स्टालिन जैसे नेता देश की एकता व सद्भावना के लिए घातक: संजय गुप्ता
डीएमके नेता और तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन सनातन धर्म को लेकर दिए अपने विवादित बयान पर चौतरफा घिरे हुए हैं। लोग बयान के बाद स्टालिन पर रासुका लगाने की मांग कर रहे हैं। साथ ही स्टालिन जैसे नेताओं को देश की एकता व सद्भावना के लिए घातक बता रहे हैं। इसी बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता व लक्सर के पूर्व विधायक संजय गुप्ता ने भी उदयनिधि स्टालिन के बयान पर आपत्ति जताते हुए उनके खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
भाजपा नेता संजय गुप्ता ने कहा कि स्टालिन की मति भ्रमित हो गई है, इसी कारण से वह सनातन धर्म की तुलना मच्छर और डेंगू से करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि इतिहास इस बात का साक्षी है कि सनातन धर्म पर अनगिनत आघात किए गए, किन्तु सनातन की ध्वजा हमेशा लहराती रही। सनातन शाश्वत है और सनातन को मिटाने का ख्वाब देखने वाले न जाने कितने ही धूल धूसित हो गए। उन्होंने कहा कि सनातन को धरती से समाप्त करने के मनसूबे पालने वाले स्टालिन को यह ज्ञात नहीं है कि सनातन धर्म शाश्वत है और शाश्वत कभी समाप्त नहीं होता। हां इतना जरूर है कि शाश्वत को मिटाने का ख्याल पालने वाले अवश्य ही समाप्त हो जाते हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि स्टालिन का बयान उनका प्रलाप है। आई.एन.डी.आई.ए गठबंधन में अभी दरार पड़ने लगी है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता से घबराकर विपक्ष ऐसे अनर्गल बयान दे रहा है, जो की एक क्षूद्र राजनीति का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सत्ता पाने के लिए समाज को बांटने की राजनीति पर उतारू होना शुरू हो गया है।




