथ सूर्य की भी परिक्रमा लगाई थीं । पीएम के स्नान के दौरान संगम घाट मोदी-मोदी के नारों से गुंजा रहा था।पीएम के प्रयागराज दौरे के चलते पूरे शहर की सुरक्षा बढ़ा दी गयी थीं। आपको बता दे इसके साथ ही पीएम की सुरक्षा के लिए एयर, वॉटर और रोड फ्लीट की रिहर्सल हो चुकी थीं। पीएम की सुरक्षा को नज़र में रखते हुए सुरक्षा अधिकारियों ने पहले ही सुऱक्षा के इंतज़ाम कर लिए थे। मेला के एसपीजी ने पीएम की सुरक्षा के लिए सभी बोटिंग सेवाएं बंद करवा दी थीं। आपको बता दे की उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और बृजेश पाठक समेत बहुत से वरिष्ठ अधिकारी भी वहाँ मौज़ूद थे।
पीएम के संगम में स्नान करने से छायी आस्था की लहर
आपको बता दे पीएम मोदी इस दौरान भगवा वस्त्र और रुद्राक्ष की माला लिए दिखाई दिए जिसकी बहुत सी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।इस बीच लगातार पंडितों द्वारा संगम घाट पर मंत्र उच्चारण किये जा रहे थे। जिससे संगम घाट सकारात्मक ऊर्जा से भर गया था। लोगों के बीच अपने प्रधानमंत्री की एक झलक मिलने की होड़ लगी हुई थीं।इसी के साथ आपको बता दे स्नान के बाद पीएम मोदी ने सीएम योगी के साथ बोटिंग करते हुए महाकुम्भ की व्यवस्थाओं का पूरा निरिक्षण किया था।साथ ही पीएम मोदी श्रद्धालओं का भी अभिवादन कर रहे थे।
इस बार महाकुंभ में क्या आम क्या खास सभी पहुंचे पवित्र त्रिवेणी में स्नान करने
144 वर्ष बाद आये इस महाकुंभ में अब तक 14 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। इनमे बहुत से दिग्गज भी पवित्र त्रिवेणी में आस्था
की डुबकी लगा चुके हैं। कल ही भूटान नरेश पवित्र त्रिवेणी में स्नान करके गए। आपको बता दे इसके साथ देश के गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी संगम में स्नान किया था।इसके साथ बहुत से देशों के प्रतिनिधि भी पवित्र संगम में स्नान कर चुके हैं ।
महाकुंभ के कारण न सिर्फ भारत में बल्कि पूरे विश्व में आस्था की लहर हैं। हर कोई संगम के पवित्र जल में डुबकी लगाना चाहता हैं। महाकुंभ में सम्पूर्ण जगत के अमन और शांति के लिए प्रार्थना की जा रही हैं। महाकुंभ ये दर्शाता हैं,कि भारत विश्व गुरु बनने की राह में आगे बढ़ रहा हैं।