बिहार चुनाव: अमित शाह ने तेजस्वी के नैरेटिव को तोड़ा, नीतीश को CM घोषित कर हवा निकाली
पटना, 31 अक्टूबर 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की रणभेरी बज चुकी है, और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तेजस्वी यादव के मुख्य नैरेटिव को ध्वस्त कर दिया। तेजस्वी नीतीश कुमार को ‘कठपुतली’ बताकर BJP पर हमला बोल रहे थे, लेकिन शाह ने दरभंगा और बेगूसराय की रैलियों में साफ ऐलान किया कि NDA की जीत पर नीतीश ही CM रहेंगे। योगी आदित्यनाथ ने सीवान में RJD के उम्मीदवार ओसामा शहाब पर तंज कसे, जबकि ओवैसी सीमांचल में मुस्लिम वोटों पर निशाना साध रहे हैं। क्या ये हमले महागठबंधन की रणनीति बदल देंगे? आइए, तीन हिस्सों में समझते हैं।
अमित शाह का ऐलान—नीतीश ही CM, तेजस्वी का नैरेटिव ध्वस्त
अमित शाह ने 29 अक्टूबर को दरभंगा के अलीनगर और बेगूसराय में रैलियों में तेजस्वी के नैरेटिव को सीधे निशाने पर लिया। तेजस्वी बार-बार कह रहे थे कि BJP नीतीश का इस्तेमाल कर रही है, लेकिन चुनाव बाद उन्हें CM नहीं बनाएगी। शाह ने कहा, “बिहार में CM की कोई वैकेंसी नहीं। नीतीश कुमार विकास पुरुष हैं, और दिल्ली में PM मोदी। सोनिया जी राहुल को PM बनाना चाहती हैं, लालू जी बेटे को CM—लेकिन दोनों कुर्सियां भरी हुई हैं।” यह बयान NDA की एकजुटता दिखाता है, जहां शाह ने नीतीश को CM फेस घोषित किया। इससे तेजस्वी का ‘कठपुतली’ नैरेटिव कमजोर पड़ गया। शाह ने लालू के ‘जंगलराज’, चारा घोटाले और अपहरण कांडों का भी जिक्र किया, तेजस्वी को लालू से अलग करने की कोशिश को नाकाम कर दिया।
योगी का सीवान दौरा—ओसामा शहाब पर तंज, बुलडोजर का संदेश
उत्तर प्रदेश CM योगी आदित्यनाथ ने 29 अक्टूबर को सीवान की रघुनाथपुर सीट पर रैली की, जो शहाबुद्दीन का गढ़ है। RJD ने यहां शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब को टिकट दिया। योगी ने कहा, “RJD ने खानदानी अपराधी को टिकट दिया। जैसा नाम, वैसा काम—ओसामा शहाब अपने नाम के अनुरूप है।” उन्होंने RJD को बाहुबलियों का साथी बताया, राम मंदिर विरोध और जंगलराज की याद दिलाई। रैली स्थल पर बुलडोजर खड़े कर ‘माफिया पर बुलडोजर’ का संदेश दिया। योगी ने कहा, “RJD लालटेन की रोशनी बुझाकर चारा चुराती है, कांग्रेस हाथ की सफाई दिखाती है—ये ठगबंधन है।” यह हमला RJD के MY समीकरण (मुस्लिम-यादव) वाले इलाके में NDA को मजबूत करने का प्रयास है, जहां 23% मुस्लिम, 10% यादव और 11.5% दलित वोटर हैं।
ओवैसी का सीमांचल फोकस—मुस्लिम वोटों पर RJD को चुनौती
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी सीमांचल (किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, अररिया) पर नजर गड़ाए हैं, जहां मुस्लिम वोटर निर्णायक हैं। ओवैसी ने कहा, “तेजस्वी को संविधान की समझ नहीं—वक्फ कानून राज्य रद्द नहीं कर सकता। यादव मलाई खाएंगे, अब्दुल दरी बिछाएगा—ये अब नहीं चलेगा।” उन्होंने मुस्लिम डिप्टी CM की मांग की, RJD-Congress को वोट बैंक बताकर निशाना साधा। AIMIM 28 सीटों पर लड़ रही है, जिनमें 18 RJD और 10 कांग्रेस के खिलाफ। 2020 में AIMIM ने 5 सीटें जीतीं, लेकिन 4 MLA RJD में चले गए। ओवैसी का ‘यादव मलाई, मुसलमान दरी’ नारा MY समीकरण तोड़ने का प्रयास है। विशेषज्ञों का मानना है कि 2-3% वोट शिफ्ट से 70 सीटें प्रभावित हो सकती हैं।