भारत की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में क्षमता और शक्ति का प्रमाण है चन्द्रयान-3 की सफलता : प्रो. बत्रा
एसएमजेएन पीजी कॉलेज में आज चन्द्रयान-3 की ऐतिहासिक सफलता पर जश्ने-चन्द्रयान-3 कार्यक्रम हुआ।
इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील बत्रा ने चन्द्रयान-3 की ऐतिहासिक सफलता पर देश के वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता भारत की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में क्षमता और शक्ति का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में भारत की उपलब्धि अब अभूतपूर्व ऊंचाइयों को छू चुकी है। सारा देश उन वैज्ञानिकों पर गर्व महसूस कर रहा है जिन्होंने अपनी बुद्धिमत्ता, मेहनत और प्रबल इच्छाशक्ति से इस मिशन की सफलता के साथ इतिहास रच दिया है।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. संजय कुमार माहेश्वरी ने कहा कि उन्होंने कहा कि इसरो के वैज्ञानिकों ने अपनी मेहनत और ज्ञान के बल पर समस्त देशवासियों का मस्तक पूरे विश्व में ऊंचा कर दिया है। मां भारती के ऐसे महान सपूतों को बार-बार वंदन और अभिनंदन करना प्रत्येक भारतीय के लिए अपेक्षित है।
कॉलेज के छात्र-छात्राओं नैंसी, महक, अंजली, अपराजिता, मेहताब आलम, इर्शिका, कुणाल धवन द्वारा गीत व कविता प्रस्तुत की गयी। अंजली गोत्रा को राष्ट्रीय स्तर की चित्रकला प्रतियोगिता में चयनित होने पर, साक्षी राणा को दून विश्वविद्यालय में महाविद्यालय का प्रतिनिधित्व कर प्रथम स्थान प्राप्त करने तथा अपराजिता को 75 कविताओं का काव्य संग्रह की रचना करने के लिए प्राचार्य द्वारा सम्मानित किया। कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा देश का तिरंगा लेकर ढोल पर नृत्य किया गया।
इस अवसर पर डॉ. मन मोहन गुप्ता, राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष विनय थपलियाल, डॉ. नलिनी जैन, डॉ. सुषमा नयाल, वरिष्ठ संदीप रावत, रविन्द्र सिंह, श्रीमती रिंकल गोयल, डॉ. शिव कुमार चौहान, डॉ. मनोज कुमार सोही, डॉ. मिनाक्षी शर्मा, मोहन चन्द्र पाण्डेय कॉलेज के अनेक छात्र-छात्राओं अपनी बधाई प्रेषित की।



