73.45 के पार पहुंचा गंगा का जलस्तर, जलस्तर बढ़ने की रफ्तार में आई कमी

पहाड़ों और मैदानी क्षेत्र में हो रही बारिश से गंगा नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ने लगा है। सोमवार को जलस्तर बढ़ने की रफ़्तार रविवार के मुकाबले घट गयी है आपको बता दें की रविवार को यह रफ्तार आठ सेमी प्रति घंटा थी। तेजी से जलस्तर बढ़ने से तदीय क्षेत्रों के गांवों के लोग दहशत में हैं। हालांकि प्रशासन बढ़ाव को देखते हुए हाई एलर्ट मोड में है। निरंतर तटीय ग्रामीण इलाकों के लोगों को सतर्क कर रहा है।
गंगा नदी का जलस्तर सोमवार की सुबह आठ बजे तक 73.45 मीटर के करीब पहुंच गया जो कि खतरे के निशान 3. 65 मीटर नीचे है। जलस्तर बढ़ने से नगर के नारघाट, सुंदरघाट, पक्काघाट, बाबाघाट, बदलीघाट, दाऊजी घाट, बरियाघाट की सीढ़ियां बाढ़ के पानी में डूब गई हैं। ग्रामीण इलाकों में गंगा मईया धीरे-धीरे गांव की ओर बढ़न लगी हैं। पिछले साल 30 सितंबर को गंगा खतरे के निशान को पार कर गई थीं। कोन, सीखड़, नरायनपुर ब्लाक समेत छानबे और विंध्याचल में सैकड़ों गांव जलमग्न हो गए थे।
जिले में गंगा का वार्निंग लेवल 76.724 है। अगर यही रफ्तार रही तो जल्द ही वार्निंग लेवल को पार कर गंगा खतरे की निशान की ओर बढ़ने लगेंगी। हालांकि जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बाढ़ से निबटने के लिए बाढ़ चौकी व कंट्रोलरुम को निरंतर निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। गंगा के बढ़ाव की रिपोर्ट पर डीएम खुद नजर रख रही हैं।
