माघ पूर्णिमा का महा स्नान
12 फ़रवरी महाकुंभनगर। महाकुम्भ का आज चौथा सबसे महत्वपूर्ण स्नान हैं। आज अब तक करीब 1 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई हैं।
इस पावन अवसर पर पुष्प वर्षा की गयी जिससे भक्ति में ओट -पोत हुए श्रद्धालु।
माघ महीने के इस विशेष दिन पर लाखों श्रद्धालुओं ने संगम के तट पर पहुंचकर गंगा, यमुन और सरस्वती के मिलन स्थल पर पवित्र डुबकी लगाई।महाकुंभ माघ पूर्णिमा स्नान का महत्व हिंदू धर्म में अत्यधिक है, क्योंकि इसे शुद्धि और मुक्ति के लिए खास माना जाता है। श्रद्धालु इस दिन अपने पापों से मुक्ति पाने के लिए गंगा में डुबकी लगाते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं।
सीएम योगी बनाये हुए हैं, वॉर रूम से नज़र
प्रयागराज प्रशासन ने स्नान के आयोजन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की है। भारी संख्या में पुलिस बल और अन्य सुरक्षा एजेंसियां तैनात की गई हैं ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ को व्यवस्थित किया जा सके। आपको बता दे संगम क्षेत्र में अस्थाई रैम्प, शौचालय, चिकित्सा शिविर और पानी की सुविधाएं भी प्रदान की गई हैं। सीएम योगी भी इस दौरान लगातार वॉर रूम से व्यवस्थाओं पर नज़र बनाये हुए हैं। प्रशासन द्वारा पूरी कोशिश है की मौनी अमावस्या वाली स्थित न उत्पन हो पायेगी।संगम तट पर गंगा के किनारे अलग-अलग पूजा स्थल और साधु संतों के शिविर सजे हुए थे। श्रद्धालुओं ने श्रद्धा भाव से हवन, पूजा और महामंत्रों का जाप किया। यह अवसर धार्मिक और सांस्कृतिक उल्लास का प्रतीक बना।महाकुंभ के इस स्नान के लिए न केवल भारत के विभिन्न हिस्सों से, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु पहुंचे हैं। माघ पूर्णिमा स्नान के अवसर पर विशेष आरती और धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए गए, जिसमें हर आयु वर्ग के लोग शामिल हुए।
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आयोजन भारतीय संस्कृति और धार्मिक आस्था का महत्वपूर्ण प्रतीक बनकर उभरा है। इस दिन के स्नान के साथ ही श्रद्धालु अपने जीवन में सुख, समृद्धि और आत्मिक शांति की कामना कर रहे हैं।
