मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ मण्डल के विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा की
लखनऊ, 10 मार्च 2025: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद मेरठ में मेरठ मण्डल के विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा की। इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी निर्माण कार्यों को मानक के अनुसार और गुणवत्तापूर्ण तरीके से समय पर पूर्ण कराया जाए। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं की नियमित मॉनीटरिंग की जानी चाहिए, और इसके लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाने चाहिए, ताकि कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो।
मुख्यमंत्री ने शहर की पार्किंग व्यवस्था और यातायात से संबंधित समस्याओं पर भी अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि शहर में पार्किंग की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए और सड़कों को जाम से मुक्त किया जाए। इसके लिए अवैध स्टैण्ड, वेण्डिंग जोन और अतिक्रमण को सड़कों से हटाया जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देशित किया कि अतिक्रमण हटाने से पहले पार्किंग और वेण्डिंग जोन के लिए स्थान सुनिश्चित किया जाए। इस दिशा में नगर निगम और विकास प्राधिकरण को आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया है।
प्रयागराज की तर्ज पर नगर विकास योजना
मुख्यमंत्री ने नगर विकास की योजना को एक नए स्तर पर लाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज की तर्ज पर मेरठ के नगरीय ढांचे का विकास किया जाए। इसमें सड़क चौड़ीकरण, अंडरग्राउंड विद्युत तारों की व्यवस्था, ड्रेनेज सिस्टम सहित पूरे शहर का मास्टर प्लान तैयार किया जाए। इस मास्टर प्लान को शीघ्र शासन को भेजने के निर्देश दिए गए।
खेल विश्वविद्यालय और जल जीवन मिशन
मुख्यमंत्री ने मेरठ में खेल विश्वविद्यालय के सत्र को इसी वर्ष प्रारंभ करने की बात की और अधिकारियों को जल्द से जल्द कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही जल जीवन मिशन के कार्यों को और बेहतर ढंग से लागू करने के लिए निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि ग्राम सचिवालय को सक्रिय और प्रभावी ढंग से कार्य करने की आवश्यकता है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में जल आपूर्ति और अन्य सुविधाएं सही ढंग से लागू की जा सकें।
शिकायतों का त्वरित निस्तारण
मुख्यमंत्री ने आई0जी0आर0एस0 (इंटरएक्टिव ग्रिवांस रीड्रेस सिस्टम) की नियमित मॉनीटरिंग करने की बात की और राजस्व विभाग के अंतर्गत आने वाली शिकायतों का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि कोई भी शिकायत लंबित न रहे और सभी शिकायतों का शीघ्र समाधान किया जाए।
सुरक्षा और अपराध नियंत्रण
कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने विवेचना के स्तर में सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गौ-तस्करी और मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। महिलाओं की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री ने महत्वपूर्ण स्थानों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में फुट पेट्रोलिंग को बढ़ाने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन सुनिश्चित करने की बात की। विशेष रूप से नाबालिगों को किसी भी हालत में ई-रिक्शा चलाने की अनुमति न दी जाए। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि किसी के जीवन से खेलने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती और सुरक्षा के मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
समीक्षा बैठक में जनप्रतिनिधिगण और अधिकारी उपस्थित थे
इस बैठक में ऊर्जा राज्य मंत्री श्री सोमेन्द्र तोमर, जलशक्ति राज्य मंत्री श्री दिनेश खटीक सहित अन्य जनप्रतिनिधि और शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री के साथ बैठक में उन्होंने मेरठ मण्डल के विकास कार्यों और कानून व्यवस्था को लेकर अपनी राय और सुझाव भी दिए।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस बैठक ने मेरठ मण्डल के विकास और कानून व्यवस्था को लेकर सरकार की गंभीरता को स्पष्ट किया। उन्होंने विकास कार्यों की निगरानी, सुरक्षा उपायों, और नागरिक सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। उनकी समीक्षा बैठक से यह स्पष्ट होता है कि प्रदेश सरकार अब जिलों के विकास को लेकर और भी सतर्क है और इसके लिए समयबद्ध कार्यवाही की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
यह बैठक न केवल मेरठ बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के विकास के संदर्भ में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है, क्योंकि मुख्यमंत्री ने जो दिशा-निर्देश दिए हैं, वे अन्य जिलों में भी लागू किए जा सकते हैं।
