गंगा एक्सप्रेसवे पर ऐतिहासिक प्रदर्शन: भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान दिखाएंगे ताकत, सीएम योगी रहेंगे मौजूद
शाहजहांपुर, 1 मई 2025: उत्तर प्रदेश के गंगा एक्सप्रेसवे पर कल, 2 मई 2025 को एक ऐतिहासिक घटना होने जा रही है, जब भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान इस नवनिर्मित एक्सप्रेसवे की हवाई पट्टी पर लैंडिंग और टेकऑफ का प्रदर्शन करेंगे। यह पहला अवसर होगा जब देश का कोई सड़क मार्ग रात्रि में भी लड़ाकू विमानों की लैंडिंग के लिए उपयोग में लाया जाएगा। इस भव्य आयोजन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे, जो इस परियोजना की प्रगति और महत्व को रेखांकित करेंगे। यह प्रदर्शन न केवल भारत की सैन्य ताकत को प्रदर्शित करेगा, बल्कि उत्तर प्रदेश की बुनियादी ढांचा विकास में अग्रणी भूमिका को भी उजागर करेगा।
गंगा एक्सप्रेसवे: एक अभूतपूर्व परियोजना
गंगा एक्सप्रेसवे, जिसे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होने का गौरव प्राप्त है, मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर की दूरी को जोड़ता है। यह परियोजना 12 जिलों—मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज—के 518 गांवों से होकर गुजरती है। 36,230 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य नवंबर 2025 तक पूर्ण होने की उम्मीद है। यह छह लेन का एक्सप्रेसवे है, जिसे भविष्य में आठ लेन तक विस्तारित करने की योजना है। इसकी डिजाइन गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा है, जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश को पूर्वी उत्तर प्रदेश से जोड़ने में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।
इस एक्सप्रेसवे की सबसे खास विशेषता शाहजहांपुर जिले में निर्मित 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी है। यह हवाई पट्टी न केवल दिन में, बल्कि रात में भी लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ के लिए सक्षम है। इसकी सुरक्षा के लिए 250 सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं, जो इसे अत्याधुनिक और सुरक्षित बनाते हैं। यह भारत की पहली ऐसी सड़क हवाई पट्टी है, जो रात्रिकालीन सैन्य अभ्यास के लिए डिज़ाइन की गई है।
2 मई का ऐतिहासिक प्रदर्शन
2 मई को होने वाला यह प्रदर्शन भारतीय वायुसेना की ताकत और तकनीकी क्षमता का एक शानदार प्रदर्शन होगा। इस आयोजन में वायुसेना के अत्याधुनिक लड़ाकू विमान, जैसे राफेल और सुखोई-30, हिस्सा लेंगे। ये विमान गंगा एक्सप्रेसवे की हवाई पट्टी पर लैंडिंग और टेकऑफ करेंगे, जिससे यह साबित होगा कि यह एक्सप्रेसवे न केवल सामान्य यातायात के लिए, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस – समग्र रात में लैंडिंग की क्षमता इस हवाई पट्टी को आपातकालीन स्थिति में अत्यंत उपयोगी बनाती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस आयोजन को राष्ट्रीय गौरव का क्षण बताया है। उन्होंने कहा, “गंगा एक्सप्रेसवे सामान्य हाईवे नहीं है। यह भारत की सैन्य और आर्थिक ताकत का प्रतीक है। इसकी हवाई पट्टी पर रात में भी विमानों की लैंडिंग की सुविधा इसे विश्व स्तर पर अनूठा बनाती है।” उन्होंने यह भी बताया कि यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश को देश में सबसे अधिक एक्सप्रेसवे वाला राज्य बनाता है, जिसमें चार एक्सप्रेसवे—यमुना, आगरा-लखनऊ, पूर्वांचल और गंगा—लड़ाकू विमानों की लैंडिंग की क्षमता रखते हैं।

आर्थिक और सामरिक महत्व
गंगा एक्सप्रेसवे केवल एक सड़क मार्ग नहीं है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के आर्थिक और सामरिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा। इस एक्सप्रेसवे के किनारे कई औद्योगिक क्लस्टर विकसित किए जा रहे हैं, जो हजारों युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेंगे। शाहजहांपुर में एक औद्योगिक हब की स्थापना की जा रही है, जो क्षेत्रीय आर्थिक विकास को गति देगा। इसके अलावा, यह एक्सप्रेसवे प्रयागराज से गाजीपुर और मेरठ से हरिद्वार तक विस्तार की योजना के साथ, राज्य की कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगा।
सामरिक दृष्टिकोण से, यह हवाई पट्टी भारतीय वायुसेना को आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की सुविधा प्रदान करेगी। विशेष रूप से, महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों के दौरान, यह हवाई पट्टी सुरक्षा और त्वरित प्रतिक्रिया के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यह भारत की रक्षा तैयारियों को और मजबूत करेगा, खासकर उस समय जब क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर सुरक्षा चुनौतियां बढ़ रही हैं।
निर्माण और तकनीकी विशेषताएं
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण चार पैकेजों में किया जा रहा है, और इसे 30 वर्षों की गारंटी के साथ बनाया गया है। इसके निर्माण में 18,000 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया, जिसमें किसानों को उचित मुआवजा प्रदान किया गया। एक्सप्रेसवे पर गंगा और रामगंगा नदियों पर दो बड़े पुल बनाए जा रहे हैं, जो इसकी तकनीकी जटिलता को दर्शाते हैं। हवाई पट्टी में उन्नत प्रकाश व्यवस्था और नेविगेशन सिस्टम लगाए गए हैं, जो रात में भी सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करते हैं।
मुख्यमंत्री का निरीक्षण और भविष्य की योजनाएं
पिछले सप्ताह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे और हवाई पट्टी का निरीक्षण किया। उन्होंने परियोजना की प्रगति पर संतोष जताया और नवंबर 2025 तक इसके पूर्ण होने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने यह भी घोषणा की कि भविष्य में फर्रुखाबाद से बुंदेलखंड तक एक लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा, जो इस क्षेत्र के औद्योगिक विकास को और बढ़ावा देगा।
