राम मंदिर में 15 अक्टूबर से शुरू होंगे जन्मभूमि परिसर में अन्य स्थलों के दर्शन, श्रद्धालुओं को मिलेंगी ये सुविधाएं
लखनऊ/ 20 अगस्त 2025: अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर में 15 अक्टूबर 2025 से श्रद्धालु न केवल रामलला के दर्शन कर सकेंगे, बल्कि परिसर में स्थित अन्य मंदिरों और पवित्र स्थलों के दर्शन भी शुरू हो जाएंगे। खबरों के मुताबिक, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर परिसर के निर्माण कार्य को तेजी से पूरा करने के बाद यह निर्णय लिया है। राम मंदिर का निर्माण 80% से अधिक पूरा हो चुका है, और बाकी कार्य दिसंबर 2025 तक समाप्त होने की उम्मीद है। 15 अक्टूबर से परिसर के अन्य मंदिरों और स्थलों को श्रद्धालुओं के लिए खोलने की तैयारी है, साथ ही कई आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।
दर्शन के लिए खुलने वाले प्रमुख स्थान
खबरों के मुताबिक, 15 अक्टूबर से निम्नलिखित स्थलों के दर्शन शुरू होंगे: राम दरबार: पहली मंजिल पर राम दरबार की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा मार्च 2025 में हो चुकी होगी, और श्रद्धालु इसका दर्शन कर सकेंगे।
परकोटे के छह मंदिर: परकोटे में भगवान सूर्य, शिव, गणपति, देवी भगवती, हनुमान, और माता अन्नपूर्णा के मंदिर बनाए गए हैं, जिनमें से तीन लगभग पूर्ण हो चुके हैं। सप्त मंडपम: सात मंदिरों—महर्षि वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, निषादराज, माता शबरी, और देवी अहिल्या—के दर्शन उपलब्ध होंगे।
कुबेर टीला: दक्षिणी-पश्चिमी भाग में नवरत्न कुबेर टीला पर शिव मंदिर का जीर्णोद्धार और जटायु राज की प्रतिमा के दर्शन शुरू होंगे। सीताकूप: मंदिर के समीप पौराणिक काल का सीताकूप भी श्रद्धालुओं के लिए खुला रहेगा।
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं
खबरों के मुताबिक, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए निम्नलिखित व्यवस्थाएं की गई हैं: रैंप और लिफ्ट: दिव्यांगजनों और वृद्धों के लिए सिंहद्वार से मंदिर तक रैंप और लिफ्ट की सुविधा।
व्हीलचेयर: दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त व्हीलचेयर उपलब्ध।
दर्शन पथ: 100 फीट चौड़ा राम जन्मभूमि पथ और दर्शन पथ पर छांव के लिए कैनोपी, वाटर प्लांट, और बैठने की व्यवस्था।
एलईडी टीवी: दर्शन पथ से मंदिर तक रामलला की श्रृंगार, मंगला, और शयन आरती का लाइव प्रसारण।
लॉकर सुविधा: श्रद्धालुओं के सामान और जूता-चप्पल जमा करने के लिए लॉकर।
तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र: आधुनिक सुविधाओं से युक्त अस्पताल, भोजनालय, और प्रतीक्षा क्षेत्र।
सुगम और विशिष्ट दर्शन पास: वीआईपी और विशेष दर्शन के लिए ऑनलाइन पास की सुविधा।
बॉटेनिकल गार्डन: परिसर में 20 एकड़ में बन रहे बॉटेनिकल गार्डन का कुछ हिस्सा भी दर्शन के लिए खुल सकता है।
निर्माण की प्रगति
खबरों के मुताबिक, राम मंदिर का निर्माण नागर शैली में लार्सन एंड टुब्रो द्वारा किया जा रहा है। मंदिर का शिखर (161 फीट) और 18 अन्य मंदिरों के शिखर स्वर्ण मंडित होंगे। भूतल पर गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को हो चुकी है, और पहली मंजिल पर राम दरबार की स्थापना मार्च 2025 तक पूरी हो जाएगी। दूसरी मंजिल पर रामायण और अयोध्या के इतिहास पर आधारित संग्रहालय बनाया जा रहा है। ट्रस्ट के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि 15 अक्टूबर से परकोटे के मंदिरों और अन्य स्थलों को खोलने का लक्ष्य है, और दिसंबर 2025 तक पूरा परिसर तैयार हो जाएगा।
श्रद्धालुओं की संख्या
खबरों के मुताबिक, प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अब तक 75 लाख से अधिक श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर चुके हैं। मंगलवार, शनिवार, और रविवार को रोजाना 2 लाख, जबकि अन्य दिनों में 1.5 लाख श्रद्धालु आ रहे हैं। महाकुंभ 2025 के दौरान 3 लाख से 10 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ की उम्मीद है।
निष्कर्ष
15 अक्टूबर 2025 से अयोध्या के राम जन्मभूमि परिसर में रामलला के साथ-साथ परकोटे के छह मंदिरों, सप्त मंडपम, कुबेर टीला, और सीताकूप जैसे पवित्र स्थलों के दर्शन शुरू होंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रैंप, लिफ्ट, व्हीलचेयर, लॉकर, और तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र जैसी आधुनिक व्यवस्थाएं उपलब्ध होंगी। राम मंदिर परिसर का निर्माण दिसंबर 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है, जो श्रद्धालुओं के लिए एक भव्य और सुगम दर्शन अनुभव प्रदान करेगा।