छठ की धुनें गूंजेंगी दुनिया भर में: पीएम मोदी की भावुक अपील
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर, 2025: लोक आस्था का महापर्व छठ नजदीक आते ही पूरे देश में भक्ति का संगीत गूंजने लगा है। बिहार से निकलकर अब यह उत्सव राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बन चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पावन अवसर पर एक ऐसी अपील की है, जो न केवल सांस्कृतिक धरोहर को मजबूत करेगी, बल्कि युवाओं को अपनी जड़ों से जोड़ेगी। यह अपील छठी मइया के गीतों को सोशल मीडिया पर साझा करने का आह्वान है, जो बिहार के लोगों के लिए गर्व का विषय बनेगी। लेकिन क्या है इस अपील का पूरा राज, जो छठ को वैश्विक पटल पर ले जाएगी? आइए, तीन हिस्सों में जानते हैं इस भावुक संदेश की पूरी कहानी, जहां हर स्वर में परंपरा और आधुनिकता का संगम दिखता है।
पीएम मोदी का भावुक संदेश: छठ की तैयारियां जो जोड़ेंगी दिल
प्रकृति पूजा का अनुपम पर्व छठ, जो सूर्यदेव को समर्पित है, बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और देश के अन्य हिस्सों में श्रद्धा का सैलाब ला रहा है। नहाय-खाय से ठीक पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक मार्मिक संदेश साझा किया। उन्होंने लिखा, ‘प्रकृति और संस्कृति को समर्पित महापर्व छठ आने वाला है। बिहार सहित देशभर में इसकी तैयारियों में श्रद्धालु पूरे भक्ति-भाव से जुट चुके हैं। छठी मइया के गीत इस पावन अवसर की भव्यता और दिव्यता को और बढ़ाने वाले होते हैं।’ यह संदेश न केवल उत्सव की महत्ता बताता है, बल्कि सांस्कृतिक एकता को मजबूत करने का संकल्प भी दर्शाता है। पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि यह अपील युवा पीढ़ी को लोकगीतों से जोड़ने का माध्यम बनेगी, ताकि परंपराएं पीढ़ियों तक जीवित रहें। बिहार के लोग इस पर गर्व महसूस कर रहे हैं, क्योंकि यह उनकी धरोहर को राष्ट्रीय पहचान दिला रहा है।
गीत साझा करने का आग्रह: युवाओं के लिए सांस्कृतिक पुल
पीएम मोदी की अपील का केंद्र बिंदु है छठ पूजा से जुड़े लोकप्रिय गीतों को शेयर करना। उन्होंने कहा, ‘आपसे आग्रह है कि आप भी छठ पूजा से जुड़े गीत मेरी साथ शेयर करें। मैं अगले कुछ दिनों तक इन्हें सभी देशवासियों के साथ साझा करूंगा।’ यह आह्वान लोगों को अपनी स्मृतियों से जुड़े उन मधुर गीतों को याद दिलाता है, जो घाटों पर गूंजते हैं और भक्ति का आलम पैदा करते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम सॉफ्ट पावर के रूप में काम करेगा, जहां छठ के गीत सोशल मीडिया के जरिए दुनिया भर में फैलेंगे। बिहार के कलाकार और युवा अब अपने पसंदीदा गीतों को @narendramodi टैग कर शेयर करने को उत्सुक हैं। यह अभियान न केवल छठ की भव्यता बढ़ाएगा, बल्कि डिजिटल युग में परंपराओं को जीवंत रखने का अनोखा तरीका भी बनेगा। युवा जनरेशन के लिए यह एक सुनहरा अवसर है, जहां वे अपनी विरासत को गर्व से दुनिया के सामने रख सकें।
बिहार का गौरव: वैश्विक मंच पर छठी मइया
पीएम मोदी की यह अपील बिहार के लोगों के लिए विशेष रूप से गर्व का विषय है, क्योंकि छठ अब सिर्फ स्थानीय उत्सव नहीं, बल्कि राष्ट्रीय धरोहर बन चुका है। सरकार के प्रयासों से इसे यूनेस्को की सांस्कृतिक सूची में शामिल कराने की दिशा में काम चल रहा है, जो इस अपील को और मजबूत बनाता है। लाखों लोग अब एक्स पर गीत शेयर कर इस अभियान को जोर देंगे, जिससे छठी मइया के स्वर वैश्विक पटल पर गूंजेंगे। यह न केवल सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देगा, बल्कि पर्यटन और सॉफ्ट डिप्लोमेसी के लिए भी फायदेमंद साबित होगा। बिहार के घाटों से निकलकर ये गीत दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचेंगे, जहां श्रद्धालु सादगी और समर्पण का संदेश फैलाएंगे। पीएम मोदी का यह प्रयास छठ को अमर बनाने का एक कदम है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा।