• December 28, 2025

वरिष्ठ मंत्री हेमाराम चौधरी का सक्रिय राजनीति से अलविदा

 वरिष्ठ मंत्री हेमाराम चौधरी का सक्रिय राजनीति से अलविदा

वरिष्ठ मंत्री हेमाराम चौधरी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर सक्रिय राजनीति से अलविदा होने की बात कही है। हेमाराम चौधरी ने पत्र में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है। हेमाराम चौधरी छह बार विधायक और दो बार मंत्री रहें हैं।

उन्होंने लिखा है कि आगामी चुनाव में प्रत्याशी के रूप में नहीं बल्कि एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में हिस्सा लूंगा। इसलिए गुड़ामालानी से किसी नए कार्यकर्ता को मौका मिले। इससे पहले भी हेमाराम ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था, जिसके बाद उनके समर्थक मनाने में जुटे थे। बीते दिनों हजारों समर्थकों ने खुद एक बड़ी बैठक बुलाकर हेमाराम को मनाने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा था कि वो इस बार इसलिए चुनाव नहीं लड़ सकते, क्योंकि उन्होंने पिछली बार जनता से किए वादे पूरे नहीं किए। हेमाराम ने कहा कि मैंने कई प्रोजेक्ट शुरू करने की बात कही थी, लेकिन वो नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि जिस जनता ने मुझे यहां तक पहुंचाया, उनके लिए मैं कुछ नहीं कर सका तो मेरा चुनाव लड़ना सही नहीं है।

उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि पार्टी ने मुझे छह बार मौका दिया और अब मैं जीवन के ऐसे पड़ाव पर हूं जहां मैं सक्रिय राजनीतिक में हिस्सा नहीं ले पाऊंगा। वरिष्ठ नेता का कर्तव्य है कि वह युवाओं को राजनीति में आने के लिए स्थान दें। चौधरी ने यह पत्र सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया है। इससे पहले 17 अक्टूबर को उन्हें मनाने के लिए गुड़ामालानी के स्थानीय कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने एक मीटिंग भी की थी। जिसमें उन्होंने साफ कहा था कि मैं चुनाव नहीं लडूंगा अगर फिर भी आप लोग जिद करते हैं तो मैं अन्न-जल त्याग दूंगा।

मंत्री हेमाराम चौधरी ने लिखा कि पार्टी ने मुझे 6 बार विधानसभा के सदस्य के रूप में जनता की सेवा करने का अवसर दिया। इसके अलावा राज्य सरकार के मंत्री मंडल का हिस्सा बनकर पूरे प्रदेश की सेवा करने मौका दिया। अब मैं जीवन के ऐसे पड़ाव पर खड़ा हूं जहां मैं खुद को सक्रिय राजनीतिक जीवन के लिए पूरी तरह से समर्पित करने में असमर्थ हूं। मैंने हमेशा माना है कि जिस तरह पार्टी ने मुझे कम उम्र में बड़ी जिम्मेदारी दी थी, वैसे ही मुझे आगे आने वाली पीढ़ी को मौका देना चाहिए। मेरा अपना मानना है कि प्रत्येक उम्रदराज और वरिष्ठ नेता की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह युवा नेताओं को प्रेरित करें, उन्हें राजनीति में स्थान दे, और उन्हें आगे बढ़ने का मौका दे। अगर इस एहसास के बावजूद मैं चुनाव लड़ना जारी रखता हूं तो यह राजस्थान की जनता और कांग्रेस पार्टी के साथ बहुत बड़ा अन्याय होगा। चिट्ठी में लिखा कि आगामी चुनाव में मैं प्रत्याशी के रूप में नहीं, बल्कि एक साधारण कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में हिस्सा लूंगा। अंत में लिखा कि आखिरी सांस तक कांग्रेस पार्टी की सेवा में।

कांग्रेस ने राजस्थान में अब तक 43 और 33 नामों की दो लिस्ट जारी की है। लेकिन गुड़ामालानी विधानसभा सीट पर टिकट फाइनल नहीं की है। गुड़ामालानी क्षेत्र में हेमाराम चौधरी के अलावा पार्टी के पास कोई दूसरा मजबूत उम्मीदवार नजर नहीं आ रहा है। हालांकि, ताजाराम चौधरी गुड़ामालानी सीट से दावेदारी जता रहे हैं।

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