• October 15, 2025

मानसून दोबारा सक्रिय : कई जिलों में रिमझिम बारिश का दौर शुरू

 मानसून दोबारा सक्रिय : कई जिलों में रिमझिम बारिश का दौर शुरू

प्रदेश में मानसून का एक और दौर रविवार से सक्रिय हो गया है। सोमवार अलसुबह तक राजधानी जयपुर समेत पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में बादलों के बीच रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा। हनुमानगढ़ के संगरिया, श्रीगंगानगर, चूरू के अलावा जयपुर, अलवर और कोटा में भी बरसात हुई। रविवार को सबसे ज्यादा बरसात अलवर जिले में करीब पांच इंच मापी गई।

मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में सामान्य से करीब 80 फ़ीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। सामान्यतः इस दौरान डेढ़ सौ मिलीमीटर के करीब बारिश हुआ करती है, लेकिन इस मानसून में यह बारिश 275 मिलीमीटर रिकॉर्ड की जा चुकी है। जयपुर में भी अब तक मानसून की कोटे की 60 फ़ीसदी से ज्यादा बारिश हो चुकी है। बिपरजॉय तूफान के बाद से जारी बारिश के दौर के बीच जोधपुर संभाग में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। रविवार को अलवर में 130 मिलीमीटर बारिश हुई, वही कोटा में 45 मिलीमीटर, श्रीगंगानगर में 23 मिलीमीटर, बारां के अंता में 26 मिलीमीटर, करौली में 17 मिलीमीटर, हनुमानगढ़ के संगरिया में 16 मिलीमीटर और चूरू में 4 मिलीमीटर बारिश मापी गई। मौसम विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम बन गया है, जिसका हल्का असर राजस्थान में दिखना शुरू हो गया है। नए सिस्टम का असर 24-25 जुलाई तक रह सकता है। इस बीच मौसम विभाग ने आगामी तीन घंटों के लिए एक और चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार कुछ जिलों में बारिश की संभावना है।

मौसम विभाग के अनुसार आज से मानसून की गतिविधियों में तेजी आएगी, ऐसे में विभाग ने अगले तीन घंटे के लिए अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार सीकर, झुंझुनूं , चूरू, अजमेर, नागौर और हनुमानगढ़ में मध्यम वर्षा की संभावना है। वहीं झालावाड़, चित्तौड़गढ़, बारां, कोटा, बूंदी, और धौलपुर में हल्की वर्षा की संभावना है। विभाग के अनुसार नया सिस्टम प्रदेशभर में आज से असर दिखना शुरू करेगा, जो जुलाई के आखिरी सप्ताह तक रह सकता है। मौसम विभाग के अभी तक के पूर्वानुमान के अनुसार मानसून का अगला चरण 17 जुलाई यानी आज से शुरू हुआ। 17 से 20 जुलाई के बीच अजमेर, जयपुर, उदयपुर, भरतपुर, कोटा संभाग में अच्छी बरसात होने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार पांच दिनों तक विराम के बाद एक बार फिर सक्रिय हुए मॉनसून का सरकुलेशन सिस्टम फिलहाल मध्य प्रदेश उत्तरी इलाके से होते हुए राजस्थान के दक्षिणी पूर्वी हिस्से से गुजर रहा है।

घग्घर नदी के राजस्थान वाले हिस्से में हरियाणा के ओटू हैड से पानी की आवक जारी है। प्रशासन ने हालांकि शनिवार रात से ही पानी बढ़ने की आशंका जताई थी, लेकिन रविवार को हरियाणा के सिरसा में घग्घर नदी का तटबंध टूटने से पानी वहां आसपास के गांवों में फैल गया है। इससे राजस्थान की ओर आ रहे पानी की गति कम हो गई है। हनुमानगढ़ जिले में लगातार बाढ़ का खतरा बना हुआ है। बीते एक सप्ताह से घग्गर नदी में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। रविवार को भी सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर शिफ्ट किया गया। प्रशासन के मुताबिक घग्घर में पानी की मात्रा बढ़कर 12 हजार 203 क्यूसेक हो चुकी है। ओटू हेड पर भी 1000 क्यूसेक पानी बढ़ चुका है। जल संसाधन विभाग की ओर से घग्घर साइफन पर आ रहे पानी को नाली हेड और सेमराला में चलाया जा रहा है। बाढ़ के बढ़ते खतरे को देखते हुए जिले के टिब्बी तहसील से 300 से ज्यादा लोगों को महफूज स्थानों की ओर भेजा गया, वहीं हनुमानगढ़ में 184 और पीलीबंगा में 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया।

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Rama Niwash Pandey

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