चंडीगढ़ हिट एंड रन: सगी बहनों पर थार का कहर, एक की मौत, दूसरी जिंदगी और मौत के बीच
चंडीगढ़, 16 अक्टूबर 2025: चंडीगढ़ के सेक्टर-46 में एक दिल दहला देने वाला हिट एंड रन मामला सामने आया है, जहां तेज रफ्तार काली थार ने दो सगी बहनों को कुचल दिया। हादसे में बड़ी बहन सोजेफ की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छोटी बहन ईशा की हालत गंभीर बनी हुई है। दोनों कॉलेज से लौट रही थीं, जब चालक ने उन्हें टक्कर मारी और भाग गया। पुलिस गाड़ी के नंबर और CCTV से आरोपी की तलाश में जुटी है। यह घटना चंडीगढ़ की सड़कों पर बढ़ते लापरवाह ड्राइविंग के सवाल खड़ी कर रही है। शहर हाल ही में एक IPS अधिकारी की आत्महत्या से हिल चुका था, अब यह त्रासदी फिर से चर्चा में ला रही है। आइए, इस दर्दनाक हादसे और उसके पीछे की कहानी को समझते हैं।
भयानक टक्कर: कॉलेज लौटते वक्त बहनों पर मौत का वार
15 अक्टूबर 2025 को दोपहर करीब 3 बजे चंडीगढ़ के सेक्टर-46 में दर्दनाक हादसा हुआ। बुड़ैल गांव (सेक्टर-45) की रहने वाली सगी बहनें सोजेफ (22 वर्ष) और ईशा (24 वर्ष) देव समाज कॉलेज फॉर विमेन (सेक्टर-45) से BA की पढ़ाई पूरी कर घर लौट रही थीं। सोजेफ ब्यूटी पार्लर कोर्स भी कर रही थीं। दोनों सड़क किनारे ऑटो का इंतजार कर रही थीं, तभी तेज रफ्तार काली महिंद्रा थार ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गाड़ी इतनी स्पीड में थी कि दोनों कई फीट दूर उछल गईं। स्थानीय लोगों ने फौरन उन्हें सरकारी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (GMCH), सेक्टर-32 पहुंचाया। डॉक्टरों ने सोजेफ को मृत घोषित कर दिया, जबकि ईशा को ICU में भर्ती कराया गया। उनका परिवार उत्तर प्रदेश से चंडीगढ़ आकर बसा है। पिता सावेद ने बताया, “मेरी बेटियां पढ़ाई में तेज थीं, ये हादसा हमें तोड़ गया।” पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू की है।
फरार चालक की तलाश: थार का नंबर मिला, लेकिन आरोपी गायब
हिट एंड रन के बाद चालक थार लेकर फरार हो गया। गाड़ी चंडीगढ़ नंबर (CH-01) की है, जिसके आधार पर पता सेक्टर-21 का ट्रेस हुआ। लेकिन वहां रहने वाला व्यक्ति अब वहां नहीं मिल रहा। पुलिस ने बताया कि CCTV फुटेज से गाड़ी की पहचान हो गई है, और आसपास के कैमरों की स्कैनिंग चल रही है। सेक्टर-46 थाना इंस्पेक्टर ने कहा, “हमें शक है कि चालक नशे में था। सख्त कार्रवाई होगी।” परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है, और स्थानीय लोग सड़क सुरक्षा के लिए प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि चंडीगढ़ में हिट एंड रन केस बढ़ रहे हैं, क्योंकि चालक भाग जाते हैं। ईशा की हालत स्थिर है, लेकिन डॉक्टरों ने कहा कि पूर्ण रिकवरी में समय लगेगा। यह घटना महिलाओं की सड़क सुरक्षा पर सवाल उठा रही है, खासकर शाम के समय।
चंडीगढ़ की त्रासदी भरी पृष्ठभूमि: IPS कुमार की आत्महत्या से सियासी हंगामा
यह हादसा तब आया जब चंडीगढ़ हाल ही में हरियाणा के सीनियर IPS अधिकारी वाई. पूरन कुमार (52 वर्ष, 2001 बैच) की आत्महत्या से सदमे में था। 7 अक्टूबर 2025 को कुमार ने चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपने आवास पर सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। उनकी 8 पेज की सुसाइड नोट में 16 वरिष्ठ IAS-IPS अधिकारियों पर उत्पीड़न, जातिगत भेदभाव और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया। कुमार रोहतक रेंज के IG थे, और हाल ही में ट्रांसफर से परेशान थे। उनकी पत्नी IAS अधिकारी अमनीत पी. कुमार (2001 बैच) ने शिकायत दर्ज कराई, जिसमें DGP शत्रुजीत सिंह कपूर और पूर्व रोहतक SP नरेंद्र बिजरनिया पर आरोप लगाए। अमनीत 5 अक्टूबर को हरियाणा CM नायब सिंह सैनी के जापान दौरे पर थीं। मामले ने सियासी मोड़ लिया – DGP को लिव पर भेजा गया, SP ट्रांसफर हो गया। पोस्टमॉर्टम 15 अक्टूबर को हुआ, लेकिन जांच में लैपटॉप विवाद है। हाल ही में रोहतक ASI संदीप कुमार ने भी आत्महत्या कर कुमार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया, जिससे केस और उलझ गया। दलित संगठनों ने विरोध किया, और कांग्रेस ने जांच की मांग की।
