नैमिषारण्य में वेद विज्ञान अध्ययन केंद्र एवं अनुसन्धान केन्द्र की स्थापना के लिए डॉ. विजय शर्मा सदस्य नामित
नैमिषारण्य में वेद विज्ञान अध्ययन केंद्र एवं अनुसन्धान केन्द्र की स्थापना की चर्चा के लिए प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 17 जुलाई को बैठक होगी। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश के मुख्य सचिव करेंगे। बैठक में प्रदेश शासन ने कई विद्वानों के साथ सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से डॉ. विजय कुमार शर्मा (सहायक आचार्य वेद विभाग) को नामित किया है।
बैठक में वेद विज्ञान अध्ययन केन्द्र की रूपरेखा सहित अन्य क्रिया कलापों पर विचार विमर्श किया जाएगा। इस संबंध में प्रदेश के प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम ने 14 जुलाई को पत्र प्रेषित किया है। गौरतलब हो कि सीतापुर में स्थित नैमिषारण्य क्षेत्र के प्राचीन धरोहर को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने प्रत्येक दृष्टिकोण से विकसित करने की श्रृंखला में सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय को 88 हज़ार ऋषियों एवं उनके तप स्थल के रूप में 88 हज़ार वृक्षों की पहचान के लिए वेदों, पुराणों के अनुसार अध्ययन एवं शोध करके वास्तविक स्वरूप स्पष्ट करने की जिम्मेदारी दी है।
विवि में विद्वान संयोजकों के माध्यम से द्रुत गति से यहां के पुस्तकालय में प्रतिदिन पुराणों के अध्ययन के माध्यम से वृक्षों की पहचान कर चिन्हित किया जा रहा है। उसी श्रृंखला में वहां पर वेद अध्ययन केंद्र एवं अनुसंधान केंद्र की स्थापना करने के लिए विशिष्ट विशेषज्ञों के माध्यम से सहयोग लेने के लिए यहाँ के विद्वान डॉ. विजय कुमार शर्मा को सदस्य नामित किया गया है।





