इजराइली दूतावास ब्लास्ट मामले में केस दर्ज

नई दिल्ली जिले के तुगलक रोड थाना क्षेत्रान्तर्गत इजराइली दूतावास के पास 26 दिसंबर को देर शाम हुए संदिग्ध ब्लास्ट की कॉल के मामले में आखिरकार दिल्ली पुलिस ने बड़ा एक्शन लेते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है। यह एफआईआर तुगलक रोड थाने में दर्ज की गई है। फिलहाल अज्ञात लोगों को नामजद किया गया है।
इससे पहले इजराइली दूतावास के पास हुए संदिग्ध ब्लास्ट की कॉल के मामले में दिल्ली पुलिस ने कोई भी एफआईआर दर्ज नहीं की थी लेकिन तीन दिनों तक चली छानबीन और जांच के बाद अब पहली एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इस संदिग्ध ब्लास्ट के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अलावा एनआईए भी जांच कर रही है। अभी तक की हुई जांच के बाद पुलिस ने 10 लोगों के बयान दर्ज किए हैं, जिन्होंने ब्लास्ट जैसी आवाज सुनी थी या धुआं जैसा कुछ देखा था।
सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि विस्फोट के दौरान या उससे पहले वहां 12 लोग मौजूद थे, जिसमें से एक शख्स पर ज्यादा शक है, जो ऑटो से इजराइली दूतावास के पास आया था। यह शख्स ब्लास्ट से कुछ समय पहले ही दूसरे ऑटो से वापस भी लौट गया था। जांच करने वाली एजेंसियां उस संदिग्ध की तलाश में जुटी हुई है। दिल्ली पुलिस की टीम ने उस ऑटो ड्राइवर की पहचान करके उससे पूछताछ की थी तो पता चला कि वह संदिग्ध शख्स जामिया से इजराइल एंबेसी के पीछे पृथ्वीराज रोड पर आने के लिए 150 रुपये में ऑटो लिया था।
ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि वह शख्स इंग्लिश में बात कर रहा था। पुलिस को यह भी पता चला कि ऑटो से आया शख्स करीब पांच मिनट तक मौके पर रुका था और उसके बाद दूसरा ऑटो लेकर वहां से निकल गया था। पुलिस अब उस पूरे रूट के सीसीटीवी फुटेज को चेक करने में जुट गई है।
पुलिस का कहना है कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि वही शख्स इस संदिग्ध विस्फोट का आरोपित है। इजराइली एंबेसी के बाहर ब्लास्ट से पहले और उसके बाद घटनास्थल पर मौजूद लोगों की पहचान के लिए फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी के जरिए भी जांच की जा रही है। मौके पर उस दिन आसपास एक्टिव मोबाइल नंबर के बारे में मिली जानकारी और सीसीटीवी फुटेज की मदद से जिन लोगों की पहचान की गई थी, उनमें से कुछ लोगों से 28 दिसंबर को पूछताछ की जा चुकी है। विस्फोट के लिए किस मैटेरियल का इस्तेमाल किया गया था, इसके लिए फॉरेंसिक रिपोर्ट का भी इंतजार है।
उल्लेखनीय है कि एनएसजी और दिल्ली पुलिस के फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने भी 27 दिसंबर को घटनास्थल से काफी नमूने लिये थे। उसके रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है। घटनास्थल के पास इजराइली राजदूत के नाम एक पत्र मिला था। इस मामले की जांच में एनआईए की टीम को लगा दिया गया है।
