बेहतर मानसिक स्वास्थ्य से ही प्रबुद्ध समाज व राष्ट्र का निर्माण सम्भव: डॉ. अमन

शहर के वरिष्ठ मनोचिकित्सक डा. अमन मनचंदा ने कहा है कि बेहतर मानसिक स्वास्थ्य से ही प्रबुद्ध समाज व राष्ट्र का निर्माण सम्भव है। विद्यार्थियों को तनाव व अवसाद को झेलने की क्षमता उत्पन्न करनी होगी तभी वे खुद का, समाज का व राष्ट्र का सही दिशा में निर्माण कर सकते हैं। वे गुरुवार को गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के चौधरी रणबीर सिंह सभागार में बीटेक प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए चले रहे स्टूडेंट्स इंडक्शन प्रोग्राम में बतौर विषय विशेषज्ञ सम्बोधन कर रहे थे।
प्रोग्राम के दूसरे सत्र में डीन फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी प्रो. संदीप आर्य ने भी विशेष व्याख्यान दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संयोजक प्रो. अंजन कुमार बराल ने की। सह संयोजक डा. संजीव माथुर भी पस्थित रहें। मनोचिकित्सक डा. अमन मनचंदा ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि उनका जीवन उद्देश्यपरक होना चाहिए। बिना उद्देश्य निर्धारित किए जिंदगी में सफलता प्राप्त नहीं कर पायेंगे। उन्होंने कहा कि विश्व में हर चौथा व्यक्ति मानसिक समस्याओं से जूझ रहा है। मानसिक समस्याओं से बचने के लिए आवश्यक है कि हम खुद के लिए समय निकालें, रहन-सहन, खानपान व नींद पर ध्यान दें। मोबाइल आदि से जितना संभव हो सके दूर रहें। शैक्षणिक परफॉरमेंस, आत्म-विकास व सृजनात्मक कौशल को बढ़ाने के लिए शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य का बेहतर होना आवश्यक है। उन्होंने विद्यार्थियों को सुझाव दिया कि वे अपने जीवन में दोस्त अच्छे दोस्त का चुनाव करें।
प्रो. संदीप आर्य ने विद्यार्थियों को अपने सम्बोधन में निकोला टेस्ला 369 कोड सिस्टम के बारे में विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि इस सिस्टम के माध्यम से विद्यार्थी अपने शरीर को वैज्ञानिक तरीके से ऊर्जावान कर सकते हैं। उन्होंने सूर्य की ऊर्जा को जीवन की ऊर्जा बताया तथा कहा कि हमारी जीवन शैली बहुत हद तक सूर्य की ऊर्जा पर निर्भर करती है।
